आजकल कई ऐसे डिश हैं जिसमे दूध और नमक को एक साथ इस्तेमाल किया जाता है, इसका सबसे कॉमन एक्साम्पल है व्हाइट सॉस पास्ता। इसके अलावा भी कई ऐसे व्यंजन हैं, खासकर इटैलियन डिश जिनमें दूध और नमक को एक साथ पकाया जाता है। ये एक बेहद अनहेल्दी कॉम्बिनेशन है, जो आपके गट हेल्थ को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इस कॉम्बिनेशन को फ्रीक्वेंटली लेने से सेहत को कई रूपों में नुकसान होता है। ऐसे में आपके लिए इसके दुधप्रभाव को समझना बहुत जरुरी है।
मणिपाल हास्पिटल, गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा ने व्यंजनों में स्वाद जोड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाले नमक और दूध के कॉम्बिनेशन के कई साइड इफेक्ट्स बताए हैं (milk and salt combination in dishes)। तो चलिए जानते हैं इस बारे में, आखिर ये आपकी बॉडी को किस तरह नुकसान पहुंचा सकते हैं (milk and salt combination in dishes)।
आयुर्वेद के अनुसार, दूध में नमक मिलाने से पाचन और त्वचा के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। दूध के साथ नमकीन चीजें खाने से, खासकर चाय के साथ, जैसे कि बिस्कुट, नमकीन, रोटी या टोस्ट, पेट की समस्यायों का कारण बन सकता है। घर के बने खाने को प्राथमिकता देने के बावजूद, घर पर गलत आहार विकल्पों के कारण गैस और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, दूध और नमक का सेवन पाचन और त्वचा स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। दूध के साथ नमक का कॉम्बिनेशन पाचन क्रिया को अपसेट कर सकते हैं, जिसकी वजह से ब्लोटिंग, दर्द आदि जैसी कई परेशानी हो सकती है। बिस्कुट, नमकीन, रोटी या टोस्ट जैसे नमकीन खाद्य पदार्थों को दूध के साथ खाने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं। एक अस्वस्थ पाचन क्रिया त्वचा संबंधी समस्यायों के खतरे को बढ़ा देता है।
क्या आप चिप्स जैसे नमकीन स्नैक्स खाने के तुरंत बाद दूध पीती हैं, या दूध के साथ नमकीन स्नैक्स लेती हैं, साथ व्हाइट सॉस पास्ता की शौकीन हैं, को आपको बताए की दूध और नमक के कॉम्बिनेशन से इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ सकता है। इससे ब्लोटिंग और बेचैनी हो सकती है।
शरीर डेयरी उत्पादों और नमक दोनों को अपने आप पचा लेता है और इन दोनों के संयोजन से फ़ौरन कोई विशेष प्रतिकूल प्रतिक्रिया नहीं होती है। “डेयरी उत्पाद कैल्शियम, प्रोटीन और फैट प्रदान करते हैं, जबकि नमक शरीर को सोडियम प्रदान करता है, जो एक इलेक्ट्रोलाइट है, जिसकी शरीर को आवश्यकता होती है।
यह भी पढ़ें : बिना ब्लड शुगर बढ़ाए छोटी-छोटी भूख को कंट्रोल करते हैं ये 5 डायबीटिक फ्रेंडली स्नैक्स
जब संयम से और सही तरीके से इनका सेवन किया जाता है, तो यह पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण को नुकसान नहीं पहुंचाते।” हालांकि, नमक का अत्यधिक सेवन “गुर्दे पर दबाव डाल सकता है और अंततः कैल्शियम संतुलन को प्रभावित कर सकता है, जिससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
सूखे मेवे: बादाम, किशमिश, खजूर, अखरोट, पिस्ता या काजू सभी अच्छे विकल्प हैं। ये दूध में फाइबर, विटामिन और खनिज की गुणवत्ता जोड़ते हैं।
मसाले: आप दूध में जायफल, लौंग, सौंफ या केसर जैसे मसाले ऐड कर सकती हैं।
जायफल: इसमें सूदिंग इफ़ेक्ट होते हैं, दूध के साथ एक चुटकी जायफल पाउडर का कॉम्बिनेशन पाचन और नींद में मदद कर सकता है।
लौंग: इसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण होते हैं, यह पाचन में मदद करता है और मौखिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।
सौंफ के बीज: सौंफ की गुणवत्ता पाचन, सूजन और गैस में मदद कर सकते हैं।
केसर: इसमें मूड को बेहतर बनाने वाले गुण होते हैं, इसे दूध के साथ लेने से अवसाद और चिंता में मदद करता है।
यह भी पढ़ें : Panch Phoran Masala : बिहारी व्यंजनों में स्वाद का सीक्रेट है पंचफोरन मसाला, जानिए इसके सेहत लाभ
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें