मधुमेह ( Diabetes) रोगियों के लिए शुगर को नियंत्रित करना आसान नहीं होता है। इसके लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करने के साथ-साथ अपनी डाइट में पौष्टिक और गैर स्टार्च आहार को शामिल करना पड़ता है। कई बार छोटी मोटी लापरवाही की वजह से शुगर के बढ़ने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में मधुमेह रोगियों के लिए हर समय अपने खानपान को लेकर अवेयर रहना पड़ता है।
1. जल्दी थकान महसूस होना।
2. बार-बार पेशाब आना। अधिक प्यास लगना।
3. महिलाओं में इसके कुछ भिन्न लक्षण नज़र आते हैं। जैसे बार-बार योनि संक्रमण से परेशान होना।
4. ज्यादा भूख का लगना अदि।
ये लक्षण बताते हैं कि आपका शुगर लेवल गड़बड़ हो रहा है। इसलिए आपको अपने लाइफस्टाइल में जरूरी परिवर्तन करने की जरूरत है।
दरअसल, स्टार्च युक्त सब्जियां ऐसे रोगियों के लिए नुकसानदायक होती हैं। स्टार्च युक्त सब्जियों में कार्बोहाइड्रेट्स जैसे तत्व अत्यधिक मात्रा में पाए जाते हैं। जो बॉडी में एनर्जी तो बढ़ाते हैं, लेकिन रक्त में शुगर में भी इजाफा करते हैं। यही वजह हैं कि मधुमेह रोगियों को स्टार्च युक्त सब्जियों से परहेज करना चाहिए। तो आइए जानते हैं उन सब्जियों के बारे में जो बिना स्टार्च की होती है, मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होती है।
पत्ता गोभी को सब्जी और सलाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसमें विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। बता दें कि दुनिया भर में पत्ता गोभी से कई तरह की रेसिपी तैयार की जाती है। इसमें फाइबर तत्व भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। मधुमेह रोगियों को पत्ता गोभी का भरपूर सेवन करना चाहिए। इसके अलावा कैबेज का उपयोग विभिन्न प्रकार के खानों में ड्रेसिंग के तौर पर किया जा सकता है।
सर्दियों के दिनों गाजर बाजार में आसानी से मिल जाती है। गाजर भी फाइबर का अच्छा स्त्रोत मानी जाती है। इसके अलावा इसमें विटामिन-ए और बहुत सारे मिनरल्स मौजूद होते हैं। मधुमेह रोगियों को गाजर पकाकर खाने की बजाय कच्ची ही खाना चाहिए, जो कि उनकी सेहत के लिए काफी लाभकारी है। दरअसल, गाजर फाइबर का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इस कारण से यह खून में शुगर को धीरे-धीरे रिलीज करता है।
भिंडी भी स्टार्च रहित होती है, इसलिए यह शुगर मरीजों के लिए गुणकारी है। इसमें घुलनशील फाइबर तत्व पाए जाते हैं। इस वजह से यह जल्दी पच जाती है, वहीं शुगर को भी नियंत्रित रखती है। इसमें पाए जाने वाले तत्व इंसुलिन के उत्पादन में इजाफा करते हैं। साथ ही भिंडी एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्त्रोत होती है। जो बॉडी के फ्री रेडिकल्स को बेअसर करती है।
पानी का अच्छा स्रोत होने के कारण खीरा गर्मियों के दिनों में खाना सेहत के काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन मधुमेह रोगियों के लिए भी खीरा लाभकारी है, क्योंकि यह स्टार्च रहित है। इसमें फाइबर तत्व भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह शुगर को नियंत्रित रखता है। खीरा में 90 फीसदी पानी पाया जाता है।
बैंगन भी बिना स्टार्च वाली सब्जी है, जो डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है। यह खून में शुगर को नियंत्रित करने का काम करता है। यह कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स निम्न मात्रा में होता है, इसलिए खून में शुगर के लेवल को नियंत्रित रखता है। डायबिटीज मरीजों के लिए बैंगन रामबाण सब्जी है।
साल 2013 में ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में हार्वर्ड के हवाले से एक रिसर्च प्रकाशित हुई थी। इस रिसर्च के अनुसार, साबुत फल विशेषतौर पर सेब, ब्लूबेरी और अंगूर मधुमेह के खतरे को कम करने में सहायक है।
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