2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती को देश भर में नेशनल एंटी ड्रग एडिक्शन डे के तौर पर मनाने का निश्चय किया गया है। ड्रग एडिक्शन हर साल कितने ही युवाओं के सपने और जिंदगी लील लेती ह। इसलिए इससे दूर रहना जरूरी है। किसी भी चीज की लत होना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। लेकिन अगर यह लत नशीले पदार्थों जैसे सिगरेट, तम्बाकू, शराब या ड्रग्स की हो, तो यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
इस लत को छोड़ना बहुत साहसी मगर आवश्यक कदम है और ऐसे में आपको सही प्लान की जरूरत है। बिना तैयारी किये अगर आप लत से निकलने जैसा गंभीर कदम उठाएंगी तो संभव है कि आप दोबारा उस नशे की ओर आकर्षित हो जाएं।
रिट्रीट करना आपके स्वास्थ्य के लिए और भी खतरनाक होगा। जब आपने निर्णय ले ही लिया है कि आप एक बेहतर जीवन चाहती हैं, जिसमें नशे के लिए कोई जगह नहीं है, तो हम आपके इस सफर को आसान बनाने के लिए आपको बताते हैं कुछ टिप्स जो आपको नशे की लत छोड़ने में मदद करेंगे।
कोई भी काम करने से पहले पूरी तैयारी करना और सही प्लान बनाना सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। लत छोड़ने का मन बनाया है, तो पहले बैठकर अपना प्लान तैयार करें। प्लान के अंतर्गत आप कुछ चीजें रिसर्च करें जैसे विदड्राल लक्षण क्या होंगे, अगर आपको तलब लगी तो आप क्या कदम उठाएंगी और जरूरत पड़ने पर आप किससे मदद लेंगी। इन सभी चीजों को पहले ही प्लान कर के रखें, ताकि आप वापस नशे की ओर न लौटें।
अगर आप किसी लत से निकल रही हैं, तो सबसे पहले तो उन दोस्तों से दूर हो जाएं जो आपको नशे के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे दोस्तों के करीब आएं जो आपके इस कदम को सपोर्ट करते हों। उन्हें बताएं कि आप नशा छोड़ रही हैं और आप उनसे सहयोग के रूप में क्या उम्मीद रखती हैं। यही नहीं उन्हें बताएं कि अगर आप दोबारा नशे की ओर भागें तो उनका क्या दायित्व होगा और उन्हें क्या कदम उठाने चाहिए।
अगर आप अपने दोस्तों पर इसके लिए निर्भर नहीं हो सकतीं, तो सामाजिक सपोर्ट ग्रुप्स का सहारा लें। इन ग्रुप्स में आप जैसे ढेरों लोग हैं जिनसे आपको प्रोत्साहन और आशा मिलेगी।
जब आप कोई भी लत छोड़ती हैं तो शरीर उसके प्रति एक रेस्पॉन्स देता है। इन्हें विदड्राल सिम्पटम्स कहते हैं। यह उलझन, उल्टी, चक्कर, तनाव, एंग्जायटी से लेकर सांस फूलना, कांपना और आत्मघाती विचारों तक गंभीर हो सकते हैं। इसलिए नशा एकदम से छोड़ने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें कि क्या आपका शरीर इसके लिए तैयार है। अगर नहीं तो धीरे-धीरे करके नशे को छोड़ें एकदम से नहीं।
जब आप लो महसूस करेंगी तब आपका पहला कदम क्या होगा? नशा न करने पर जो एक्स्ट्रा समय आपके पास बच रहा है उसमें क्या कर सकती हैं? इस तरह की चीजें भी प्लान करके चलें।
तलब लगने पर मेडिटेशन या लम्बी वॉक का सहारा ले सकती हैं। कोई नई एक्टिविटी शुरू कर सकती हैं जो आपको खुश रखे और नशे की ओर न भागने दे। खुद को व्यस्त रखें और सकारात्मक रहें। अपनी काम की टेबल या बेड के आसपास स्टिकर या पोस्टर लगाएं जो आपको मोटिवेट करते हों।
यह एक महत्वपूर्ण कदम है और बिना तैयारी इस कदम को उठाना बेवकूफी है। यह भी याद रखें कि प्रोफेशनल मदद लेने में कोई शर्मिंदगी की बात नहीं है। अगर जरूरत पड़े तो किसी एक्सपर्ट की सलाह लें या रिहैब का सहारा लें। आप एक अच्छा बदलाव अपने जीवन में लाने जा रहे हैं और इसके लिए आपको खुद पर गर्व होना चाहिए।