Pre marital health checkup : शादी से पहले आप दोनों को करवाने चाहिए ये 8 टेस्ट, जानिए क्यों है इनकी जरूरत
अंदर क्या है
- प्री मैरिटल चेकअप की जरूरत
- शादी से पहले हेल्थ चेकअप के फायदे
- प्री मैरिटल हेल्थ चेकअप में कौन से टेस्ट शामिल हैं
- क्या है प्री मैरिटल हेल्थ चेकअप का सही समय
- सुखी दांपत्य के लिए कुछ सुझाव
शादी जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। शादी के दिन को खास बनाने की तैयारियां जितनी ज़रूरी हैं, उतनी ही महत्वपूर्ण है भविष्य के लिए सेहतमंद जीवन की योजना बनाना। शादी से पहले का हेल्थ चेकअप (pre marital health checkup) यह सुनिश्चित करता है कि दंपत्ति शारीरिक और आनुवंशिक रूप से एक-दूसरे के अनुकूल हैं। साथ ही शादी से पहले किए जाने वाले चेकअप (pre marital health checkup) आप दोनों को भविष्य में होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने के लिए तैयार करते हैं।
शादी से पहले हेल्थ चेकअप क्यों जरूरी है और कौन-कौन से टेस्ट कब करवाए जाने चाहिए, इन सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं डॉ. आकाश शाह। डॉ. शाह अहमदाबाद की न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स में कंसल्टेंट पैथोलॉजिस्ट हैं।
शादी से पहले हेल्थ चेकअप क्यों ज़रूरी है? (Why do we need pre marital health checkup)
1. अनुकूलता सुनिश्चित करना:
प्री मैरिटल चेकअप और टेस्ट की जरूरत के बाारे में बात करते हुए डॉ. शाह कहते हैं, “एक-दूसरे की सेहत की जानकारी होना सुरक्षित और स्वस्थ वैवाहिक जीवन की योजना बनाने में मदद करता है। खासतौर पर, यदि आप जल्दी परिवार शुरू करना चाहते हैं, तो यह बहुत महत्वपूर्ण है।”
2. आनुवंशिक विकारों की रोकथाम:
दुर्लभ बीमारियों का एक बड़ा हिस्सा जेनेटिक डिसआर्डर के कारण हाेने वाली बीमारियां का है। डॉ. शाह कहते हैं, “कुछ आनुवंशिक बीमारियां, जैसे थैलेसीमिया या सिकल सेल एनीमिया, बच्चों में हो सकती हैं अगर दोनों साथी के जीन्स में यह विकार हो। शुरुआती जांच से सही निर्णय लेने में मदद मिलती है।”
3. छिपी हुई बीमारियों की पहचान:
अगर आप एक सुखी और स्वस्थ वैवाहिक जीवन चाहते हैं, तो आप दोनाें का स्वस्थ होना जरूरी है। जबकि कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनके लक्षण लंबे समय तक नजर नहीं आते या बहुत सामान्य लगते हैं। डॉ. शाह के अनुसार डायबिटीज, थायरॉयड समस्या या यौन संक्रमण (STIs) जैसी समस्याएं कई बार लक्षण नहीं दिखातीं। चेकअप से इन्हें समय रहते पहचाना और इलाज किया जा सकता है।
4. भावनात्मक सेहत को बढ़ावा:
अकसर किसी एक के बीमार होने के बाद परिवारों में, अमूमन वर-वधू पक्ष में इस बात को लेकर बहस होने लगती है कि उन्हें इस समस्या के बारे में पहले नहीं बताया गया। यह जोड़ों को दोहरे संकट में डाल देता है। पहला शारीरिक और दूसरा भावनात्मक संकट।
जबकि शादी से पहले यानी प्री मैरिटल चेकअप करवाकर एक-दूसरे के साथ अपनी हेल्थ रिपोर्ट शेयर करना बहुत सारे विवादों को होने से बचा सकता है। सेहत से जुड़ी पारदर्शिता विश्वास बढ़ाती है और अनजान डर को कम करती है, जिससे रिश्ते की नींव मजबूत होती है।
शादी से पहले करवाए जाने वाले ज़रूरी टेस्ट (Tests to be done for pre marital health checkup)
1. पूरा रक्त परीक्षण (Complete Blood Count):
इसके लिए डॉ. शाह सबसे पहले कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट की सिफारिश करते हैं। यह बेसिक टेस्ट शरीर की सेहत का आकलन करता है और एनीमिया या इंफेक्शन जैसी समस्याओं का पता लगाता है।
2. ब्लड ग्रुप और आरएच फैक्टर टेस्ट:
गर्भावस्था के दौरान जटिलताओं, जैसे आरएच असंगति, से बचने के लिए ब्लड ग्रुप की जांच आवश्यक है। यह अमूमन नेगेटिव ब्लड ग्रुप और पॉजीटिव ब्लड ग्रुप के मां और बच्चे के होने पर उत्पन्न होने वाली समस्याएं हैं। जिनके बारे में पहले से पता हो तो किसी भी तरह की जटिलता से बचा जा सकता है।
3. जेनेटिक स्क्रीनिंग:
थैलेसीमिया जैसी बीमारियों की संभावना का पता लगाने के लिए यह टेस्ट किया जाता है।
4. संक्रामक रोगों की जांच:
एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और सी, और सिफलिस जैसी बीमारियों की स्क्रीनिंग से समय पर इलाज और संक्रमण की रोकथाम होती है।
5. डायबिटीज और थायरॉयड फंक्शन टेस्ट:
अनजान डायबिटीज या थायरॉयड की समस्या गर्भावस्था और सेहत पर असर डाल सकती है।
6. प्रजनन क्षमता की जांच:
जो जोड़े बच्चे की योजना बना रहे हैं, उन्हें प्रजनन क्षमता का परीक्षण करवाना चाहिए। पुरुषों के लिए सीमन एनालिसिस और महिलाओं के लिए हार्मोनल टेस्ट करवाए जा सकते हैं।
7. लाइफस्टाइल से जुड़ी जांच:
लिपिड प्रोफाइल और लिवर फंक्शन टेस्ट जैसे टेस्ट हाई कोलेस्ट्रॉल और लिवर की बीमारियों का आकलन करते हैं।
8. इम्यूनिटी टेस्ट:
रूबेला जैसी बीमारियों के खिलाफ इम्यूनिटी की जांच (खासकर महिलाओं के लिए) आवश्यक है ताकि जरूरत पड़ने पर बचाव के उपाय किए जा सकें।
कब कराना चाहिए शादी से पहले यह चेकअप? (Best time for pre marital health checkup )
शादी से कम से कम 3 से 6 महीने पहले यह चेकअप करवाना बेहतर होता है। इससे इलाज या टीकाकरण के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है।
सुखी और स्वस्थ दांपत्य जीवन के लिए कुछ और सुझाव (Tips to maintain a healthy married life)
स्वास्थ्य इतिहास साझा करें:
व्यक्तिगत और पारिवारिक स्वास्थ्य इतिहास पर खुलकर चर्चा करने से विश्वास बढ़ता है और बेहतर तैयारी होती है।
काउंसलिंग करवाएं:
कई मेडिकल सेंटर टेस्ट के साथ प्री-मैरिटल काउंसलिंग भी प्रदान करते हैं, जिससे आप परिणामों को समझकर सही निर्णय ले सकते हैं।
टीकाकरण कराएं:
हेपेटाइटिस बी, एचपीवी और रूबेला के टीके आमतौर पर बचाव के लिए सुझाए जाते हैं।
जीवनशैली में बदलाव करें:
संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन का अभ्यास शादी से पहले सेहत को बेहतर बनाता है।
शादी से पहले हेल्थ चेकअप कहां कराएं? (Where to be done pre marital health checkup)
कई अस्पताल और डायग्नोस्टिक सेंटर विशेष प्री-मैरिटल हेल्थ पैकेज प्रदान करते हैं। उन सेंटर का चयन करें जिनकी सटीकता और गोपनीयता के लिए अच्छी प्रतिष्ठा हो।
याद रखें
शादी से पहले का हेल्थ चेकअप सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह एक स्वस्थ और खुशहाल भविष्य में निवेश है। यह दंपत्ति को संभावित स्वास्थ्य समस्याओं को सुलझाने, पेरेंटहुड की योजना बनाने, और विश्वास व पारदर्शिता के साथ अपनी वैवाहिक यात्रा शुरू करने में मदद करता है।
स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर, आप यह सुनिश्चित करते हैं कि आपका जीवन प्यार और सेहत की बुनियाद पर शुरू हो, जो सालों तक कायम रहे।
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