क्या आप कई बार कोविड-19 की चपेट में आए हैं? आप इसमें अकेले नहीं हैं, क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे लोग हैं जो टीका प्राप्त करने के बाद भी ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित हो गए हैं। यकीनन यह कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन यह आपके शरीर और इसकी प्रतिरक्षा के बारे में बहुत कुछ कहती है। आज हम यह पता लगाने जा रहे हैं कि क्यों कोरोनावायरस आप में से कुछ लोगों को बार-बार हो रहा है।
मणिपाल अस्पताल, गाजियाबाद में आंतरिक चिकित्सा सलाहकार – दीपक वर्मा, हेल्थशॉट्स को बताते हैं कि कोरोनावायरस और टीकाकरण ने लोगों की प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बदल दिया है, विशेष रूप से वे जो कमजोर हैं, जैसे कि बुजुर्ग और बच्चे। जिन लोगों को टीके की दोनों खुराक और यहां तक कि बूस्टर शॉट भी मिल चुके हैं, वे भी फिर से संक्रमित हो रहे हैं। मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद, ओमिक्रोन वेरिएंट ने हल्के लक्षण दिखाए हैं, लेकिन संक्रमण का डर अभी भी लोगों में बना हुआ है।
डॉ वर्मा कहते हैं – “अच्छी खबर यह है कि दुनिया भर के विशेषज्ञों और वैज्ञानिक शोधकर्ताओं का सुझाव है कि पिछले वेरिएंट में रीइन्फ़ैकशन की संभावना बहुत कम रही है। जहां तक ओमिक्रोन का संबंध है, भारतीयों के मामले में सटीक संख्या साझा करने के लिए पर्याप्त डेटा उपलब्ध नहीं है।”
रीइन्फ़ैकशन का मतलब है कि आपका शरीर दिन-ब-दिन कमजोर होता जा रहा है, और आप इसकी अच्छी देखभाल नहीं कर रही हैं। हां, इसका मतलब यह भी है कि आपने इसे नज़रअंदाज़ किया, जब आपको पहली बार में संक्रमण हुआ था। इससे आपका शरीर पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाता है और आप कई बार इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं।
डॉ वर्मा बताते हैं “जो लोग फिर से संक्रमित हो जाते हैं वे वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित करते हैं, जो 5 महीने या उससे अधिक तक रह सकती हैं। मगर ओमिक्रोन वेरिएंट आपकी इम्युनिटी पर आसानी से आक्रमण कर सकता है।”
एंटीबॉडी की उपस्थिति सुरक्षा की गारंटी नहीं है, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति में इनके स्तर भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, यह शरीर पर वायरस के प्रभाव को कम करता है।
जल्द से जल्द अपना और परिवार के लोगों का टीकाकरण करवाएं।
15 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को टीका लगवाएं। अधिकतम सदस्यों को टीका लगवाने से छोटे बच्चों में भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
लगातार कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करें। यदि आप हल्के लक्षणों के साथ होम आइसोलेशन में हैं, तो मास्क पहनें और कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
सैनिटाइजर का प्रयोग करें और बार-बार हाथ धोएं।
अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें और राज्य के अधिकारियों द्वारा निर्देशित, उपलब्ध होने पर बूस्टर शॉट प्राप्त करें।
रीइन्फ़ैकशन से बचने के लिए अपनी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देना न भूलें
उपलब्ध वैक्सीन विकल्पों और पिछले दो वर्षों में उपलब्ध आंकड़ों के साथ, यह स्पष्ट है कि टीके कोविड -19 और इसके वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं।
मस्तिष्क को मजबूत करने और शरीर में डैमेज कोशिकाओं की मरम्मत के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करें।
हल्दी, काली मिर्च, अदरक, लौंग और लहसुन जैसी सुपर हर्ब्स का सेवन रोजाना बढ़ाएं।
अपने मस्तिष्क, शरीर और दिमाग को आराम देने के लिए हर्बल चाय का सेवन करें।
डॉ वर्मा की सिफारिश करते हैं – “गुड़ के बजाय चीनी का प्रयोग करें, खासकर सर्दियों में प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए। (मधुमेह रोगी पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें)।”
अगर आप हाल ही में कोविड-19 से उबरे हैं तो फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ करें और फेफड़ों में दर्द को कम करने के लिए भाप लें।
हम अभी भी अनिश्चित हैं कि यह महामारी कितने समय तक चलेगी, और यह कितने लोगों की जान लेगी। मगर, इन उपायों का पालन करके, आप संक्रमण और रीइन्फ़ैकशन की संभावना को कम कर सकते हैं।
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