scorecardresearch

नवरात्रि 2021 : उपवास का अर्थ भूख हड़ताल नहीं है, एक्‍सपर्ट से जानिए हेल्‍दी फास्टिंग का तरीका

पूरे दिन भूखे रहकर सिर बांधकर पड़े रहने से बेहतर है कि आप नवरात्रि में फास्टिंग का सही तरीका सीख लें, जिससे सेहत को नुकसान की बजाए फायदा हो।
Updated On: 14 Apr 2021, 02:29 pm IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
व्रत में खुद को भूखा रखने की बजाए सही और संतुलित आहार चुनें। चित्र: शटरस्‍टॉक
व्रत में खुद को भूखा रखने की बजाए सही और संतुलित आहार चुनें। चित्र: शटरस्‍टॉक

हमने बचपन में ऐसे बहुत सारे लोगों के बारे में सुना है जो कठिन उपवास करते हैं। कुछ लोग दिन में सिर्फ एक वक्‍त फलाहार करते हैं, जबकि कुछ पानी भी नहीं पीते। मगर अब हम जान गए हैं कि उपवास हठयोग या भूख हड़ताल नहीं है। यह खानपान में सेहत के लिए किए जाने वाले जरूरी बदलाव हैं। आप इसे बदलते मौसम में खुद को डिटॉक्‍स करना भी समझ सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप नवरात्रि फास्टिंग का सही तरीका जान लें।

क्‍या होना चाहिए नवरात्रि में उपवास का सही तरीका, यह जानने के लिए हमने दिल्‍ली की प्रतिष्ठित आहार विशेषज्ञ सीमा सिंह से बात की। सीमा सिंह फोर्टिस हॉस्पिटल वसंत कुंज में चीफ क्लिनिकल न्‍यूट्रीशनिस्‍ट हैं। आइए जानते हैं कि वे इस बारे में क्‍या कहती हैं।

1 न भूखे रहें, न ज्‍यादा खाएं

उपवास के दौरान किसी को भी पूरे दिन में एक बार खाने या पूरे दिन न खाने के नियम का पालन नहीं करना चाहिए। इससे आपको उबकाई, उल्टी और एसिडिटी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। नवरात्रि के दौरान सभी को ना उपवास और ना भरपेट भोजन के सिद्धांत का पालन करना चाहिए।

2 मात्रा का ध्‍यान रखें

खुद को भूखा रखने के बजाय दिन भर के दौरान कम-कम मात्रा में खाना खाएं। हालांकि अपने खाने को कम ही रखें। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खुद को हाइड्रेटेड रखें। अपने शरीर का हाइड्रेशन स्तर बनाए रखने के लिए अपने खानपान में ताज़ा नींबू पानी, नारियल पानी और फलों का ताज़ा जूस शामिल करें। इससे भूख भी कम ही लगती है।

अपने शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों से वंचित न करें। चित्र-शटरस्टॉक।

3 सुपरफूड्स को शामिल करें

चौलाई या राजगीरा एक जादुई चीज़ है जिसे आपको खाना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन है। साबूदाना और सिंघाड़े का आटा भी अनाज की जगह इस्तेमाल करना अच्छा होता है, लेकिन बहुत ज़्यादा तली हुई चीज़ें खाने से बचें।

किसी भी तरह की कमज़ोरी से बचने के लिए नवरात्रि के खाने में भरपूर मात्रा में पोषण होना चाहिए। अच्छी मात्रा में मेवों और फलों के साथ दिन की शुरुआत करना अच्छा होता है।

4 चुनें मीठे के हेल्‍दी विकल्‍प 

ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए मिठाइयां अच्छा विकल्प होती हैं। रिफ़ाइंड शुगर की जगह शहद और गुड़ का इस्तेमाल करें। ताकि मिठाइयों में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़े और आपको खनिज और विटामिन भी मिल सकें।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

5 पाचन संबंधी समस्‍याओं से बचें 

कब्ज़ से बचने के लिए अपने खानपान में भरपूर मात्रा में सलाद और ताज़ा सब्जियों का इस्तेमाल करना न भूलें। शकरकंद, कद्दू, लौकी, पपीता, केला, खीरा और टमाटर अच्छे विकल्प हैं।

भूखे रहना या ज्‍यादा खाना दोनों ही पेट संबंधी समस्‍याएं दे सकते हैं। चित्र : शटरस्‍टॉक
भूखे रहना या ज्‍यादा खाना दोनों ही पेट संबंधी समस्‍याएं दे सकते हैं। चित्र : शटरस्‍टॉक

खाने के स्वाद को बेहतर बनाने के लिए हरा धनिया और पुदीने की चटनी का इस्तेमाल करें। भारी और तले हुए स्नैक्स और नमकीन से परहेज़ करें। स्नैक के कुछ सेहतमंद विकल्प भुना हुआ मखाना और भुने हुए मेवे हैं।

6 मेवों को करें आहार में शामिल

अगर आप हर 3 घंटे पर नियमित तौर पर कुछ न कुछ खाते हैं और आपके खाने में भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ, फल, सब्जियां और मेवे हैं, तो आप उपवास करते हुए भी इस त्योहार के दौरान अपनी ऊर्जा का स्तर बनाए रख सकते हैं।

यह भी पढ़ें – नवरात्रि उपवास में वजन घटाना है, तो हर रोज खाएं एक कटोरी दही, जानिए ये कैसे मददगार हो सकता है

7 नौ दिनों का डिटॉक्‍स

इन नौ दिनों के उपवास को डिटॉक्स डेज़ यानी शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके लिए आपको तली हुई चीज़ों और अनाज से परहेज करना होगा। अपने खानपान में मेवों के साथ भरपूर मात्रा में फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करें।

यह भी पढ़ें – कुकिंग के लिए किसी भी तेल से बेहतर है देसी घी, जानिए इससे मिलने वाले 5 स्‍वास्‍थ्‍य लाभ

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
योगिता यादव
योगिता यादव

कंटेंट हेड, हेल्थ शॉट्स हिंदी। वर्ष 2003 से पत्रकारिता में सक्रिय।

अगला लेख