रोजमर्रा के जीवन में व्यक्ति कई स्वास्थ्य संबधी समस्याओं की चपेट में आने लगता है। कभी सिरदर्द, तो कभी जोड़ों का दर्द, कभी एड़ियों का फटना तो कभी दांत से खून आना। इन सभी परेशानियों को दूर करने के लिए झट से दवा ले लेते है, जिससे तुरंत राहत भी मिल जाती है। मगर शरीर में बार बार उत्पन्न होने वाली ये समस्याएं शरीर में बढ़ रही पोषक तत्वों की कमी को दर्शाती हैं। इसके चलते शरीर कमज़ोर, थका हुआ और आलस्य की चपेट में आने लगता है। जानते हैं शरीर में किन पोषक तत्वों से बढ़ने लगती हैं कौन सी समस्याएं (nutritional deficiency in the body)।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार शरीर में बढ़ रही विटामिन और मिनरल की कमी कई स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का कारण साबित होने लगती है। वहीं कंज्यूमर हेल्थ डिवीज़न की एक अन्य स्टडी की मानें, तो भारत में तकरीबन 2 बिलियन से अधिक लोगों में माइक्रोन्युट्रिएंट्स की कमी पाई जाती है, जिसके चलते शरीर कई बीमारियों से ग्रस्त हो जाता है। शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी पूरी होने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य उत्तम बना रहता है।
इस बारे में डायइटीशियन मनीषा गोयल का कहना है कि शरीर में विटामिन और मिरनल की उचित मात्रा शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाए रखती हैं। इससे शरीर मौसम के साथ आने वाली तब्दीली और किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबधी समस्याओं से दूर रहता है। शरीर में उत्पन्न होने वाले लक्षण इस बात का संकेत देते हैं कि शरीर किस पोषक तत्व की कमी का शिकार है। अधिकतर लोग जिनका खानपान अनियमित है और जो वज़न कम करने के लिए बिना डाइटीशियन की सलाह से डाइटिंग करने लगते हैं। ऐसे में शरीर में पोषण की कमी बढ़ने लगती है।
बायोटिन की मदद से शरीर में एनर्जी का स्तर नियमित बना रहता है। इसे विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के नाम से जाना जाता है। नट्स, सीड्स, फलों और सब्जियों के सेवन से शरीर में इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है। अगर आपके बाल झड़ रहे हैं और बार बार टूटकर गिरते हैं, तो ये बायोटिन की कमी का संकेत हैं। इसके लिए आहार में नियमित बदलाव करें और डाइट में विटामिन व जिंक को अवश्य शामिल करें। इससे हेयर फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है और रूखे व बेजान दिखने वाले बाल मुलायम और हेल्दी हो जाते हैं।
सर्दी के मौसम में शरीर को विटामिन डी की भरपूर प्राप्ति नहीं हो पाती है, जिससे घुटनों में, तो कभी कंधों में दर्द की समस्या बनी रहती है। ऐसे में खुद को हेल्दी व स्वस्थ बनाए रखने के लिए डज्ञॅक्टर की सलाह से विटामिन डी सप्लीमेंटस व विटामिन डी रिच फूड्स का सेवन कर सकते है। इससे बोन डेंसिटी बढ़ने लगतती है और हड्डियों को मज़बूती मिलती है। विटामिन डी की कमी के चलते शरीर में हर पल थकान का अनुभव व मूड स्विंग की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
राइबोफ्लेविन को विटामिन बी 2 के नाम से जाना जाता है। मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने वाला विटामिन बी 2 शरीर के लिए एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। आहार में इसको सम्मिलित करने से शरीर में खून की कमी, माउथ अल्सर, आंखों की कमज़ोर दृष्टि और एड़ियों के फटने की समस्या से बचा जा सकता है। इसकी कमी पूरी करने के लिए डाइट में अंडा, दूध, पालक, ब्रोकली, शकरकंद और सीड्स व नट्स को शामिल करें।
एक्सपर्ट के अनुसार शरीर में विटामिन सी की कमी के चलते इम्यून सिस्टम कमज़ोर होने लगता है। इससे शरीर आसानी से किसी भी संक्रमण की चपेट में आ जाता है। इसके अलावा दांतों से खून आना व मसूड़ों में सूजन का कारण बनता है। विटामिन सी में पाया जाने वाला एसकॉर्बिंक एसिड शरीर में बढ़ने वाली समस्याओं को कम करने में सहायता देता है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए आहार में सिट्रस फ्रूट, सब्जियां और नट्स को शामिल करना चाहिए।
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