हमने बचपन में ऐसे बहुत सारे लोगों के बारे में सुना है जो कठिन उपवास करते हैं। कुछ लोग दिन में सिर्फ एक वक्त फलाहार करते हैं, जबकि कुछ पानी भी नहीं पीते। मगर अब हम जान गए हैं कि उपवास हठयोग या भूख हड़ताल नहीं है। यह खानपान में सेहत के लिए किए जाने वाले जरूरी बदलाव हैं। आप इसे बदलते मौसम में खुद को डिटॉक्स करना भी समझ सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप नवरात्रि फास्टिंग का सही तरीका जान लें।
क्या होना चाहिए नवरात्रि में उपवास का सही तरीका, यह जानने के लिए हमने दिल्ली की प्रतिष्ठित आहार विशेषज्ञ सीमा सिंह से बात की। सीमा सिंह फोर्टिस हॉस्पिटल वसंत कुंज में चीफ क्लिनिकल न्यूट्रीशनिस्ट हैं। आइए जानते हैं कि वे इस बारे में क्या कहती हैं।
उपवास के दौरान किसी को भी पूरे दिन में एक बार खाने या पूरे दिन न खाने के नियम का पालन नहीं करना चाहिए। इससे आपको उबकाई, उल्टी और एसिडिटी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। नवरात्रि के दौरान सभी को ना उपवास और ना भरपेट भोजन के सिद्धांत का पालन करना चाहिए।
खुद को भूखा रखने के बजाय दिन भर के दौरान कम-कम मात्रा में खाना खाएं। हालांकि अपने खाने को कम ही रखें। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खुद को हाइड्रेटेड रखें। अपने शरीर का हाइड्रेशन स्तर बनाए रखने के लिए अपने खानपान में ताज़ा नींबू पानी, नारियल पानी और फलों का ताज़ा जूस शामिल करें। इससे भूख भी कम ही लगती है।
चौलाई या राजगीरा एक जादुई चीज़ है जिसे आपको खाना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन है। साबूदाना और सिंघाड़े का आटा भी अनाज की जगह इस्तेमाल करना अच्छा होता है, लेकिन बहुत ज़्यादा तली हुई चीज़ें खाने से बचें।
किसी भी तरह की कमज़ोरी से बचने के लिए नवरात्रि के खाने में भरपूर मात्रा में पोषण होना चाहिए। अच्छी मात्रा में मेवों और फलों के साथ दिन की शुरुआत करना अच्छा होता है।
ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए मिठाइयां अच्छा विकल्प होती हैं। रिफ़ाइंड शुगर की जगह शहद और गुड़ का इस्तेमाल करें। ताकि मिठाइयों में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़े और आपको खनिज और विटामिन भी मिल सकें।
कब्ज़ से बचने के लिए अपने खानपान में भरपूर मात्रा में सलाद और ताज़ा सब्जियों का इस्तेमाल करना न भूलें। शकरकंद, कद्दू, लौकी, पपीता, केला, खीरा और टमाटर अच्छे विकल्प हैं।
खाने के स्वाद को बेहतर बनाने के लिए हरा धनिया और पुदीने की चटनी का इस्तेमाल करें। भारी और तले हुए स्नैक्स और नमकीन से परहेज़ करें। स्नैक के कुछ सेहतमंद विकल्प भुना हुआ मखाना और भुने हुए मेवे हैं।
अगर आप हर 3 घंटे पर नियमित तौर पर कुछ न कुछ खाते हैं और आपके खाने में भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ, फल, सब्जियां और मेवे हैं, तो आप उपवास करते हुए भी इस त्योहार के दौरान अपनी ऊर्जा का स्तर बनाए रख सकते हैं।
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इन नौ दिनों के उपवास को डिटॉक्स डेज़ यानी शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके लिए आपको तली हुई चीज़ों और अनाज से परहेज करना होगा। अपने खानपान में मेवों के साथ भरपूर मात्रा में फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करें।
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