क्या आप जानती हैं कि आपकी डेली डाइट में शामिल नमक आपके लिए हार्ट अटैक (Heart attack) या स्ट्रोक (Heart stroke) का ख़तरा बन सकता है? अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला हों या गायक केके दोनों की ही मौत की वजह हार्ट अटैक थी। बीते कुछ सालों में हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हाई बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ी है। जिसके लिए लाइफस्टाइल ही नहीं आपकी डाइट भी बराबर की जिम्मेदार है। इनके साथ ही हृदय संबंधी बीमारियों को ट्रिगर करने वाला एक बड़ा कारक है हाई सोडियम इनटेक। अगर आप अपने आहार में बिना स्वाद खोए नमक यानी सोडियम कम करना चाहती हैं, तो ये 5 हेल्दी विकल्प अपना सकती हैं।
आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए एक निश्चित मात्रा में सोडियम की आवश्यकता होती है। सेंटर्स ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के अनुसार ज़रुरत से ज़्यादा सोडियम आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, क्योंकि इससे आपका रक्तचाप और हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। अपने खाने में सोडियम की मात्रा को कम करने से आपके रक्तचाप को कम करने और आपके दिल के स्वास्थ्य के सुधार में मदद मिल सकती है।
संतुलन किसी भी व्यवस्था का ज़रूरी नियम है। यही बात आपके शरीर पर भी लागू होती है। सोडियम हमारे शरीर द्वारा की जाने वाली कई बुनियादी गतिविधियों को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। जिसमें मांसपेशियां और नर्वस सिस्टम का सुचारू रूप से काम करना शामिल हैं। पर सोडियम की मात्रा अगर आपकी डाइट में बढ़ जाए या आप इसे बहुत अधिक मात्रा में लेने लगें, तो यह कई स्वास्थ्य समस्याओं की वजह बन सकता है।
ऐसे में कुछ मसालों और हर्ब्स की सीजनिंग का उपयोग कर आप सोडियम की मात्रा को अपनी डाइट में कम कर सकती हैं। इन हर्ब्स और सीजनिंग के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए हमने बात की न्यूट्रीशनिस्ट अनिता जेना से और जाना कुछ ऐसी चीज़ों के बारे में, जिन्हें अपनी डाइट में शामिल कर आप अपनी डाइट से नमक को भी कम या रीप्लेस कर सकती हैं।
1 लहसुन
न्यूट्रीशनिस्ट अनिता कहती हैं कि लहसुन एक ऐसा इंग्रीडिएंट्स है, जिसे आप अपनी रसोई में स्टॉक कर रख सकती हैं। लहसुन का इस्तेमाल चिकन, मछली, मांस, पास्ता और की सब्जियों के साथ किया जा सकता है। कच्चे लहसुन का उपयोग करने से जहां व्यंजन का तीखापन बढ़ जाता है, वहीं इसे भूनने पर यह मीठा और पौष्टिक स्वाद प्रदान करता है।
यदि आप लहसुन का स्वाद चाहते हैं, लेकिन इसे छीलने, काटने और/या भूनने में समय नहीं लगाना चाहते हैं, तो इसके बजाय लहसुन पाउडर का विकल्प चुनें। याद रखें, लहसुन के पाउडर में सोडियम नहीं होता, लेकिन लहसुन में नमक जैसा स्वाद होता है।
2 पेपरकॉर्न
न्यूट्रीशनिस्ट अनिता के अनुसार ज्यादातर लोग पेपरकॉर्न को केवल एक मसाले के रूप में जानते पेपरकॉर्न प्लांट, पाइपर नाइग्रम द्वारा उत्पादित सूखे फल हैं। इनमें काली मिर्च सबसे आम पेपरकॉर्न है। पर इसके अलावा लाल, हरे और सफेद भी हो सकते हैं। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि उन्हें कब काटा जाता है और उन्हें कैसे संसाधित किया जाता है। पेपरकॉर्न हेल्दी ही नहीं, बल्कि किसी भी डिश या रेसिपी में अपना बेमिसाल स्वाद एड कर देते हैं।
3 नींबू का रस
अनिता बताती हैं कि नमक के विकल्प के रूप में नींबू के रस का उपयोग करना आपके भोजन के स्वाद को दोगुना कर सकता है। साथ ही विटामिन सी की मात्रा होने के कारण आपके खाने को पौष्टिक भी बनाएगा। नींबू का रस चिकन, मछली, सब्जियों और यहां तक कि दही और मिठाइयों के साथ बेहतरीन लगता है।
नींबू के रस के साथ लेमन जेस्ट का इस्तेमाल खाने को और फ्लेवरफुल बनाता है। अगर आपको नींबू का स्वाद पसंद है, तो अपने मैरिनेड में नींबू का रस या जेस्ट मिलाएं।
जीरा अजमोद या अजवाइन परिवार का सदस्य और सूखा बीज है, जिसे साबुत या पाउडर के तौर पर कंज्यूम किया जता है। उत्तरी अफ्रीकी, अरबी, एशियाई, मैक्सिकन और कई अन्य व्यंजनों में प्रयुक्त, जीरा भोजन में एक अर्दी स्वाद जोड़ता है। जीरा मिर्च, करी, फलाफेल, आलू, सूप, टैको मसाला सहित विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों और मसाले के मिश्रण का स्वाद भी बढ़ा देता है।
बाल्समिक सिरका धीमी प्रक्रिया से तैयार होता है। इसे अंगूर के रस से बनाया जाता है। इसका स्वाद ज़रा कॉम्प्लेक्स है, जो एसिडिक के साथ स्वीट भी है। इस वजह से इसका इस्तेमाल हर तरह की डिश में आसानी से किया जा सकता है। बाल्सामिक विनेगर को सलाद मीट, सब्जियों और अचार में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। यह कुछ डेसर्ट में भी बढ़िया लगता है।
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