मधुमेह एक बीमारी है जो तब होती है जब आपकी ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित हो जाती है। रक्त में मौजूद ग्लूकोज आपकी ऊर्जा का मुख्य स्रोत है और आपके द्वारा खाए गए भोजन से आता है। ऐसे में आपके लिए उन फूड्स से परहेज करना बहुत जरूरी है जो रक्त में शुगर की मात्रा को बढ़ाते हैं। क्योंकि अपने डायबिटिक पेरेंट्स का ख्याल रखना आपकी जिम्मेदारी है।
34 मिलियन से अधिक अमेरिकन मधुमेह की बीमारी ग्रस्त हैं। उनमें से लगभग 90-95% को टाइप 2 मधुमेह है। टाइप 2 मधुमेह ज्यादातर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में विकसित होता है, परन्तु ऐसा नहीं कि यह बच्चे और वयस्कों में नहीं हो सकता है।
आईडीएफ डायबिटीज एटलस के नौवें संस्करण 2019 में दुनिया भर में मधुमेह पर नवीनतम आंकड़े, जानकारी और अनुमान पेश किए गए। इनके अनुसार मधुमेह से ग्रस्त व्यक्तियों में से 90 % व्यक्ति टाइप 2 मधुमेह से ग्रस्त है।
टाइप 2 डायबिटीज आमतौर पर बूढ़े लोगो में अधिक पाया जाता है, लेकिन मोटापे, शारीरिक आलस्य और खराब आहार के बढ़ते स्तर के कारण बच्चों, किशोरों और छोटे वयस्कों में यह बीमारी तेजी से देखी जा रही है। टाइप 2 मधुमेह (type 2 diabetes) तब होता है जब आपका शरीर ठीक से इंसुलिन का उपयोग नहीं करता है। परन्तु,कुछ लोग स्वस्थ भोजन और व्यायाम के जरिए अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित कर लेते हैं।
मधुमेह जैसी बीमारी में मीठे का सेवन न के बराबर करना होता है। ऐसे में कई लोगो को नहीं मालूम होता कि जिस फल का वो सेवन कर रहे है असल में वह उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। मधुमेह से ग्रस्त व्यक्तियों को कार्बोहाइड्रेट युक्त एवं हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा वाले फलों का सेवन नहीं करना चाहिए, आइए हम बताएं वो कौन से फल हैं जिनसे आपको परहेज करना चाहिए।
कहने को अनार को सबसे अहम फल माना जाता है, एनीमिया जैसी बीमारी से लड़ने एवं शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने के लिए सबसे पहले किसी का नाम सामने आता है।
परन्तु मधुमेह से ग्रस्त व्यक्ति के लिए उतना ही नुकसानदायक है जितना एनीमिया से ग्रस्त व्यक्ति के लिए फायदेमंद।
फलों का राजा आम गर्मियों में लोग बड़े चाव से खाते है, परन्तु पके हुए आम में मीठे की मात्रा चीनी खाने से भी अधिक होती है।इसीलिए डॉक्टर मधुमेह के मरीज को पके आम से परहेज करने को कहते है। अगर वो चाहे तो कभी-कभी कच्चे आम का सेवन कर सकते हैं।
केले में शुगर की मात्रा के साथ-साथ कैलोरी की मात्रा भी बहुत अधिक पाई जाती है। इन कारणों से केले का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए निषेध है।
अंगूर का सेवन भी इनके लिए खतरनाक है, क्योंकि अंगूर में भी शुगर की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है।
इन फलों में कार्बोहाइड्रेट की कुल मात्रा ब्लड शुगर लेवल के स्तर को प्रभावित करती है। मधुमेह से ग्रस्त व्यक्तियों को किसी भी फल का सेवन हमेशा ग्लाइसेमिक इंडेक्स देख कर ही करना चाहिए।
यूएसडीए के अनुसार वाटर मेलॉन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स 70 से भी अधिक होता है। ऐसे फलों का डायबिटीज में सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
मधुमेह से ग्रस्त व्यक्तियों को फाइबर युक्त फलों का सेवन करना चाहिए, क्योंकि यह आपके शरीर में जाकर घुल जाते है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।पर्याप्त फल और सब्जियों से युक्त आहार मोटापा, दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकते हैं। टाइप 2 मधुमेह के लिए मोटापा एक बुरी समस्या है।
फल फाइबर और पोषक तत्वों में उच्च होते हैं, इसलिए वे भोजन योजना में एक अच्छा विकल्प हैं।