Myths about digestion : हाजमा ठीक करना है, तो पहले इन भ्रांतियों को दूर कीजिए

शार्प ब्रेन, ग्लोइंग स्किन और वेट लॉस सभी का पाॅवर हाऊस पेट है। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने पाचन को बूस्ट रखें।
Gut health thik rakhna hai toh in mistakes se bache
गट हेल्थ ठीक रखना है, तो इन गलतियों से बचें। चित्र:शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 29 Oct 2023, 20:22 pm IST
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आप कितनी अच्छी तरह जानती हैं कि आपके शरीर में क्या चल रहा है? पाचन स्वास्थ्य संबंधी मिथकों को दूर करने का मतलब है कि पेट की परेशानी होने पर आप जानती हों कि परेशानी आखिर क्या है? इस तरह आप अपने लक्षणों के बारे में अपने डॉक्टर से चर्चा कर सकती हैं। मगर अमूमन ऐसा नहीं होता। पेट से आ रही अलग-अलग आवाजों, उसके फूलने और अनियमित मोशन के बावजूद हम समझ ही नहीं पाते कि अंदर आखिर चल क्या रहा है। वेट लॉस हो, ग्लोइंग स्किन पानी हो मूड बूस्ट करना हो, सब का पावर सेंटर पेट है। इसलिए पेट को समझने के लिए जरूरी है कि आप पाचन से जुड़े मिथ्स (Myths about digestion) को जल्द से जल्द दूर कर लें। 

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, सलाहकार गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपोटोलॉजी, डॉक्टर विभु विभास मित्तल, के अनुसार पाचन तंत्र को समझ पाना बहुत जटिल है। इंटरनेट पर आपको बहुत सी गलत या भ्रामक जानकारी मिलेगी। आपको अफवाहों से बच कर ही रहना चाहिए ताकि आपके पाचन तंत्र की सेहत बेहतर रह सके।

यहां कुछ मिथ्स हैं जिन पर आपको बिल्कुल भी भरोसा नहीं करना चाहिए 

1 मिथ : हफ्ते में एक बार बाउल गतिविधि न होना नॉर्मल है 

फैक्ट :  हालांकि आपको हर रोज वेस्ट पदार्थ बाहर निकालना चाहिए क्योंकि आप खाना रोजाना खाते हैं और वह रोजाना आपकी आंतों से हो कर आपके शरीर से बाहर निकलने की कोशिश करता है। अगर आपने ऐसा सुना है कि हफ्ते में एक दिन ऐसा न करना सामान्य होता है, तो यह कोई नियम नहीं है जिसका आपको पालन करना चाहिए। याद रखें कि एक दिन में तीन बार से ले कर हफ्ते में तीन बार तक की बाउल गतिविधियों को नॉर्मल माना जाता है। 

apni bowel movement par dhyan rakhen
अपनी बाउल मूूवमेंट पर ध्यान रखें। चित्र : शटरस्टॉक

2 मिथ : सभी को कच्ची सब्जियां खानी चाहिए  

फैक्ट :  हालांकि कुछ लोग कच्ची सब्जियां खाने के बाद बहुत अच्छा महसूस कर सकते हैं वहीं कुछ लोगों के लिए कच्ची सब्जियां बिल्कुल भी अच्छी नहीं होती हैं। अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है या आप की चीजें देर से पचती हैं तो आपको कच्ची सब्जी नहीं खानी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपको बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है।

3 मिथ :  ब्लोटिंग और क्रैंप होना नॉर्मल है 

फैक्ट :  कई बार केवल नॉर्मल खाना खाने के बाद भी आपको ब्लोटिंग और क्रैंपिंग हो जाती है। अगर आपको काफी बार इस समस्या को झेलना पड़ता है, तो यह खराब पाचन सेहत का एक संकेत है। आपको लगता होगा कि यह सामान्य है। यह पेट की इंफ्लेमेशन का भी लक्षण हो सकता है और इससे आपको पेट में किसी बीमारी का भी सामना करना पड़ सकता है।

4 मिथ : प्रो बायोटिक फूड सभी के लिए होते हैं 

फैक्ट :  यह सच है कि प्रो बायोटिक्स आपके पाचन तंत्र और पेट की सेहत के लिए लाभदायक हैं, लेकिन ऐसा सब के लिए नहीं है। क्योंकि जो लोग गट डिस्बियोसिस बीमारी से जूझ रहे हैं उनके लिए यह आग में घी का काम कर सकते हैं। जिन लोगों को हिस्टामाइन इंटोलरेंस की समस्या होती है उन्हें भी प्रो बायोटिक्स से दूरी बना कर रखनी चाहिए।

5 मिथ : अधिक फाइबर आपके लिए बेहतर होता है :  

फैक्ट :  फाइबर आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन यह केवल तब तक हेल्दी रहता है जब तक आप एक दिन में इसकी मात्रा 20 से 35 ग्राम तक लेते हैं। अगर आप इससे अधिक फाइबर का सेवन करते हैं तो आपको क्रैंप और ब्लोटिंग का सामना करना पड़ सकता है।

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हाई फाइबर फूड की मात्रा सीमित रखनी चाहिए। चित्र : शटरस्टॉक

6 मिथ : नट्स का सेवन करने से डायवर्टिकुलाइटिस की समस्या होती है 

फैक्ट : यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें आपकी आंतें इनफ्लेम हो जाती हैं और इरिटेट हो जाती हैं। लेकिन इस बात को लेकर कोई प्रमाण नहीं है कि नट्स के द्वारा आपको यह स्थिति झेलने को मिल सकती है। इसलिए आपको केवल इस बात को लेकर नट्स के सेवन से परहेज नहीं करना चाहिए।

आपको इस प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और अपने पेट और अपने पाचन तंत्र की बेहतर सेहत का ख्याल रखें।

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