हमारा मस्तिष्क पूरे शरीर को संचालित करता है। शरीर का सारा कार्यभार मस्तिष्क की कार्य प्रणाली पर ही निर्भर करता है। और आपका मस्तिष्क आपकी नसों से जुड़ा हुआ है। ऐसे में यदि आपकी नसों में कोई समस्या आती है तो यह आपके समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
दिमाग की नसों में कमजोरी भी एक ऐसा ही लक्षण है, जो आपकी पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। हालांकि नसों में कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं जैसे किसी तरह की चोट लगना या किसी प्रकार के पोषक तत्व की कमी। यहां तक कि कुछ दवाइयां खाने से भी ऐसा हो सकता है। मगर हर व्यक्ति में ये लक्षण अलग – अलग प्रकार के होते हैं।
इसलिए आपके लिए इन विभन्न संकेतों को पहचानना ज़रूरी है। जिससे कि किसी आने वाली बीमारी का पता लगाया जा सके।
सिर में अचानक तेज़ दर्द या लगातार बिना किसी ओर वजह के दर्द होना नसों की कमजोरी का संकेत हो सकता है। इसे नजरंदान करना आपकी बहुत बड़ी भूल हो सकती है। इसलिए, यदि आप कुछ दिनों से ये लक्षण देख रही हैं तो एक बार डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें।
मस्तिष्क की नसें हमारे पूरे शरीर से जुड़ी रहती हैं। इसलिए यदि आपको चलने – फिरने में दिक्कत महसूस हो रही है, तो यह नसों में कमजोरी का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, इससे मांसपेशियों को भी नुकसान हो सकता है जिसका असर आपके चलने ओर उठने बैठने पर पड़ता है।
मेयो क्लीनिक के अनुसार यदि आपको देखने में दिक्कत हो रही है, तो यह यकीनन नसों की कमजोरी का संकेत है। ऐसा इसलिए क्योंकि आंखों की सभी तंत्रिकाएं दिमाद से सीधे जुड़ी होती हैं।
शरीर के सभी अंगों के साथ तालमेल बैठाने के लिए मस्तिष्क की नसों का सही तरह से काम करना बहुत ज़रूरी है। इसलिए यदि आपको उंगलियां हिलाने, पैर उठाने या दैनिक कार्य करने में समस्या आ रही है तो यह संकेत है कि आपके दिमाग की नसें कमजोर हो रही हैं।
तो इन लक्षणों पर ध्यान दें और इन्हें नज़रअंदाज़ करने की गलती बिल्कुल न करें।
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