डायबिटीज एक जीवनशैली रोग है। अस्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करना और अपनी व्यस्त, गतिहीन जीवन शैली के चलते डायबिटीज एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या बन गई है। डायबिटीज के रोगियों के लिए एक स्वस्थ आहार का पालन करना जरूरी है। क्योंकि ब्लड शुगर में कोई भी अनचाहा स्पाइक घातक साबित हो सकता है।
अच्छी खबर यह है कि हमारे आस-पास ऐसे कई खाद्य पदार्थ मौजूद हैं, जिन्हें अपने आहार का हिस्सा बनाकर डायबिटीज को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। वास्तव में आपके किचन में मौजूद कुछ मसाले भी आपके ब्लड शुगर लेवल को विनियमित कर सकते हैं।
हम आपके किचन में मौजूद ऐसे 4 मसालों के बारे में बता रहे हैं, जो डायबिटीज का प्रबंधन करने में आपकी मदद कर सकते हैं। अगर अभी तक ये मसाले आपके किचन का हिस्सा नहीं हैं, तो समय आ गया है कि आप बाजार जाएं और इन मसालों को खरीदें।
अपने चिकित्सीय गुणों के लिए आयुर्वेद में लंबे समय से हल्दी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अपने एंटी-इन्फ्लेमे्ट्री और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के चलते हल्दी को इम्युनिटी और त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक बेहतरीन मसाला माना जाता है।
वास्तव में, शोधकर्ताओं ने डायबिटीज के प्रबंधन में हल्दी की भूमिका की जांच की है और परिणामों ने सुझाव दिया है कि यह बल्ड शुगर लेवल को प्रबंधित करने में मदद कर सकती है। जर्नल एविडेंस-बेस्ड कॉम्प्लीमेंट्री एंड अल्टरनेटिव मेडिसीन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक सक्रिय यौगिक रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे डायबिटीज संबंधी जटिलताओं को और कम किया जा सकता है।
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हल्दी को अपने रुटीन में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध या गोल्डन मिल्क का सेवन करें।
लौंग में एंटीसेप्टिक के साथ-साथ कीटाणुनाशक गुण भी होते हैं। इसके अलावा, यह डायबिटीज के लिए एंटी-इन्फ्लेमेट्री, एनाल्जेसिक और पाचन संबंधी स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती हैं। लौंग आपके ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रण में रखने में मदद करती है और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। जिससे मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
आप लौंग को सब्जी में या चाय में भी शामिल कर सकती हैं। पर ध्यान रहें कि दिन भर में एक या दो लौंग से ज्यादा न खाएं।
जर्नल फाइटोमेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, लहसुन के सेवन से डायबिटीज वाले चूहों के सीरम इंसुलिन में वृद्धि हुई। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप अपने दैनिक आहार में पर्याप्त लहसुन शामिल कर रही हैं।
इसकी गुडनेस का लाभ लेने के लिए सर्वश्रेष्ठ तरीका है इसे कच्चा खाना। पर आप इसे भूनकर भी अपने आहार में शामिल कर सकती हैं।
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दालचीनी एक एंटीऑक्सिडेंट है, जिसे इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार और वृद्धि को कम करने के लिए दिखाया गया है। वास्तव में, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मॉलिक्यूलर साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, दालचीनी में इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने की क्षमता है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए दालचीनी की चाय पिएं।
इसके अलावा दालचीनी के पाउडर का दूध या चाय में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
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