खट्टी-मीठी इमली खाना आखिर किसे पसंद नहीं होती? इमली की चटनी से लेकर इमली के पानी तक इसका इस्तेमाल करने से व्यंजनों में कई गुना स्वाद बढ़ जाता है। देसी फास्ट फूड जैसे कि पानी-पूरी, दही पापड़ी, दही भल्लों में तो इमली का प्रयोग जरूर किया जाता है। स्वाद के साथ सेहत के लिए भी इमली को फायदेमंद माना गया है। आयुर्वेद की मानें तो इमली का इस्तेमाल आखों की गुहेरी की समस्या में भी फायदेमंद होता है। इसकी तासीर ठण्डी होने के कारण कई समस्याओं में इसे रामबाण माना गया है। लेकिन कई स्वास्थ्य समस्याओं में इमली से परहेज करने की भी सलाह दी जाती है। क्योकि इन समस्याओं में इसका सेवन परेशानी (side effects of tamarind) बढ़ने का कारण भी बन सकता है।
हेल्थ शॉट्स के इस लेख में आज हम बात करेंगे कि किन स्वास्थ्य समस्याओं के चलते आपको इमली का सेवन संभलकर करना चाहिए।
किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इमली के एसिडिक नेचर के कारण इसका जरूरत से ज्यादा सेवन आपके पेट में एसिड बढ़ा सकता है। पबमेड सेंट्र के मुताबिक इमली का नियमित रूप से 10 ग्राम तक ही सेवन करना चाहिए। इससे ज्यादा सेवन आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
त्वचा रोग में इमली का सेवन समस्या बढ़ने का कारण बन सकता है। आयुर्वेद में माना गया है कि त्वचा की समस्याओं से ग्रस्त रहने वालें लोगों को इमली से परहेज रखना चाहिए। क्योंकि त्वचा की समस्या में इसका सेवन सूजन, खुजली और रेडनेस जैसी समस्या बढ़ने काकारण बन सकता है।
मधुमेह यानी डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को इमली का सेवन संभलकर करना चाहिए। अगर आप रोज इमली का सेवन करती हैं, तो इससे आपके ब्लड शुगर लेवल पर प्रभाव पड़ सकता है।
वेवमेड सेंट्रल के विशेषज्ञों के मुताबिक डायबीटीज से ग्रस्त लोग अगर इमली का सेवन करते हैं तो उन्हें अपने ब्लड शुगर पर खास नजर रखनी चाहिए। क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन ब्लड शुगर का बैलेंस बिगाड़ने का कारण बन सकता है।
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इमली तासीर में ठण्डी होती है, जिससे यह गले के संक्रमण को ज्यादा बढ़ा सकती है। इसलिए गले में खराश या अन्य संक्रमण होने पर इमली के सेवन से परहेज रखना चाहिए। आयुर्वेद की माने तो गले की समस्या में इमली का सेवन बैक्टीरियल इंफेक्शन को बढ़ा देता है, जो संक्रमण बढ़ने का कारण बन सकता है।
दातों से जुड़ी समस्या में इमली का सेवन समस्या बढ़ने का कारण हो सकता है। ज्यादा खट्टा दातों को खराब करने के साथ समस्या बढ़ने का कारण बनता है। यह दातों में झनझनाहट और दर्द का कारण बन सकता है। इमली का ज्यादा सेवन दातों के इनेमल को नुकसान पहुचा सकता है। इसलिए दातों की समस्या में खट्टे से परहेज रखने की सलाह दी जाती है।
अगर आपकी कोई सर्जरी होने वाली है तो आपको करीब दो सप्ताह पहले ही इमली का सेवन बन्द कर देना चाहिए। क्योंकि इसका ज्यादा सेवन आपके ब्लड शुगर के कम होने का कारण बन सकता है। वेवमेड सेंट्रल की रिसर्च के मुताबिक इमली और ब्लड शुगर का सीधा सम्बन्ध है। इसका सेवन करने से सर्जरी के बाद ब्लड शुगर कंट्रोल करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए सर्जरी से पहले इससे परहेज करना शुरू कर देना चाहिए।
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