आज एक आंकड़े से बात शुरू करते हैं। आंकड़ा ये कि साल 2016 में 10 लाख से ज्यादा लोग किडनी की बीमारी से मरे थे। यह आंकड़ा पुराना जरूर है, लेकिन अब तक तस्वीर बहुत बदली नहीं है। एक दूसरी रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल किडनी से जुड़ी बीमारी के 2 लाख से भी ज्यादा नए केस रजिस्टर किए जाते हैं।सवाल ये है कि कैसे पता करें कि आपकी किडनी खराब (damaged kidney) है? और खराब है तो किस तरह सही हो सकती है? किस लेवल पर जा कर किडनी की बीमारी लाइलाज हो सकती है?
वास्तव में स्टेज-3 और स्टेज-4 पर पहुंच कर किडनी की बीमारियों का उपचार मुश्किल हो जाता है। जबकि स्टेज-2 (stage-2 Kidney disease)ही ऐसा लेवल है जहां पर परहेज और इलाज के सहारे अपनी किडनी और अपने आप को नया जीवन दिया जा सकता है। तो चलिए समझते हैं क्या है किडनी की बीमारी (damaged kidney) का स्टेज-2।
फिजीशियन डॉक्टर ओ.पी. राय के मुताबिक, आमतौर पर किडनी की बीमारी के लक्षण तब तक नहीं दिखते जब तक किडनी डैमेज (damaged kidney) स्टेज-3 तक नहीं पहुंच जाता। लेकिन कुछ लक्षण ऐसे जरूर हैं जिन्हें देखकर डॉक्टर या कभी आप भी पता कर सकते हैं कि आपकी किडनी का डैमेज स्टेज-2 (stage-2 Kidney disease) तक जा चुका है।
1. आपके यूरिन से प्रोटीन का घट जाना। ये लक्षण जांच के बाद ही दिखाई देता है।
2. अगर आप हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं और आम तौर पर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहने लगा है तो आपको जांच कराने की जरूरत है।
3. अगर आपके हाथ और पांव में सूजन हो रही है और वो सूजन लगातार बनी रहती है तो आपको डॉक्टर से मिलने की जरूरत है।
4. महिलाओं में ऐसा आम तौर पर पाया जाता है कि महिलाएं अगर लगातार यूरिन ट्रैक्ट इन्फेक्शन(Urinary tract infections) की शिकार हो रही हों तो संभव है कि उन्हें किडनी से जुड़ी कोई समस्या हो।
5. अगर आपके यूरिन से खून आ रहा है तो ये भी किडनी डैमेज (damaged kidney) के स्टेज-2 बीमारी का लक्षण है। कई बार यह स्टेज-3 भी हो सकता है।
6. इन सारे लक्षणों के अलावा डॉक्टर्स टेस्ट की मदद से किडनी की बीमारी का पता लगाते हैं कि वो बीमारी किस स्टेज पर है ताकि उसका सही तरीके से इलाज किया जा सके।
किडनी को डैमेज तभी पहुंचता है जब हम स्वस्थ खाने से समझौता करते हैं। बाहर का खाना, तला खाना या मसालेदार खाना, हमारी किडनी की सेहत के लिए ठीक नहीं।
हमें अपने खाने में हरी सब्जियां,फल और अनाज की मात्रा बढ़ानी होगी। इसके साथ खाना बनाते वक्त साफ-सफाई से समझौता नहीं करना है तभी जा कर हम किडनी को पूरी तरह डैमेज होने से रोक सकते हैं।
हम अपनी दिनचर्या में इतने व्यस्त हो चुके हैं कि व्यायाम नाम के काम को बिल्कुल ही भूल चुके हैं। जबकि रोज आधे घंटे का व्यायाम हमारे शरीर के स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी है। यही किडनी के साथ भी है।
व्यायाम हमारी पाचन क्षमता को तो मजबूत करता ही है, जिसकी वजह से हमारी किडनी में कचरा जाने से बच जाता है। हमें इस बात का हमेशा ध्यान रखना है कि किडनी का काम हमारे शरीर को साफ रखना है। और इसके अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ खाना और व्यायाम दोनों जरूरी है। इसके साथ साथ हमें योग को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। तो आप अगर किडनी की बीमारी स्टेज-2 (stage-2 Kidney disease) के मुहाने पर खड़े हैं तो व्यायाम आपके लिए जरूरी है।
स्वस्थ किडनी के लिए हमारा वजन बहुत अहम भूमिका निभाता है। अगर आपका वजन आपके उम्र,हाइट से ज्यादा है तो इसे कंट्रोल करने की कोशिश करें। ज्यादा वजन से आपके शरीर का कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर दोनों बढ़ता है जिसका असर किडनी पर बुरी तरह पड़ता है।
ज्यादातर किडनी डैमेज शराब और धूम्रपान की वजह से ही होते हैं। शराब की वजह से हमारी किडनी में इतना कचरा जमा हो जाता है कि जिसकी वजह से हमारी किडनी डैमेज होने लगती है और ये डैमेज कभी कभार इतना हो जाता है कि किडनी का वापस ठीक होना नामुमकिन हो जाता है। यही स्मोकिंग के साथ भी है,ज्यादा स्मोकिंग आपको हाई ब्लडप्रेशर का मरीज बनाती है जिसका असर सीधे तौर पर किडनी पर पड़ता है।
1. अगर आपको डायबिटीज है तो आपको अपना ब्लड शुगर कंट्रोल में रखना होगा, वरना किडनी की समस्याएं बढ़ सकती हैं। स्टेज 2 (stage-2 Kidney disease) की ये लापरवाही आपको आगे और गंभीर किडनी डैमेज की ओर धकेल सकती है।
2. अगर आपका ब्लड प्रेशर नॉर्मल रेंज 120/80 से ऊपर जा रहा हो और ऐसा बार बार हो रहा हो तो डॉक्टर से मिलकर सुझाव लें।
3. किडनी की समस्याएं कई बार कुछ दवाइयों के असर की वजह से भी होती हैं। अगर आपको लग रहा हो कि आप तमाम परहेज के बावजूद इस समस्या से उबर नहीं पा रहे और आपके ऊपर 4. कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स हो रहे हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलने की जरूरत है। डॉक्टर खुद तय करेंगे कि आपकी कौन सी दवा रोकनी है या आपको कौन सी दवा देनी है जिससे आपको आराम हो।
किडनी से संबंधित बीमारियां इन दिनों आम हो चली हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आपको इसे हल्के में लेना है।
स्टेज-2 (stage-2 Kidney disease)के बाद स्टेज-3 और स्टेज-4 ही बस बचता है। इनका मतलब यह है कि आपकी किडनी पूरी तरह से डैमेज हो चुकी है। पूरी तरह से डैमेज किडनी का इलाज केवल किडनी ट्रांसप्लांट है, वह भी तब जब आप एफोर्ड कर सकें और किस्मत पूरी तरह से आपके साथ हो कि आपको सही वक्त पर सही किडनी मिल जाए। एक रास्ता और है,वो है डायलिसिस का, लेकिन बची खुची जिंदगी कौन बिस्तर पर काटना चाहेगा। इसलिए सावधानी बरतना ही बेहतर विकल्प है।
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