पुराने कब्ज की समस्या से राहत दिला सकता है गर्म दूध के साथ घी, जानें क्या कहते हैं शोध

खराब खानपान की आदतों से कब्ज की समस्या होती है। यदि गर्म दूध के साथ घी लिया जाता है, तो कब्ज से राहत मिलती है। क्या कहते हैं शोध?
doodh mein ghee dalkar peene ke fayde
कब्ज को दूर करने के लिए घरेलू उपचार के रूप में घी और गर्म दूध का लंबे समय से प्रयोग किया जाता रहा है।चित्र : शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 5 Jan 2023, 09:30 am IST
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ज्यादा तला हुआ और मैदा युक्त खाने से कब्ज की समस्या हो जाती है। साथ ही, भोजन में फाइबर की कमी से भी बोवेल मूवमेंट सही तरीके से नहीं हो पाता है। कब्ज की समस्या सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करता है। इसे दूर करने के लिए लेक्सेटिव यानी जुलाब का सहारा लिया जाता है। लंबे समय तक जुलाब पर निर्भरता आंत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। कब्ज को दूर करने के लिए घरेलू उपचार के रूप में (Home remedy for constipation) घी और गर्म दूध का लंबे समय से प्रयोग किया जाता रहा है। यह कितना प्रभावी है, यह जानने (ghee and hot milk for constipation) के लिए आइये कुछ शोध पर नजर डालते हैं।

घी पुराने कब्ज से राहत दिला सकता है (Ghee for Constipation)

पुणे के विश्वराज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में, गैस्ट्रो-एंटरोलॉजिस्ट और शोधकर्ता स्वाति खरतोडे ने पुरानी कब्ज पर घी के रेचक प्रभाव का मूल्यांकन किया। इसके लिए उन्होंने मरीजों पर प्रायोगिक अध्ययन किया। यहां कब्ज के 51 रोगी, जो लेक्सेटिव या एनीमा पर थे, उन पर इसके प्रभाव की जांच की गई। इसके लिए कई तरह के प्रश्न पूछे गये और प्रश्नावली दी गई। 90 % से अधिक रोगियों ने घी के सेवन के बाद जुलाब (Laxative) को फिर से शुरू नहीं किया।

किशमिश के साथ घी का सेवन (Ghee with Resins) 

रोगियों को घी का सेवन न सिर्फ गर्म दूध के साथ कराया गया, बल्कि किशमिश या मुनक्का के साथ भी घी दिया गया। इसके सेवन के तीसरे और चौथे दिन से मरीजों को कब्ज से राहत मिलने लगी।

कब्ज दूर करने के लिए किशमिश या मुनक्का को भी घी  के साथ लिया जा सकता है । चित्र- शटर स्टॉक

इस क्लिनिकल अध्ययन से यह निष्कर्ष निकाला गया कि घी पुराने कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इससे इरिटेबल बावेल सिंड्रोम, फिशर और बवासीर पर भी बढ़िया काम किया। इन बीमारियों के कारण रक्तस्राव और सूजन को रोकने में भी मदद मिली।

टॉक्सिन (Toxin) को बाहर निकालता है

कोक्रेन लाइब्रेरी में ब्रिजेट कैंडी और लुई जॉन के शोध आलेख के अनुसार, घी आंतों के लिए चिकनाई का काम करता है। घी नेचुरल लेक्सेटिव भी है। यह आंत के रास्ते को साफ करता है। यह आंत में जमा होने वाले विषाक्त पदार्थों (Toxic Element) को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे बोवेल मूवमेंट (Bowel Movement) सही तरीके से हो पाता है, जिससे कब्ज दूर हो पाता है। यदि सही मात्रा में घी लिया जाये, तो यह वेट लॉस (Ghee for Weight Loss) में भी मदद करता है।

वात और पित्त दोष दूर करता है

जर्नल ऑफ़ एथनोफार्माकोलोजी में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, आयुर्वेद में कब्ज दूर करने के लिए घी का प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता रहा है। यह वात और पित्त दोष को दूर करने में मदद करता है। आंत में जब बहुत अपशिष्ट पदार्थ जमा हो जाते हैं, तो ये एसिड बनाते हैं।

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आयुर्वेद में कब्ज दूर करने के लिए घी का प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता रहा है। चित्र शटरस्टॉक

घी में आंतों और पेट में मौजूद एसिड को बेअसर करने की क्षमता होती है। रात को घी के साथ दूध का सेवन करने से आंतों में जमा हुआ मल नरम हो जाता है और आसानी से बाहर निकल आता है। घी के साथ यदि सही मात्रा में दूध लिया जाये, तो एसिडिटी के साथ-साथ पेट दर्द से भी राहत दिला सकता है।

गर्म दूध (Hot Milk) के साथ कैसे लें घी

आमतौर पर डेयरी प्रोडक्ट को कब्ज बढाने वाला माना जाता है। वर्ल्ड जर्नल ऑफ़ गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, पेट के लिए फर्मेंट किया हुआ दूध सबसे बढ़िया है। लेकिन कम उबाले हुए दूध को सही मात्र में लिया जाए, तो यह बोवेल मूवमेंट में मदद करता है। सोने से पहले 1 कप दूध गर्म कर लें। इसमें 1 टी स्पून घी डालकर मिला लें। आप दूध में 2 टी स्पून घी मिलाकर भी ले सकती हैं।
इसे नियमित रूप से लेने पर कब्ज (Constipation) दूर हो सकता है। दूध की बजाय गर्म पानी के साथ घी लेने पर (Hot Water with ghee for Constipation) भी कब्ज दूर होता है।

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