डायबिटीज के बढ़ते आकड़े हम सभी के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। हम सभी के लिए यह समझना बेहद महत्वपूर्ण कि हम ऐसी क्या गलती कर रहे हैं, की डायबिटीज के शिकार होते जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है, प्री डायबिटीज के लक्षण को नजरअंदाज कर देना। ब्लड शुगर लेवल के डायबिटीज (diabetes) के लेवल पर पहुंचने से पहले हमारा शरीर कई संकेत देता है, जिसे प्री डायबिटीक सिम्पटम्स कहते हैं। जिसे हम सभी अक्सर नजरंदाज कर देते हैं। इस स्थिति में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता रहता है, और व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो जाता है।
आज हम बात करेंगे कुछ सामान्य प्री डायबिटिक सिंपटम्स के बारे में, जिसे हमें भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। होम्योपैथी डॉक्टर और न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर स्मिता भोर पटेल ने प्री डायबिटिक सिंपटम्स (pre diabetes symptoms) के बारे में बताया है। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार से।
इस स्थिति में अक्सर गर्दन या बगल पर काली, मोटी त्वचा नजर आना शुरू हो जाती है, यह इंसुलिन प्रतिरोध का संकेत हो सकती है, जो प्रीडायबिटीज का एक प्रमुख कारक है। स्किन टैग इंसुलिन रेजिस्टेंस से जुड़े हो सकते हैं और यह प्रीडायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति में अधिक आम होता है।
अतिरिक्त पेट की चर्बी, विशेष रूप से पेट के आसपास की चर्बी, इंसुलिन प्रतिरोध और मधुमेह के विकास के बढ़ते जोखिम से जुड़ी होती है। इस प्रकार के फैट से केमिकल्स निकलते हैं, जो इंसुलिन की क्रिया में हस्तक्षेप कर सकते हैं, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है और व्यक्ति डायबिटीज का शिकार हो सकता है।
पेशाब और प्यास की बढ़ती फ्रीक्वेंसी प्रीडायबिटीज का संकेत हो सकती हैं। शरीर में ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने पर बॉडी यूरिन के माध्यम से अतिरिक्त ग्लूकोज को खत्म करने का प्रयास करती है, जिससे डिहाईड्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। जब बॉडी डिहाइड्रेटेड होता है तो अधिक प्यास लगती है। इंसुलिन प्रतिरोध के कारण कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज ग्रहण करने में बाधा उत्पन्न होने के कारण प्रीडायबिटीज में ये लक्षण आम हैं।
घाव का देर से ठीक होना प्रीडायबिटीज का एक और संभावित संकेत है। प्रीडायबिटीज में उच्च रक्त शर्करा का स्तर संचार प्रणाली और प्रतिरक्षा समारोह को प्रभावित कर सकता है, जिससे घावों और चोटों की मरम्मत करने की शरीर की क्षमता धीमी हो जाती है। इस स्थिति में घाव लंबे समय तक ठीक नहीं होते, साथ ही इनकी स्थिति गंभीर होती जाती है, जो बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।
प्रीडायबिटीज की स्थिति में त्वचा संबंधी लक्षण भी नजर आते हैं। इस स्थिति में त्वचा में खुजली का एहसास होता है। शरीर में बढ़ते ब्लड शुगर लेवल से आंखों के आसपास की त्वचा से स्किन निकालना शुरू हो जाता है। साथ ही पीले रंग के पैचेज नजर आना शुरू हो जाते हैं, इतना ही नहीं स्किन टैग्स प्रीडायबिटीज के सबसे कॉमन सिंपटम हैं। वहीं इस दौरान त्वचा संबंधी संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
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