सर्दियों अपने साथ ढेरों समस्याएं ले कर आती हैं। कई बार ये समस्याएं छोटी हो सकती हैं और कई बार ये ज्यादा बड़ी हो सकती हैं। इस मौसम में सिर दर्द बहुत कॉमन है। सर्दी जुकाम इसका आम कारण होता है। लेकिन इसके और भी बहुत से कारण हैं और इसके खतरे भी बड़े हो सकते हैं। आज हम इसी बारे में बात करने वाले हैं कि सर्दियां आते ही क्यों बढ़ जाता है सिर दर्द (winter headache)? इससे जुड़े बड़े खतरे क्या हैं और हम किन आदतों को अपना कर इससे बच सकते हैं।
सर्दियों में तापमान में काफी बदलाव आता है, जो शरीर पर असर डालता है। गर्म जगह से ठंडी जगह या ठंडी जगह से गर्म वातावरण में जाने से शरीर के नसों पर दबाव पड़ता है। इस दबाव का सर सिर की नसों पर भी पड़ता है। जिससे सिर दर्द सर्दियों में (winter headache)कॉमन हो जाता है।
सर्दियों में कोहरे की वजह से प्रदूषण के कण हवा से चिपकने लगते हैं। शहरों में जहां प्रदूषण की समस्या ज्यादा है, वहां ऐसा अक्सर होता है। प्रदूषण के असर हमारे शरीर पर तो पड़ते ही हैं, हमारे दिमाग़ पर भी पड़ता है। दिमाग़ पर दबाव बढ़ने से सिर दर्द जन्म लेता है।
इन्वायरमेंट इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रदूषण की वजह से हवा में नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है। हवा में इसकी मात्रा का बढ़ना माइग्रेन के मरीजों के लिए ज्यादा घातक हो जाता है और उनमें माइग्रेन के झटके और फ्रीक्वेन्ट हो जाते हैं।
जाड़े के मौसम हवा ठंडी हो जाती है। इसका असर भी सिर दर्द (winter headache) जन्म देता है। जाड़े में सर्दी-जुकाम, गले में इन्फेक्शन जैसी समस्याएं आम हैं। इस वजह से भी सिर पर दबाव बढ़ता है और सिर दर्द की समस्या होती है।
ठंड के मौसम में अक्सर लोग पानी कम पीते हैं। ये शरीर में डिहाइड्रेशन का कारण बन जाता है। ये भी एक सिर दर्द का कारण है। दरअसल पानी के उचित मात्रा में इंटेक से हमारे शरीर में दिमाग़ में पर्याप्त फ्लूइड बनता है। लेकिन डिहाइड्रेशन की सूरत में सिर में फ्लूइड की कमी हो जाती है, जो सिर दर्द (winter headache) का एक बड़ा कारण है।
सर्दियों में सूरज की रोशनी कम होने के कारण शरीर में विटामिन D की कमी हो जाती है। ये भी सिर दर्द का कारण बन सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार माइग्रेन और टेंशन से पैदा हुए सिर दर्द में विटामिन डी की कमी और इजाफा कर सकती है।
सर्दियों में माइग्रेन का खतरा बढ़ सकता है। यदि किसी को पहले से माइग्रेन की समस्या है, तो ठंडी का मौसम इसे और बढ़ा सकता है। माइग्रेन के दौरान सिर में तेज दर्द (winter headache) और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
साइनस हमारे सिर का ही एक हिस्सा होता है जो हमारी नाक, हमारे जबड़े और हमारे कानों से जुड़ा होता है। इसका मुख्य काम है बलगम बनाना ताकि हमारी नाक में नमी बनी रहे। सर्दी के मौसम में सूखी हवा इन्हें भी प्रभावित करती है।
ऐसी स्थिति में साइनस इन्फेक्शन का खतरा होता है। कई बार सिर दर्द (winter headache) इस वजह से भी होता है। इसे इग्नोर करना हमारे लिए बड़ा खतरा बन सकता है और कई बार साइनस में सूजन के तौर पर सामने आता है।
सर्दी में नसें सिकुड़ जाती हैं। दिमाग़ की नसों पर भी इसका असर होता है। इनके सिकुड़ने से हमारे दिमाग़ का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। पहले ये समस्या सिर दर्द (winter headache) के तौर पर आती है। लेकिन अगर सिर दर्द लगातार होता रहे तो ये माइंड स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है। अगर सिर दर्द अचानक तेज होने लगे या अचानक शुरू हो जाए तो ये स्ट्रोक आने के लक्षण हो सकते हैं।
सर्दियों में सिर दर्द से राहत पाने के लिए गर्म पानी से नहाना फायदेमंद है। यह शरीर की मांसपेशियों को आराम देता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इससे सिर दर्द से तो आप बचते ही हैं, जब गर्माहट पा कर नसों की सिकुड़न दूर होती है तो आप माइंड स्ट्रोक के खतरों से भी बचते हैं।
ठंड के मौसम में पानी पीने में कोताही मत बरतिए। कोई भी मौसम हो शरीर का हाइड्रेट होना जरूरी है ताकि बॉडी में पर्याप्त फ्लूइड बने और आप को सिर दर्द जैसी समस्याएं न हों।
अगर माइग्रेन या साइनस जैसी कोई समस्या हो तो सर्दियों में डॉक्टर की सलाह से दवा लेकर हमेशा अपने पास रखें। इससे दर्द बढ़ने पर आप तुरंत इससे राहत पा सकेंगे।
तनाव सिर दर्द (winter headache) का एक बहुत बड़ा कारण है, चाहे मौसम कोई भी हो। सर्दियों में अक्सर हम ठंड की वजह से शारीरिक गतिविधियां कम कर देते हैं, जिस वजह से छोटी से छोटी समस्या भी तनाव बढ़ा देती है। इसलिए इसे दूर करने के तरीके अपनाएं। रोजाना थोड़ा व्यायाम, योग और मेडिटेशन करिए ताकि आप तनाव से बचे रहिए और सिर दर्द भी आपसे दूर रहे।
ठंड से बचने के लिए सिर, कान और गर्दन को अच्छे से ढक कर रखें। यह सिरदर्द को बढ़ने से रोक सकता है। सर्दी के मौसम में गर्म कपड़े पहनने से शरीर और सिर ठंड से बचे रहते हैं और आपको सर्दी जुकाम जैसी समस्याएं नहीं होतीं जो सिर दर्द का एक बड़ा कारण है।
अभी हमने ऊपर पढ़ा कि किस तरह विटामिन डी सिर दर्द को जन्म देता है। धूप ना सही विटामिन डी इंटेक का जुगाड़ अन्य माध्यमों से करें। हरी सब्जियाँ, फल, और डेयरी प्रोडक्ट्स को अपने खाने में शामिल करें ताकि आपके खाने में विटामिन डी की कमी ना हो और आप सिर दर्द सरीखी समस्याओं से बचे रहें।
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