प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को खान-पान के प्रति विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है। परंतु प्रेगनेंसी के बाद भी महिलाओं के लिए खान-पान का ध्यान रखना जरूरी है। पोस्ट प्रेगनेंसी रिकवरी के लिए पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड्स की आवश्यकता होती है, इसके साथ ही कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं, जिनसे परहेज रखने की सलाह दी जाती है। कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन पोस्ट प्रेगनेंसी कॉम्प्लिकेशंस को बढ़ा सकते हैं। इसलिए डिलीवरी के बाद क्या खाना है और क्या नहीं. इसकी एक सही गाइड होनी चाहिए (what a woman should eat after delivery)।
मणिपाल हास्पिटल, गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा ने डिलीवरी के बाद महिलाओं के खान-पान को लेकर कुछ जरूरी जानकारी दी है। उन्होंने बताया है, कि डिलीवरी के बाद क्या खाना उचित है और क्या नहीं खाना चाहिए (Post pregnancy diet)।
चाइल्डबर्थ के फौरन बाद महिलाओं को अपनी डाइट में भरपूर मात्रा में हाइड्रेटिंग फल, सब्जियां एवं अन्य प्रकार के व्यंजनों को शामिल करने की सलाह दी जाती है। एक्सपर्ट के अनुसार डिलीवरी के बाद हाइड्रेशन सुनिश्चित करना जरूरी है। प्रेगनेंसी में बॉडी से पानी और ब्लड दोनों का लॉस होता है, जिसे वापस से मेंटेन करने के लिए आपको इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर ड्रिंक जैसे कि कोकोनट वॉटर इसके अलावा हेल्दी सूप, वहीं अन्य हाइड्रेटिंग फल एवं सब्जियों को डाइट में शामिल करने की आवश्यकता होती है।
डाइटिशियन अदिति शर्मा के अनुसार पोस्टपार्टम डाइट में महिलाओं को प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की मात्रा को बढ़ाने की सलाह दी जाती है। प्रोटीन आपकी बॉडी को वापस से नॉर्मल फंक्शन करने के लिए जल्दी से जल्दी तैयार करती है। वहीं यह ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ावा देती है, इससे बच्चों के ग्रोथ पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
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केला उबली हुई सब्जियां, खिचड़ी, खट्टे फल आदि जैसे सुपाच्य खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करें। डिलीवरी के फौरन बाद भारी खाद्य पदार्थों को पचा पाना मुश्किल होता है। कब्ज, अपच जैसी पाचन संबंधी समस्या न हो, इसलिए पाचन में आसान खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी जाती है।
पालक, अनाज, दाल कुछ प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जियां आदि में पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है। इन्हें अपनी नियमित डाइट में शामिल करें। इसके अलावा डेयरी प्रोडक्ट जैसे कि दूध, दही, चीज, केल, ब्रोकली जैसी पत्तेदार सब्जियां, प्लांट बेस्ड मिल्क जैसे कि आलमंड मिल्क आदि कैल्शियम के बेहतरीन स्रोत होते हैं। इनका सेवन आपके पोस्टपार्टम रिकवरी को आसान बना देता है। वहीं ये पोषक तत्व ब्रेस्टफीडिंग में भी आपका सपोर्ट करते हैं।
डाइटिशियन के अनुसार जरा आयरन का एक बेहतरीन स्रोत है और यह डिलीवरी के बाद महिलाओं की बॉडी को पर्याप्त एनर्जी प्रदान करता है इसके साथ ही जीरे का सेवन मिल्क प्रोडक्शन को भी स्टिम्युलेट करता है जीरे को पानी में भिगोकर छोड़ दे और सुबह इस पानी सहित लेने से आपको कई फायदे मिलेंगे।
तिल आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर और फास्फोरस जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो आपके पोस्टपार्टम डाइट को हेल्दी बनाने में आपकी मदद करता है। यह पोषक तत्व आपके बॉवेल मूवमेंट को नियमित रखते हैं, जिससे कि स्टीचेज पर ज्यादा जोड़ न पड़े। आप इसे अपनी नियमित सब्जी, सूप आदि में ऐड कर सकती हैं। साथ ही साथ इसकी चटनी का स्वाद भी अच्छा होता है।
अपनी पोस्ट प्रेगनेंसी डाइट में हेल्दी खाद्य पदार्थों को शामिल करने के साथ-साथ कुछ खाद्य पदार्थों को भूलकर भी शामिल न करें। डाइटिशियन अदिति शर्मा बता रही है कुछ खाद्य पदार्थों के नाम:
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कस्टमाइज़ करेंडिलीवरी के बाद शराब के सेवन से पूरी तरह परहेज करें। यह केवल ब्रेस्टफीडिंग के लिए ही नहीं है, बल्कि आपकी बॉडी के हेल्दी रिकवरी के लिए भी जरूरी है।
यदि आप मॉडरेशन में कैफीन ले रही हैं, तो यह ठीक है, परंतु कैफीन की अधिकता आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है।
पोस्ट प्रेगनेंसी डाइट में लहसुन से परहेज रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि लहसुन का स्वाद और स्मेल आपके ब्रेस्ट मिल्क में ट्रांसफर हो सकता है। इससे बच्चा ब्रेस्टफीड नहीं करता, इसलिए इस बात का ध्यान रखें।
गैस पैदा करने वाले खाद्य पदार्थ जैसे कि खट्टे फल, टमाटर, मसालेदार खाद्य पदार्थ, आदि गैस और ब्लोटिंग का कारण बन सकते हैं। ऐसे में आपके शरीर को परेशानी होती है, साथ ही साथ बच्चे को भी समस्या हो सकती है।
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