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स्तनों में दर्द ? घबराएं नहीं, प्रेगनेंसी में होते हैं ये 10 बदलाव, इन टिप्‍स के साथ मैनेज करना होगा आसान

मां बनना एक अद्भुत अनुभव है। ये अपने साथ बहुत सारे बदलाव लेकर आता है, इन्हें मैनेज कर पाना जरा भी मुश्किल नहीं है, तो इन टिप्स के साथ एन्जॉय करें अपनी प्रेगनेंसी।
Updated On: 11 Oct 2023, 04:45 pm IST
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आयरन की कमी से आपको प्रेगनेंसी में दिक्कत हो सकती है । चित्र : शटरस्टॉक
आयरन की कमी से आपको प्रेगनेंसी में दिक्कत हो सकती है । चित्र : शटरस्टॉक

मातृत्व का एहसास अपने आप में असीमित ख़ुशी देने वाला है। किसी महिला के लिए इससे ज्यादा और ख़ुशी की क्या बात हो सकती है। पर इसके साथ कई बदलाव भी आते हैं। स्‍तनों में दर्द और बार-बार मूड ऑफ होना ऐसी ही परेशानियां हैं। पहली बार मां बनने वाली महिलाएं इन बदलावों को देखकर घबरा जाती हैं।

पहली बार जब आपको प्रेगनेंसी टेस्ट किट में दो लाइन दिखी, तब आप यकीनन ख़ुशी से झूम उठी होंगी। लेकिन तब आपको इस लम्बे और कष्ट से भरे सफर का ज़रा सा भी अंदाज़ा नहीं रहा होगा।

जैसे जैसे आपके गर्भ में शिशु सांस लेता है, बढ़ता है, आपको एहसास होता है अपने अंदर होने वाले बदलावों का। यह छोटी बात नहीं है कि आप एक नए जीव को इस दुनिया में लाने वाली हैं। आप चाहती है कि  वह  स्वस्थ हो। लेकिन ये निर्भर करता है आपकी सेहत पर क्योंकि वो आपके ही भीतर है।

आपकी हर शारीरिक और मानसिक स्थिति का असर आपके गर्भ में मौजूद बच्चे तक भी जाने वाला है। तो क्या आप जानती है कि गर्भावस्था में पेट बढ़ने के अतिरिक्त क्या-क्या परिवर्तन होते हैं ? चलिए हम आपको बताते हैं:-

1. स्तनों का बढ़ना और उनमें दर्द:

गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक स्तनों का संवेदनशील होना है। आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आप अपनी छाती पर बोझ ढो रहीं हैं। यह बहुत असुविधाजनक भी हो सकता है। घबराने की ज़रूरत नहीं, इसमें आपका कोई दोष नहीं यह सब पूरी तरह से सामान्य है।

ढेर सारे बदलावों के साथ यह एक खुशियों भरा समय है कि आप एक नन्हें जीव को तैयार कर रहीं हैं। चित्र : शटरस्टॉक

आपकी गर्भावस्था के बढ़ने के साथ-साथ आपके स्तन का आकार भी बढ़ने लगेगा। यह परिवर्तन आपके शरीर को स्तनपान के लिए तैयार करने के लिए होता है। इसलिए कुछ नई व आरामदायक ब्रा पहनने के साथ अपने मातृत्व की शुरुआत करें।

2. मूड स्विंग:

ज़रा ध्यान दें ! क्या आप बहुत मामूली सी बात पर अपनी आंखें भिगोने लगीं हैं। क्या दूध वाले का देर से आना, अखबार न आना या फिर घर के किसी काम को करने में आपकी असमर्थता, आपके गुस्से का कारण बनने लगी हैं? क्या आप पहले के मुकाबले अधिक इमोशनल महसूस करती है? तब यह दोष आपका नहीं गर्भावस्था के हार्मोन का है।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

गर्भावस्था एक रोलर कोस्टर की सवारी के समान है। क्योंकि हार्मोन आपके शरीर और दिमाग पर कब्जाव कर लेते हैं और उन्हें अपनी मर्जी से चलाते हैं।

3. मॉर्निंग सिकनेस:

यह गर्भावस्था का वह लक्षण है जिसे आप फिल्मों में देखते हैं। लेकिन यह उतना साफ़ सुथरा नहीं के जितना फिल्मों में दिखाया जाता है। यह ऐसी अवस्था नहीं कि जिस पर आप ध्यान न दें तो बस यूं ही चल जाएगा। दुर्भाग्य से कुछ महिलाओं के लिए यह वास्तव में भीषण साबित हो सकती है, और जी मितलाने जैसी समस्याओं से बचना उतना आसान नहीं।

उन्हें रोकने के लिए कई उपायों के बावजूद पूरे दिन यह जारी रह सकती है। अच्छी बात यह है कि पहली ति‍माही के दौरान या उसके बाद ये कम हो जाती है।

4. कब्ज:

यह एक और आम बदलाव है और कई गर्भवती महिलाएं इसे अनुभव करती हैं। क्योंकि यहां से उनके भ्रूण के खेलने की शुरुआत हो जाती है। लेकिन इसका सारा दोष आयरन के बढ़ते सेवन पर जाता है। आमतौर पर, इस समय महिलाओं को पूरक आहार लेना चाहिए जोकि अपने बच्चे के स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करने में सफल हो।

5. त्वचा में परिवर्तन:

ऐसा हो सकता है कि आप गर्भावस्था के उस खास ग्लो को महसूस करें। जिसके बारे में अक्सर कहा जाता है। इस दौरान आपके चेहरे पर एक अलग सा निखार आ जाता है। पर कई बार आपके हार्मोन इसके उलट परिणाम भी दे सकते हैं।

जैसे मुंहासे अथवा आपकी त्वचा का रंग गहरा हो सकता है। लेकिन याद रखें कि यह स्थायी परिवर्तन नहीं है और शिशु के आते ही आपकी त्वचा सामान्य हो जाएगी।

6. पाचन समस्याएं:

हम समझ सकते हैं, सुन भी सकते हैं आपकी भावनाओं को ! शायद कभी एक बार आप अपराधबोध से मुक्त होकर अपनी गर्भावस्था का आनंद लेना चाहती हो। पर आपके बढ़े हुए पेट व अन्य आंतरिक अंगों में चल रहा संघर्ष आपको इसकी इजाज़त नहीं देता। जो आपकी नाराज़गी का कारण बन जाता है और इस वजह से अपच की समस्या पैदा हो सकती है।

साथ ही आपके गर्भावस्था के हार्मोन आपके पाचन को भी धीमा कर देते हैं। अब आप इसका समाधान जानना चाहेगीं, तो सुनिए – छोटे-छोटे अंतराल पर बार-बार भोजन के साथ इन समस्याओं को हल किया जा सकता है।

7. वॉटर रिटेंशन :

अब आपको अचानक लगने लगा है कि आपकी अंगूंठी टाइट हो गई है। आपके पसंदीदा जूते भी अब आपके पैर में फि‍ट नहीं आ रहे। गर्भावस्था के दौरान यह सामान्य है, यह शरीर में पानी की मात्रा अधिक होने से होता है। नमक को कम करने और पानी का सेवन बढ़ाने से आप सूजन को कम कर सकती हैं। यदि आपके टखने और उंगलियां बहुत ज्यानदा सूज गई हैं, तो इसके बारे में आप अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर करें।

8. बार-बार पेशाब आना:

जैसे-जैसे आपकी गर्भावस्था आगे बढ़ती जाती है, आप बार-बार पेशाब आने की परेशानी का भी सामना कर सकती हैं। ऐसा दिन में कई बार हो सकता है। बार-बार पेशाब आना आपके द्वारा अनुभव किए जाने वाले कई बदलावों में से एक है। समय के साथ आपके मूत्राशय में अधिक दबाव महसूस होने लगता है।

आप कुछ पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करके भी इस परेशानी को कम कर सकती हैं। जिससे आपको दबाव मैनेज करने में आसानी हो।

9. वजन बढ़ना:

इस बदलाव की आपको लगभग पहले से ही उम्मीद हो सकती है। इसलिए शायद आप इसके लिए तैयार भी हो ऐसा संभव है। वजन बढ़ने के दौरान सही पोषण और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाकर आप हेल्दीा रह सकती हैं ।

प्रेगनेंसी में वजन बढ़ना आम बात है, पर घबराएं नहीं ये आपके बेबी के आने के बाद कम होने लगेगा। चित्र: शटरस्टॉक

10. वैरिकोज वैन्सब :

गर्भावस्था के दौरान रक्त में वृद्धि के कारण आपकी नसें बढ़ने लगती हैं। आपके गर्भाशय के बढ़े हुए आकार के कारण रक्त संचार धीमा हो जाता है। इस प्रक्रिया से आपकी नसें सूज सकती हैं। इससे गर्भाशय और कूल्हों के आसपास का रंग भी बदल सकता है। जिससे शरीर में दर्द भी हो सकता है।

इस बारे में सबसे अच्छी सलाह आपको आपका डॉक्टर ही दे सकता है। लेकिन यदि आपको वैरीकोज वैन्सर की समस्याप है, तो अपने पैरों को जितना संभव हो उतना ऊपर रखने से रक्त के प्रवाह में मदद मिल सकती है।

यकीनन यह एक लम्बी सूची सा लगता है। पर यह एक पूरी प्रक्रिया है जिसमें से गुज़र कर आप अपने नन्हे को अपनी गोद में पाएंगी। गर्भावस्था के कष्ट अनगिनत है पर इसके लाभ भी असीमित हैं। इसलिए शायद कोई महिला अपनी जान की बाज़ी भी लगाकर उस परम सुख को पाना चाहती है।

ऊपर दिए कुछ सुझाव शायद आपकी मदद कर सकें, लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में यदि आपका कोई साथ देगा तो वह है भरपूर मनोबल। जिसके बिना आपका व आपके आने वाले बच्चे का संघर्ष अधूरा होगा। अंत में आपको मातृत्व की शुभकामनाएँ !

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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