आपको पता है कि हॉलीवुड की मशहूर हस्तियों जैसे सेलीन डायोन, सोफिया वेरगारा और किम कार्दाशिया के बीच शानदार कॅरियर और पर्सनेलिटी के अलावा क्या कॉमन है?
हैरान न हों, सोचिए अगर उन्होंने अपना कॅरियर बनाने की बजाए ‘सही उम्र’ में बच्चे पैदा करने के बारे में सोचा होता तो क्या होता? ऐसा सोचना भी मुश्किल है, क्योंकि इन महिलाओं ने पहले अपने कॅरियर के बारे में सोचा और बाकी सभी चीजों के बारे में बाद में सोचने का फैसला किया।
उन्होंने एग फ्रीजिंग यानी उसाइट क्रायोप्रीजर्वेशन (oocyte cryopreservation) की प्रक्रिया को चुना और अपनी प्रजनन क्षमता प्रीजर्व करने का फैसला किया। अपने देश की बात करें तो टेलीविजन प्रोड्यूसर एकता कपूर और पूर्व मिस वर्ल्ड डायना हेडेन ने भी एग फ्रीजिंग की मार्फत मातृत्व को चुना।
अमेरिकन सोसायटी ऑफ रि-प्रोडक्टिव मेडिसिन के अनुसार एग फ्रीजिंग (oocyte cryopreservation) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें महिलाएं अपनी सही उम्र में अपने एग फ्रीज कर सकती हैं, जिससे उम्र बढ़ने पर प्रजनन संबंधी अर्थात बांझपन जैसे मसलों से बचा जा सके।
सोच रही होंगी कि ये कैसे होता है? इसके लिए हमने डॉ सुनीता अरोड़ा से संपर्क किया।
डॉ. सुनीता सीनियर कंसल्टेंट हैं फोर्टिस ब्लूम आईवीएफ सेंटर, फोर्टिस ला फेमे, ग्रेटर कैलाश (नई दिल्ली)। आप भी जानिए कि उन्होंने एग फ्रीजिंग के बारे में क्या बताया-
सबसे पहले, आपको हार्मोनल इंजेक्शन दिए जाएंगे। डॉ. अरोड़ा बताती हैं, ” इसके लिए 10 दिनों के हार्मोनल इंजेक्शन दिए जाते हैं, जिनकी शुरूआत पीरियड्स के बाद की जाती है। इसके बाद एनेस्थीसिया देने के बाद एग निकाला जाता है।”
अब, आप यह तो जानती ही होंगी कि कैसे ओवरीज से हर महीने एक अंडा रिलीज होता है स्पर्म के साथ प्रजनन करने के लिए। ये इंजेक्शन और कुछ नहीं, बल्कि हार्मोन की डोज होती हैं, जैसे फोलिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन (FSH), ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) और ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) हैं। जो अंडाशय को अधिक अंडे देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। मूल रूप से, जितने अधिक अंडे होंगे, आपके निषेचन की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।
डॉ अरोड़ा कहती हैं, “ये इंजेक्शन पेशेंट फ्रेंडली होते हैं। इस प्रक्रिया से गुजरने वाली ज्यादातर महिलाएं ये इंजेक्श़न खुद ही ले लेती हैं।”
फिर, अंडे एकत्र किए जाते हैं: “तीन से चार अल्ट्रासाउंड उन 10 से 12 दिनों के दौरान किए जाते हैं जब रोगी इंजेक्शन पर होता है। एग फ्रीजिंग प्रोसेस के लिए उसी दिन महिला को हॉस्पिटल में एडमिट किया जाता है और पूरी प्रक्रिया के बाद छह से आठ घंटे के दौरान हॉस्पिटल से छुट्टी भी दे दी जाती है।
चिंता न करें, एक्सट्रेक्शन प्रोसेस में आपको किसी तरह की सर्जरी से नहीं गुजरना पड़ता। वह कहती हैं, “शरीर पर कोई कट नहीं लगाया जाता, बल्कि पूरो प्रोसेस ट्रांस वेजाइनल रूट से किया जाता है। और तब मरीज को एनेस्थीसिया दिया गया होता है। एग इकट्ठे करने में 20 से 30 मिनट का समय लगता है।”
आखिर एग फ्रीज हो गए : “30-35 वर्ष की आयु की महिलाओं के लिए, कम से कम आठ से 10 अंडे फ्रीज किए जाते हैं। पर अगर आप 35 साल की उम्र के बाद फ्रीजिंग करवा रहीं हैं, तो भविष्य में प्रजनन को सुनिश्चित करने के लिए 10 से 15 एग फ्रीज करने चाहिए।”
हालांकि एग्स को सालों तक सुरक्षित रखा जा सकता है, फिर भी हम पेशेंट को सलाह देते हैं कि वह इनका इस्तेमाल 4-5 वर्ष के भीतर कर लें।
डॉ अरोड़ा बताती हैं, “यह इंजेक्शन के रिस्पॉन्स पर भी निर्भर करता है। पर औसतन इसमें 1 से डेढ़ लाख के बीच खर्च आता है। ”
डॉ. अरोड़ा सुझाव देती हैं कि आपको प्लान करके ओसी (oocyte cryopreservation) के लिए जाना चाहिए अगर : आप 35 वर्ष की आयु के करीब हैं और जल्द ही बेबी प्लाओन नहीं करना चाहती हैं। वे कहती हैं, “35 के बाद, एग्स की क्वालिटी खराब होने लगती है। इसलिए, 30 से 35 की उम्र के बीच एग फ्रीजिंग सही फैसला हो सकता है।”
वे समझाती हैं, एंडोमेट्रियोसिस जैसी बीमारियों के कारण आपकी डिम्बग्रंथि रिजर्व हैं। आपकी स्त्रीरोग विशेषज्ञ इसमें आपकी मदद कर सकती है। अगर आपको कैंसर जैसी बीमारियों का इलाज करने के लिए कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी से गुजरना पड़ा है, तब भी आपकी प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है।
डॉ.अरोड़ा बताती हैं, “कुछ पेशेंट में इस प्रक्रिया के दौरान पेट में हल्का दर्द या गड़बड़ी की शिकायत हो सकती है। हार्मोनल इंजेक्शन के कारण सूजन और वजन बढ़ने जैसे शॉर्ट टर्म इफैक्ट भी देखे गए हैं, पर यह भी प्रक्रिया के 10 से 15 दिनों के भीतर दूर हो जाते हैं।”
कुछ मामलों में इस प्रोसेस में रिस्क ज्यादा हो सकता है। वे चेतावनी देती हैं : प्रोसेस के दौरान वाहिकाओं यानी वेसल्स और आसपास की संरचना में चोट लगने की संभावना भी हो सकती है। पर ऐसा सिर्फ 1% दुर्लभ मामलों में होता है।
इसके अतिरिक्त, 2012 से 2016 के बीच प्रजनन संरक्षण के लिए गई महिलाओं पर हुए एक सर्वेक्षण में यह भी सामने आया कि कई महिलाएं प्रक्रिया की विफलता के कारण एंग्जायटी और निराशा से घिर गईं।
हालांकि इस सब के लिए उनमें जानकारी का अभाव, कम एग फ्रीज करवाना और परिवार के भावनात्मक सपोर्ट की कमी भी देखी गई। इसलिए आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यह प्रोसेस भविष्य में फर्टिलिटी की गारंटी नहीं देता है।