कभी-कभी स्किन की समस्या कई अन्य समस्याओं की वजह बन जाती है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि यह आपके जोड़ों को भी प्रभावित कर सकती है। अब तक हम जानते आये थे कि हड्डियां कमजोर होने पर जोड़ प्रभावित हो जाते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि स्किन प्रॉब्लम और जॉइंट में कनेक्शन है। स्किन प्रॉब्लम सोरायसिस भी जॉइंट की समस्या जॉइंट इन्फ्लेमेशन (joint inflammation) का कारण बन सकता है। आइये जानते हैं कि सोरायसिस कैसे जॉइंट इन्फ्लेमेशन (psoriasis can cause joint inflammation) का कारण बनता है।
सोरायसिस ऑटोइम्यून डिजीज है। ऑटोइम्यून बीमारी के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के ऊतकों पर हमला करने लगती है। यह क्रिया सोरायसिस के साथ त्वचा पर दिखाई देने लगती है। इसके कारण खुजली, दर्द, सूजन और जलन होती है।कुछ लोगों में प्रतिरक्षा प्रणाली का यह हमला जोड़ों पर भी होता है। इसे सोरियाटिक गठिया (Psoriatic Arthritis) कहा जाता है। सूजन के कारण जोड़ों में दर्द और सूजन हो सकती है।
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स के फाउंडर और डायरेक्टर डॉ. शुचिन बजाज कहते हैं, ‘जो सोरायसिस से पीड़ित हैं, उनमें लगभग 30% लोगों को यह प्रभावित कर सकता है। यह पुरुषों और महिलाओं, दोनों को हो सकता है। यह किसी भी उम्र में शुरू हो सकता है। कुछ चीजें इसके होने की संभावना को प्रबल बनाती है। यदि किसी व्यक्ति को पहले से सोरायसिस है, विशेषकर नाखूनों पर घाव है, तो उसे सोरियाटिक आर्थराइटिस हो सकता है। यदि परिवार में किसी को सोरियाटिक गठिया है, तो भी यह हो सकता है। 30 – 50 वर्ष की उम्र के बीच होने की संभावना अधिक रहती है। कभी कभी यह किसी अन्य स्किन प्रॉब्लम के कारण भी हो सकता है। कभी-कभी कोई वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण इसे ट्रिगर कर सकता है। इसके पीछे शरीर में पहले से इसके होने का खतरा होना कारण बन सकता है। आम तौर पर सोरायसिस के लक्षण शुरू होने के लगभग 5 – 12 साल बाद जोड़ों का दर्द शुरू होता है।’
डॉ. शुचिन के अनुसार, जॉइंट्स को छूने पर गर्म होने का एहसास, सूजे हुए, सख्त और पेनफुल हो सकते हैं। हाथ और पैर की सूजी हुई उंगलियां, पैरों में दर्द, विशेष कर एड़ी के पीछे या पैर के तलवे में दर्द इसका लक्षण हो सकता है। उठने, लंबे समय
शरीर के एक तरफ या दोनों तरफ जोड़ों में दर्द हो सकता है। बीमारी आम तौर पर समय के साथ बढ़ती जाती है।
जोड़ों में दर्द महसूस होने पर जितनी जल्दी हो सके, डॉक्टर से बात करें। सोरियाटिक गठिया का जल्दी निदान और उपचार करना जरूरी है। थोड़ी भी लापरवाही मर्ज को बढ़ा सकती है। जल्दी उपचार का उद्देश्य प्रतिरक्षा प्रणाली को जोड़ों को स्थायी क्षति पहुंचाने से बचाना है। इसके उपचार से सोरायसिस और सोरियाटिक आर्थरिटिस के कारण होने वाली सूजन को शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित करने से रोकना है।
गठिया का इलाज करने में रुमेटोलॉजिस्ट (rheumatologist for Psoriatic Arthritis) स्पेशियेलिस्ट होते हैं। वे रोगी को उन उपचारों के बारे में बता सकते हैं, जो सोरियाटिक गठिया (Psoriatic Arthritis) को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। इस रोग के लिए दी जाने वाली दवाएं ओरली ली जा सकती हैं। इसके अलावा इंजेक्ट की जाने वाली दवाएं भी दी जा सकती हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली (medicines for immune system) के साथ काम करती हैं।
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