आंवला को सर्दियों का सुपरफूड भी कहा जाता है। यह उन तमाम रोगों से बचाने में आपकी मदद करता है, जो बदलते तापमान के कारण होते हैं। सर्दियों में सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार होना बहुत ही आम बात है। इनके अलावा हेयर फॉल, ड्राई स्किन और झुर्रियां ये वो समस्याएं हैं, जिनका हमें सर्दियों में सामना करना पड़़ता है। ऐसे में अगर आप हर रोज एक आंवला का सेवन करें, तो आप इन सभी परेशानियों से बच सकती हैं।
सर्दियों में संक्रमण और ड्राईनेस सबसे बड़ी समस्या होती है। जिसका उपचार है आंवला। आंवला में विटामिन-सी, आयरन और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। हालांकि आप आंवले का सेवन मुरब्बा, जूस, अचार आदि कई तरीकों से कर सकती हैं। पर इनमें सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है कच्चे आंवले का सेवन।
सर्दियों में आंंवला खाने के हैं चमत्कारी फायदे। चित्र: शटरस्टॉक
आंवला विटामिन-सी और ए, पॉलीफेनॉल, अल्कलॉइड और फ्लेवोनोइड के साथ ही केम्पफेरोल का एक शक्तिशाली मिश्रण है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मासेक्टिक्स में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, आंवला में शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है। जिससे यह मौसमी संक्रमण के खिलाफ आपकी रक्षा करता है।
आयुर्वेद में आंवले के जूस का सेवन अक्सर शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। जो प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए रक्षा की मुख्य आधार हैं। श्वेत रक्त कोशिकाएं रक्त में मौजूद विषाक्त पदार्थों पर हमला करती हैं और उन्हें खत्म करती हैं।
अगर आपके परिवार में किसी को हृदय संबंधी समस्या है, तो आप समझ सकती हैं कि सर्दियों का मौसम उनके लिए कितना खतरनाक होता है। आंवला हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने का काम करता है। इससे पूरे शरीर में रक्त का संचार अधिक प्रभावी तरीके से होता है। यह शरीर में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है। साथ ही आंवला पाउडर में मौजूद क्रोमियम, धमनियों में एथेरोस्क्लेरोसिस या प्लाक को बनने की संभावना को कम कर सकता है। इससे स्ट्रोक और हर्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है।
सर्दियों में शारीरिक गतिविधियां बहुत कम हो जाती हैं, जिससे मधुमेह रोगियों के ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है। आंवले में क्रोमियम होता है, जो डायबिटीज के रोगियों के इलाज में बहुत मददगार होता है।
2011 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार आंवला में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक और लिपिड कम करने वाले गुण पाए जाते हैं। जो टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों को ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए फायदेमंद है।
आंवला बालों के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है। आंवला बालों को कुदरती पोषण देता है। जिससे बालों के झड़ने और गंजापन की संभावना को कम करने में मदद मिलती है। आंवला का तेल भी बालों के लिए फायदेमंद है।
यह बालों की जड़ों को मजबूत बनाने के साथ ही उन्हें घना और काला बनाता है। आंवला में कैरोटीन, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो बालों के रोम छिद्र और हार्मोन को फ्री-रेडिकल नुकसान से बचाते हैं।
आंवला अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण शरीर में फ्री-रेडिकल्स को कम करके स्वास्थ्य संबंधी हाइपरलिपिडिमिया को रोकता है। विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट फ्री-रेडिकल्स को साफ करने में मदद करते हैं।
फ्री-रेडिकल्स की वजह से आपकी स्किन पर झुर्रियां आती हैं और त्वचा में रूखापन आने लगता है। आंवला ऐज स्पॉट्स (Age Spots) को दूर करने में भी मददगार है। आंवले के नियमित सेवन से न केवल स्वस्थ और ग्लोइंग स्किन बनती है, बल्कि आंखों की रोशनी में भी सुधार होता है।
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