अविष्कार बुरे नहीं थे, अंधाधुंध इस्तेमाल करने वालों ने उन्हें नुकसानदेह बना दिया। गाली अविष्कार करने वालो को मिली। हेल्थ सेक्टर से बेहतर इसके उदाहरण कहां मिलेंगे? क्विक रिलीफ के लिए लगातार इस्तेमाल किये जा रहे पेनकिलर्स, एंटीबायोटिक दवाएं- आखिरकार बड़े नुकसान का कारण बन रही हैं। इसी सूची में एक और नाम जुड़ता है नेजल स्प्रे (Nasal Spray) का।
नाक की समस्याओं को दूर करने के लिए डॉक्टर्स इसे प्रिस्क्राइब करते हैं। लेकिन अब लोग खुद डॉक्टर बन चुके हैं और खुद मेडिकल स्टोर से छोटी से छोटी नाक की दिक्कत होने पर खरीद लाते हैं। बहरहाल, यह बातें इसलिए कि आज हम नेजल स्प्रे पर ही बात करने वाले हैं। नेजल स्प्रे क्या है, कहां इस्तेमाल किया जाता है, कब ये नुक़सान (Nasal Spray Side Effects) देने लगता है और क्यों ये कुछ लोगों के लिये नशा बनता जा रहा है? समझेंगे सब डॉक्टर की मदद से।
1. नाक बंद होने पर सांस लेने में मदद के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
2. किसी भी तरह की नाक की एलर्जी से पीड़ित व्यक्ति को राहत देता है।
3.सांस की नली को साफ करता है और वहां तक नमी पहुंचाता है। ताकि व्यक्ति सुचारू रूप से सांस ले सके।
ENT स्पेशलिस्ट और मैक्स हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर अनूप राज के अनुसार, इसके नुकसान इस पर बढ़ती जा रही लोगों की निर्भरता है। आम तौर पर डॉक्टर इन्हें तीन से पांच दिन तक इस्तेमाल करने को कहते हैं, लेकिन लोग इसे अपनी सुविधा के अनुसार इस्तेमाल करने लगते हैं। यही वजह है कि यह लोगों के लिए नशा बनता जा रहा है। लोग यह भूलकर इसे इस्तेमाल कर रहे हैं कि इसका ज्यादा इस्तेमाल-
डॉक्टर अनूप राज के अनुसार, यह बिल्कुल सम्भव है कि नेजल स्प्रे (Nasal Spray) इसे इस्तेमाल करने वालों के लिए नशा बन जाए। यह तब एडिक्शन में बदल जाता है जब इसे लंबे समय तक या गलत तरीके से इस्तेमाल में लाया जाता है। उन्होंने इसके कुछ और कारण बताए।
नेजल स्प्रे आसानी से मेडिकल स्टोर्स पर मिल जाता है। फिर तो लोगों को डॉक्टर की भी ज़रूरत नहीं है। लोग इसे डॉक्टर की सलाह के बिना लगातार इस्तेमाल करते रहते हैं। यह एडिक्शन का एक बड़ा कारण है।
नाक की समस्याओं में यह स्प्रे तुरंत राहत देता है जिससे लोग इसे बार-बार इस्तेमाल में लाने लगते हैं। और फिर धीरे धीरे नाक की किसी भी समस्या के लिए लोग इस पर डिपेंड हो जाते हैं।
नेजल स्प्रे में कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जो लगातार इस्तेमाल से नाक की समस्या मिटाने की बजाय और बढ़ा देती हैं। इसमें ऑक्सिमेटाजोलिन या ज़ायलोमेटाजोलिन जैसी दवाएं होती हैं नाक की नसों को सिकोड़ती हैं लेकिन ज्यों ही दवा का असर खत्म हो जाता है तो नसें पहले से ज्यादा चौड़ी हो जाती हैं। और फिर नाक की समस्याएं शुरू। इसलिए पीड़ित व्यक्ति इस पर अपनी निर्भरता कम नहीं कर पाता।
किसी भी आदत की प्रक्रिया क्या होती है? यही कि जब व्यक्ति को लगने लगे कि वह उसके बग़ैर रह नही सकता। नेजल स्प्रे(Nasal Spray) के साथ भी ऐसा ही है। पीड़ित लोगों को लगता है कि उनकी नाक स्प्रे के बगैर खुल ही नहीं सकती। यही वजह है कि वो धीरे धीरे नेजल स्प्रे पर निर्भर होते चले जाते हैं।
1. नेजल स्प्रे का बार बार इस्तेमाल बच्चों की नाक की नसों को नुकसान (Nasal Spray Side Effects) पहुंचा देते हैं,जिससे उन्हें बार नार नाक की समस्या होने लगती है और उन्हें बार बार नेजल स्प्रे की तरफ़ ही लौटना पड़ता है।
2. बच्चों की नाक और रेस्पिरेटरी सिस्टम (respiratory system) बड़ों के मुकाबले ज्यादा संवेदनशील होती है। स्प्रे में मौजूद केमिकल्स उनकी नाक को बहुत अंदर तक नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3. नेजल स्प्रे के ज़्यादा इस्तेमाल से बच्चों को सिरदर्द, चक्कर, नाक मे ड्राइनेस और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
4. बच्चों के ऑर्गन्स सेंसिटिव होते हैं। इसी वजह से स्प्रे के केमिकल्स बच्चों को एलर्जी दे सकते हैं जिससे उन्हें नाक में सूजन या खुजली हो सकती है।
5. अक्सर बच्चे जान नहीं पाते कि स्प्रे से एक बार मे कितना इन्हेल करना है। इससे ओवरडोज का खतरा बना रहता है।
नेजल स्प्रे का समाधान उसके विकल्प हैं जो प्राकृतिक हैं। अगर प्राकृतिक विकल्पों से भी राहत ना मिले तो देरी ना करें। नाक की अपनी समस्याओं के लिए आप इन विकल्पों को आजमा सकते हैं।
गर्म पानी की भाप लेने से आपकी बंद नाक खुल जाती है। यह घरेलू उपाय है जिसके साइडइफेक्ट्स कुछ नहीं हैं। अगर आप इसमें इसमें कुछ बूंद पुदीने (Peppermint) या नीलगिरी (Eucalyptus) का तेल डाल दें तो आपको ज्यादा तेज़ राहत मिलेगी।
नाक की सूजन और ड्राईनेस को कम करने के लिए कमरे में नमी बनाए रखनी बहुत ज़रूरी है। सर्दियों के दिनों में इसका खास ख्याल रखिये, जब नाक के इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। एक अच्छी क्वालिटी के ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल इसमें आपकी मदद कर सकता है।
बंद नाक की सूरत में गर्म चीजें पीने से भी राहत मिलती है। गर्म चाय या सूप, बंद नाक को खोलने में कारगर हो सकती है।
विक्स या कपूर जैसी चीजों को सूंघने से बंद नाक खुल सकती है। नेजल स्प्रे की तुलना में यह ज्यादा बेहतर विकल्प है। यह नेजल स्प्रे की तुलना में कम आक्रामक होता है। इनसे आप नेज़ल स्प्रे से होने वाले नुकसान (Nasal Spray Side Effects) से भी बचे रह सकते हैं।
अगर आपको लग रहा है कि आपको नेजल स्प्रे की लत सी लग रही है या फिर नाक की समस्या बगैर नेजल स्प्रे के नहीं जा रही तो यह डॉक्टर से मिलने का सही वक्त है। फौरन अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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