शरीर के सबसे नाजुक अंगों में आंख सबसे पहले आती है। आंखों में होने वाली छोटी-छोटी परेशानी कब बड़ी बन जाती है पता ही नहीं चलता। आंखों के लिए जितना सही खान-पान जरूरी होता है, उतना ही नींद भी आपकी आंखों की हेल्थ के लिए आवश्यक है। नींद की कमी आपके हेल्थ के लिए बेहद हानिकारक है, ये गंभीर नेत्र समस्याओं को पैदा कर सकती है। यहां तक कि नींद की कमी के चलते ग्लूकोमा जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है (poor sleep effects on eyes) ।
नींद की कमी के कारण आंखों का सूखना, खुजली होना, लाल होना जैसी समस्या को पैदा हो सकती हैं। आंखों में सूखापन दर्दनाक होने के साथ जलन पैदा कर सकती है। पर्याप्त नींद ना लेने से आंखों में क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं, चलिए जानते हैं क्या कहते हैं विशेषज्ञ।
ऑप्थलमोलॉजिस्ट सीनियर कंसल्टेंट डॉ. कर्नल अदिति दुसाज (श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, दिल्ली बताती हैं कि, अगर आप पर्याप्त मात्रा में नींद नहीं लेते हैं (poor sleep effects on eyes) तो आपकी आंखों में थकान के साथ सूजन और लालिमा भी आ सकती है। यही नहीं आपकी आंखों की रोशनी भी प्रभावित हो सकती है। नींद की कमी से आंखों की मांसपेशियों में थकान आती है, जिससे आंखों में दर्द और सूजन हो सकती है।
रोशनी में कमी भी हो सकती है, जिससे देखने में परेशानी, आंखों में सूजन और लालिमा , आंखों में दर्द और परेशानी हो सकती है। ऐसे में आपको इसके समाधान के लिए कुछ उपाय अपनाने होंगे जैसे, पर्याप्त नींद लेना बहुत आवश्यक है आपको रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना होगा। नियमित तौर पर अपनी दिनचर्या में व्यायाम को भी शामिल करें इससे आपकी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है।
तनाव को कम करने का प्रयास करें इसके लिए योग, ध्यान, और अन्य तनाव कम करने वाले उपायों का प्रयोग करें। देखभाल पर ध्यान दें इसके लिए नियमित तौर पर आंखों की जांच कराएं, डॉक्टर से परामर्श लेते रहें और हमेशा आंखों को साफ रखें।
डॉ. कर्नल अदिति दुसाज नींद की कमी से आंखों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताती हैं कि कम सोने से देखने में परेशानी , आंखों में सूजन और लालिमा, दर्द की समस्या हो सकती हैं।
सूखी आंख एक ऐसी स्थिति है जब आपकी आंखों में नमी की कमी होती है और जब आपकी आंखों को पर्याप्त आराम और नींद नहीं मिलती, तो यह आपकी आंखों को पर्याप्त रूप से चिकना करने के लिए लगातार आंसू का उपयोग करती हैं। नींद की कमी के कारण आपकी आंखें थकने के साथ ही इन पर दबाव और जोर पड़ता है। जिसके कारण आंखें सूख जाती हैं।
एआईओएन आंख की एक बेहद गंभीर स्थिति है जो आमतौर पर 60-65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में देखी जाती है और ये तब भी हो सकता है जब लोग लंबे समय से नींद कम ले रहे हों (poor sleep effects on eyes)। AION उम्र बढ़ने के कारण रक्त वाहिकाओं की सूजन की बीमारी है।
ऐंठन, आंख में मरोड़ या आंखों का फड़कना ये तब होता है, जब आपकी पलक में अचानक अनैच्छिक पेशी संकुचन होता है। ये तनाव, नींद की कमी, ज्यादा कैफिन का सेवन करने के कारण होता है। इसे मायोकिमिया भी कहा जाता है।
शरीर के हर अंग के लिए एक्सरसाइज जरूरी होती है। आंखों के मामले में भी यह बेहद जरूरी होती है। अगर आपकी आंखों की रोशनी कम हो रही है, एक जगह पर फोकस करने में समस्या होती है, अगर आंखों से पानी आता है या फिर सूखापन महसूस होता है तो कुछ एक्सरसाइज के जरिए आपको आराम मिल सकता है।
यह सबसे प्रचलित एक्सरसाइज है। पामिंग एक्सरसाइज से आंखों को आराम मिलता है और साथ ही थकान और तनाव भी कम होता है। पामिंग एक्सरसाइज के लिए सबसे पहले अपनी हथेलियों को रगड़कर हल्का गर्म करें, फिर आंखों को बंद करें और उसके बाद अपनी गर्म हथेलियों को आंखों पर रखें। पांच मिनट तक गहरी सांस लें। इस प्रक्रिया को रोजाना 1-2 बार जरूर करें।
ये आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज सबसे ऊपर आती है। नेत्र रोग विशेषज्ञों का मानना है कि आई रोलिंग यानी आंखों को घुमाना एक ऐसा व्यायाम है जो आंखों का तनाव कम करने में मदद करता है। इसे करने के लिए अपना सिर बिना मोड़े अपनी आंखों को दाएं से बाएं और फिर ऊपर से नीचे की ओर घुमाएं। रोजाना 2-4 मिनट ये एक्सरसाइज आपकी आंखों को काफी आराम पहुंचाती है।
लैपटॉप, मोबाइल पर घंटों काम करते रहने या टीवी स्क्रीन के सामने बैठे रहने के दौरान रीफोकसिंग एक्सरसाइज करें। यानी, लगातार मोबाइल-लैपटॉप पर आंखें टिकाए रहने की बजाय समय-समय पर अपना फोकस शिफ्ट करते रहें। ये आंखों की थकान को दूर करता है और साथ ही रोशनी बढ़ाने में भी मदद करता है। इसे करने के लिए सबसे पहले पास रखी किसी वस्तु पर फोकस करें फिर दूर रखी वस्तु पर अपना फोकस शिफ्ट करें। ये एक्सरसाइज रोजाना 4-6 बार दोहरा सकते हैं।
नेत्रों की रोशनी को तेज करने के लिए और आंखों की थकान दूर करने के लिए ब्लिंकिंग एक्सरसाइज भी काफी हेल्पफुल होती है। इसे करने के लिए काम के बीच छोटा सा ब्रेक लें और फिर अपनी आंखों को कुछ सेकेंड के लिए बंद करें, थोड़ी दूर रुकें और फिर खोल लें। दिन में इस एक्सरसाइज को 2-3 बार दोहराएं।
ये एक्सरसाइज आपकी आंखों की रोशनी बढ़ाती है और साथ ही साथ फ्लेक्सिबल भी बनाती है। इस एक्सरसाइज के लिए अपनी आंखों से 8-10 फीट दूर दीवार की ओर देखें और आंखों से 8 का चित्र बनाने की कोशिश करें।
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