अजवाइन एक ऐसी हर्ब है जो हमारे भोजन का स्वाद दोगुना कर देती है। और अजवाइन (Oregano) के औषधीय गुणों से तो सभी वाकिफ हैं। पेट में गैस बन रही हो या फिर पाचन स्वास्थ्य (Gut Health) में गड़बड़ी महसूस हो रही हो सबसे पहले अजवाइन कहीं घरेलू नुस्खा याद आता है। लेकिन क्या आप इस बात कुछ जानती हैं कि अजवाइन के पत्ते भी आपकी सेहत के लिए कमाल कर सकते हैं? हां यह सच है! अजवाइन के पौधे का हर अंग आयुर्वेदिक दवाइयों में काम आता है। और यह सेहत के कई ऐसे गुण प्रदान करते हैं जिनकी हमारे शरीर को आवश्यकता होती है। चलिए अजवाइन के फौजी से मिलने वाले सेहत के लाभों को जानने से पहले अजवाइन के पत्तों के बारे में जानते हैं।
अजवाइन के हरे पत्ते को ओरेगेनो (Oregano) के नाम से जाना जाता है। हां यह वही हर्ब है जिसको आप अपने पिज़्ज़ा के ऊपर शामिल कर बड़े चाव से इसका सेवन करती हैं। खास बात यह है कि अजवाइन के इस पौधे को उगाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती आप चाहे तो इसे अपनी रसोई के गार्डन में किसी भी गमले में होगा सकती हैं। यह मांसल हरी पत्तियों और सुखदायक सुगंध वाला एक सजावटी पौधा भी है। अजवायन के पत्तों की तरह इसके बीज में पाक और स्वास्थ्य दोनों लाभ होते हैं।
अजवाइन के पत्ते को ताजा, सूखा यह तेल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है और यह हमारी सेहत के कई लाभ प्रदान करता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व इसको काफी खास बनाते हैं। न्यूट्रीशन सेल्फ डाटा पर मौजूद जानकारी बताती है की अजवाइन के पत्तों में कुछ ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर की सबसे बड़ी जरूरत है इसमें विटामिन के का नाम सबसे आगे आता है। सूखे अजवाइन का सिर्फ एक चम्मच आपकी दैनिक विटामिन के की लगभग 8% जरूरतों को पूरा कर सकता है।
ताजा अजवायन के पत्ते एक बेहतरीन जीवाणुरोधी एजेंट है। इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स (थाइमोल और कारवाक्रोल) होते हैं, जो स्टैफ जैसे संक्रमणों से लड़ते हैं। इसके अलावा अजवाइन के पत्ते एंटीऑक्सिडेंट से भरा हुआ है जो कोशिका क्षति को रोकने में मदद करता है, और यह फाइबर, विटामिन के, मैंगनीज, लोहा, विटामिन ई, ट्रिप्टोफैन और कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है।
यदि आपको डायबिटीज की समस्या है तो अजवाइन के हरे पत्ते आपको अपना ब्लड शुगर लेवल मेंटेन करने में सहायता दे सकते हैं। आयुर्वेद में इसका उपयोग वर्षों से किया जा रहा है और विज्ञान भी इस पर भरोसा करता है। एनसीबीआई पर मौजूद साल 2016 के एक अध्ययन में इस बात का दावा किया गया की अजवाइन के पत्तों में मौजूद योगेश टाइप टू डायबिटीज को प्रबंधित करने में मदद करता है। कृंतक अध्ययन के लेखकों ने निष्कर्ष निकाला कि ओरिगैनम अर्क इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार, वसा और कार्बोहाइड्रेट चयापचय को प्रभावित करने वाले जीन की अभिव्यक्ति को विनियमित करने, क्षतिग्रस्त जिगर और गुर्दे के ऊतकों को बहाल करने में मदगार है।
यदि आपको जोड़ों की दर्द की शिकायत है और आपकी उम्र भी ज्यादा नहीं है तो अजवाइन के हरे पत्ते और अजवाइन का तेल आपकी जोड़ों के दर्द से राहत पाने की यात्रा में आपकी मदद कर सकता है। फाइटोथेरेपी रिसर्च में प्रकाशित एक लेख के अनुसार अजवायन का तेल मॉर्फिन जितना ही प्रभावी होता है जब इसे दर्द निवारक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह जोड़ों में श्लेष द्रव तक त्वचा में गहराई से प्रवेश करने की तेल की क्षमता के कारण है। यह दर्द और सूजन को दूर करने के लिए पारंपरिक दवाओं की क्षमता को भी पार कर गया।
डिप्रेशन से बाहर निकलने में भी अजवाइन का पत्ता आपकी सहायता कर सकता। एनसीबीआई पर मौजूद सन दो हजार अट्ठारह का एक अध्ययन इस बात का दावा करता है कि अजवाइन का हरा पत्ता तनाव और अवसाद जैसी मानसिक स्थिति में सुधार कर सकता है। इस अध्ययन में देखा गया कि अजवाइन के तेल और अन्य पदार्थों के साथ उपचार ने चूहों को पुराने तनाव और अवसाद से प्रभावित किया। 14 दिनों के बाद, अजवायन की पत्ती का उपचार प्राप्त करने वाले चूहों में तनाव संबंधी व्यवहार में सुधार हुआ।
इतना ही नहीं अजवाइन के पत्ते आपको कहीं और शारीरिक समस्याओं व स्थितियों में सुधार कर सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर मौजूद जानकारी बताती है कि डायबिटीज के साथ साथ यह हर्ब :
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