शुगर के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है गन्ना खाना, एक एक्सपर्ट बता रही हैं क्यों

छठ प्रसाद में गन्ना मुख्य रूप से प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। पर गन्ना क्या डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं? आइये इस बारे में विशेषज्ञ से जानते हैं।
sugarcane aur iska juice dono diabetics nahi le sakte hain.
सुक्रोज या कैन शुगर में मौजूद शुगर और ग्लूकोज के कारण इंसुलिन लेवल बढ़ जाता है। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 19 Nov 2023, 11:00 am IST
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इनपुट फ्राॅम

चार दिनों तक चलती है छठ पूजा (Chhath Puja 2023) । इस अवसर पर हर दिन कई तरह के प्रसाद चढाए जाते हैं। संध्या अर्घ्य और सुबह के अर्घ्य के दिन ईख यानी शुगरकेन प्रसाद में चढ़ाए जाते हैं। सूर्य अर्घ्य दिए जाने वाले स्थान यानी गंगा घाट को भी ईख के पेड़ और तना से सजाया जाता है। ईख के आकर्षक तोरणद्वार बनाये जाते हैं। ईख का प्रसाद सभी लोगों के बीच वितरित भी किया जाता है। यहां सवाल यह है कि डायबिटीज के मरीज शुगरकेन को प्रसाद के रूप में खा सकते हैं? उनके शरीर पर क्या प्रभाव पड (sugarcane for diabetics) सकता है? इस बारे में विशेषज्ञ से जानते हैं।

गन्ने के फायदे (Sugarcane Benefits)

गन्ने के रस में प्रचुर मात्रा में पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक, थायमिन, राइबोफ्लेविन और कई अमीनो एसिड भी होते हैं। एक ग्लास गन्ने का रस (240 मिली) में 180 कैलोरी, 30 ग्राम शुगर आता है। इसमें हाई डायटरी फाइबर भी होता है। सुक्रोज के रूप में 13-15% शुगर होता है। इसमें लगभग 70-75% पानी भी होता है। अनप्रोसेस्ड रूप में यह फेनोलिक और फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट का भी बढ़िया स्रोत है।
इसमें मौजूद अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड मुंहासों को रोकता है और स्किन कोमल बनाता है। गन्ना कब्ज से भी राहत देता है, प्रजनन क्षमता बढ़ाता है और पीरियड फ्लो को रेगुलर करने में मदद करता है।

लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Low Glycaemic Index of Sugarcane)

गन्ने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 होता है। यह बहुत अधिक नहीं है। यह नेचुरल लैक्सेटिव के रूप में आंत के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसलिए डायबिटिक पेशेंट महीने में एकाध बार बहुत थोड़ी मात्रा ले सकते हैं।

सुक्रोज या कैन शुगर (Cane Sugar) में मौजूद शुगर और ग्लूकोज के कारण इंसुलिन लेवल बढ़ जाता है। डायबिटीज के रोगी न तो गन्ने का रस ले सकते हैं और न गन्ना।

ग्लाइसेमिक लोड अधिक

गन्ने के रस में फाइबर की मात्रा भी कम हो जाती है, क्योंकि रस निकालने ने के दौरान हम फाइबर को बाहर निकाल देते हैं। यह शुगर लेवल को तुरंत बढ़ा (Sugar cane juice increase Blood Sugar Level) देता है।

शुगरकेन जूस या किसी अन्य पदार्थ का जीआई यह निर्धारित करता है कि इसके सेवन के बाद ब्लड शुगर लेवल में कितनी तेजी से वृद्धि होती है।

sugarcane ka glycaemic index kam hota hai.
गन्ने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 होता है। यह बहुत अधिक नहीं है। चित्रःशटरस्टॉक

ब्लड शुगर की बढ़ोतरी 

जी आई कम होने के कारण ब्लड स्ट्रीम में यह शुगर के अवशोषण को धीमा करने में मदद कर सकता है। दूसरी ओर ग्लाइसेमिक लोड ब्लड शुगर वृद्धि की कुल मात्रा निर्धारित करता है। इसलिए ग्लाइसेमिक लोड अधिक विस्तृत एनालिसिस प्रदान करता है। यह ब्लड शुगर वृद्धि की कुल मात्रा बढ़ा देता है। डायबिटीज वाले लोगों को हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड वाले भोजन (sugarcane for diabetics) से बचना चाहिए।

डायबिटीज में शुगरकेन जूस लें या नहीं (Sugarcane Juice for Diabetics)

अन्य शुगर ड्रिंक की तरह गन्ने का रस भी जूस का एक अच्छा विकल्प है, पर डायबिटीज में यह खतरनाक हो सकता है। गन्ने के रस में मौजूद चीनी की बहुत अधिक मात्रा शरीर के ब्लड शुगर लेवल को खतरनाक रूप से बढ़ा (sugarcane for diabetics) सकती है। इसलिए यदि डायबिटीज है, तो शरीर पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को सीमित करने के लिए इस पेय से पूरी तरह बचना चाहिए।

sugarcane juice blood sugar badhate hain.
गन्ने के रस में मौजूद चीनी की बहुत अधिक मात्रा शरीर के ब्लड शुगर लेवल को खतरनाक रूप से बढ़ा  सकती है। चित्र : शटरस्टॉक

लीवर सिरोसिस के लिए अच्छा

लीवर की विफलता (Liver cirrhosis) से उबरने के दौरान क्लिनिकल डायटीशियन से चर्चा के बाद गन्ने का रस (sugarcane for diabetics) लिया जा सकता है। यह लीवर सिरोसिस के लिए अच्छा है, क्योंकि उस समय रोगी को हाई उच्च कैलोरी की आवश्यकता होती है।

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