मानसून हम सभी को बहुत पसंद है। हो भी क्यों न, तपती गर्मी से राहत जो लेकर आता है यह बारिश का मौसम। बारिश में भीगने से लेकर चाय-पकौड़े खाने तक, मानसून किसे नहीं भाएगा। लेकिन उसके साथ ही मानसून लाता है डेंगू। डेंगू वैसे तो किसी भी समय हो सकता है, लेकिन बारिश के मौसम में यह बीमारी बहुत अधिक फैलती है।
मानसून में डेंगू के फैलने का कारण है मच्छर! डेंगू वैसे तो वायरस से होता है लेकिन उस वायरस को फैलाता है एडीज इजिप्टी मच्छर। बारिश के कारण सड़कों के गड्डों, नालियों और गमलों में भरे पानी में यह मच्छर पनपता है और डेंगू फैलाता है।
डेंगू बुख़ार को आप अन्य वायरल बुख़ार से आसानी से पहचान सकतें हैं। डेंगू में तेज़ बुख़ार के साथ उल्टियां, सर दर्द, शरीर में दर्द और टूटन और त्वचा पर लाल रैशेस हो जाते हैं। गम्भीर स्थिति में नाक और मसूड़ों से खून आने लगता है।
डेंगू यूं तो बहुत खतरनाक बीमारी है, पर इसकी वैक्सीन मौजूद है। बच्चों में नौ साल की उम्र से पहले ही डेंगू की वैक्सीन का इंजेक्शन लगता है।
इसके बावजूद डेंगू से बचाव ही सबसे बेहतर विकल्प है।
कोविड-19 ने वैसे ही हमें घरों तक सीमित कर दिया है, इसलिए घरों की साफ-सफाई का खास ध्यान देना ज़रूरी है। ऐसा कोई खाली बर्तन, गमला इत्यादि न रखें जिसमे पानी भरे और मच्छरों के पनपने का स्थान बनें। अगर फिश टैंक, फ्लॉवर पॉट वगेरह रखते हैं, तो हर हफ़्ते उसकी अच्छे से सफ़ाई करें।
फुल स्लीव्स की शर्ट और पैंट पहनने से आप खुद को मच्छर के काटने से बचा सकते हैं। खासकर शाम के वक्त, क्योंकि अंधेरा होने के बाद मच्छर बढ़ जाते हैं।
मच्छरदानी आपको रात में मच्छरों से बचाती है। भले ही आप रात भर ऐसी में सोते हों, प्रीकॉशन्स अपनाने में कोई हर्ज़ नहीं है।
हालांकि इस वक्त हम ज्यादा बाहर नहीं निकल रहे, लेकिन छत और बालकनी पर जाते वक्त भी सावधानी बरतें। मोस्क्यूटो रिपेलेंट क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें। इसके अलावा बाज़ार में मच्छर मारने के कई प्रोडक्ट्स हैं जिनका आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस मौसम में बच्चों का खास ख़याल रखें। डेंगू खतरनाक है, और इस महामारी के दौरान तो आपको ज्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है। प्रीकॉशन्स को फॉलो करें और सुरक्षित रहें।