गर्मी के मौसम में बॉडी को हाइड्रेटेड रखना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस मौसम शरीर से अत्यधिक पसीना आता है, जिसके माध्यम से शरीर का पानी बाहर निकल आता है और बॉडी डिहाइड्रेटेड हो जाती है। बॉडी के डिहाइड्रेटेड होने पर शरीर के लिए बॉडी फंक्शंस को परफॉर्म कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हाइड्रेशन मेंटेन करने के लिए उचित मात्रा में पानी पीने के साथ ही कुछ खास हाइड्रेटिंग फल और सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, परंतु कई बार इन सब के बावजूद भी हमारी बॉडी डिहाइड्रेटेड हो जाती है।
केवल खाद्य पदार्थों का सेवन ही नहीं, कुछ डिहाइड्रेटिंग फूड्स से परहेज करना और उनकी मात्रा का ध्यान रखना भी जरूरी है। कई ऐसी डिहाइड्रेटिंग फल एवं सब्जियां हैं, जिनके सेवन से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। ऐसे में खानपान का ध्यान रखने के साथ इन पांच डिहाइड्रेटिंग खाद्य पदार्थों से परहेज करें। क्लिनिकल न्यूट्रीशनल लवनीत बत्रा ने कुछ डिहाइड्रेटिंग फूड्स के नाम सुझाते हुए इनसे जितना हो सके परहेज रखने की सलाह दी है, और यदि आप इन्हें ले रहे हैं तो इसकी मात्रा का ध्यान रखें (dehydrating foods।
सोडियम का अत्यधिक सेवन करने पर बॉडी डिहाइड्रेटेड हो सकती है। जब हम बड़ी मात्रा में सोडियम (नमक का सबसे सामान्य रूप) युक्त खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो यह पोषक तत्व ब्लड फ्लो में केंद्रित हो जाता है। जब ब्लड में बहुत अधिक सोडियम होता है, तो यह इसकी सेलिनिटी और पीएच स्तर को प्रभावित कर सकता है।
शरीर को सही से कार्य करने के लिए सेल्स और ब्लड में सामान्य मात्रा में सैलिनिटी की आवश्यकता होती है। यह पीएच और सैलिनिट को सामान्य या कम से कम निचले स्तर पर वापस लाने के लिए हमारी सेल्स से पानी को ब्लड फ्लो में खींच लेता है। इसलिए सोडियम की मात्रा का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है।
जब ब्लड फ्लो में अत्यधिक मात्रा में शुगर होता है, तो ऑस्मोसिस (पानी की गति) होती है, जो दोनों स्ट्रक्चर के बीच अधिक होमियोस्टैटिक शुगर लेवल लाने के लिए सेल्स से पानी को ब्लड में खींच लेती है। जिससे हम डिहाइड्रेटेड हो जाते हैं।
किडनी ब्लड को फ़िल्टर करने और टॉक्सिंस को बाहर निकालने का काम करती है, जिसके परिणामस्वरूप इस सामान्य स्वीटनर में डायरेटिक प्रभाव पाया जाता है। ऐसे में बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा होती है, जिसकी वजह से बॉडी से पानी निकलता जाता है और बॉडी डिहाइड्रेटेड हो सकती है।
इन दिनों उच्च-प्रोटीन आहार का चलन है, खाने के इन लोकप्रिय तरीके के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जब प्रोटीन का सेवन बहुत अधिक मात्रा में किया जाता है, तो यह शरीर को डिहाइड्रेटेड कर सकता है। यह महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट शरीर में नाइट्रोजन में टूट जाता है, जहां अन्य पोषक तत्वों की तुलना में इसे मेटाबोलाइज करने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है।
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अत्यधिक मात्रा में प्रोटीन खाने से किडनी पर भी भार पड़ सकता है, जिससे की बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा महसूस होती है, क्योंकि यह शरीर से अतिरिक्त नाइट्रोजन को निकालता है, जिससे ड्यूरेटिक प्रभाव पैदा होता है।
बॉडी डिहाईड्रेशन ग्रीन टी के सेवन की मात्रा और उसमें कैफीन की मात्रा पर निर्भर करता है। यदि आप अधिक मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करती हैं, या दिन में 5 से 6 कप ग्रीन टी पी रही हैं, तो यह आपके शरीर द्वारा ठीक से अवशोषित नहीं हो पाएगी।
इसके परिणामस्वरूप आपको ब्लैडर खाली करने की इच्छा अधिक फ्रिक्वेंटली परेशान कर सकती है, जिससे बॉडी डिहाइड्रेटेड हो जाती है। वहीं यदि आपकी बॉडी डिहाइड्रेटेड है, और आप कुछ खा रही हैं, तो उसे पचाने में भी समय लगता है।
यह तो हम सभी हमेशा से सुनते आ रहे हैं की कॉपी के अधिक सेवन से बॉडी डिहाइड्रेटेड हो सकती है। कॉफ़ी प्रकृति में ड्यूरेटिक होती है और यदि आप दो कप से अधिक काफी लेती हैं, तो आपके शरीर में सोडियम के पुनर्अवशोषण को रोक सकती है। इससे गंभीर डिहाइड्रेशन होता है। इसलिए, आपको इसके सेवन को नियंत्रित करने की आवश्यकता होती है।
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