कई बार अचानक हम खुद को पहले से मोटा महसूस करने लगते है। कपड़े टाइट लगने लगते हैं, कभी कभार उठते बैठते वक्त भी हमें खुद में मोटेपन का एहसास होने लगता है। हांलाकि हमारी दिनचर्या में या मील्स में कोई और खासा बदलाव नहीं होता है पर फिर भी ऐसा देखा गया है कि हम वेटगेन करने लगते हैं।। कई बार फ़्लूइड रिटेंशन भी इसका कारण साबित हो सकता है। जो अक्सर बर्थ कंट्रोल पिल्स के कारण होता है (Birth control pills and weight gain)। जानते हैं कि एक्सपर्ट इस बारे में क्या कहते हैं।
इस बारे में बात करते हैं गुरुग्राम के क्लाउड नाइन अस्पताल में सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट और ओब्स्टेट्रिक्स डॉ रितु सेठी से। उनका कहना है कि ये ज़रूरी नहीं है कि जन्म नियंत्रण पिल्स के चलते आपका वज़न बढ़े। उनके मुताबिक आजकल फोर्थ जनरेशन पिल्स मार्किट में उपलब्ध है, जिससे मोटापा आने की चिंता से मुक्ति मिल जाती है।
अक्सर वो लोग जो पहली बार इन पिल्स का सेवन करते हैं, उन्हें मोटेपन की शिकायत होने लगती है। डॉ रितु के मुताबिक फसर्ट जनरेशन और सेकण्ड जनरेशन की दवाओं में हायर लेवल ऑफ हार्मोंस पाए जाते थे, जिससे वेट गेन होने लगता था। दरअसल, इससे शरीर में एएस्ट्रोजेन का लेवल बढ़ जाता था, जो वॉटर रिटेंशन का कारण साबित होता था।
प्रोजेस्टिन पिल्स यानि संयोजन पिल्स इनमें प्रोजेस्टिन और एस्ट्रोजन नाम के हार्मोंस को सिंथेटिक तरीके से मिलाया जात है। इसकी मदद से प्रोजेस्टिन सर्विक्स में म्यूक्स को गाढ़ा करने का काम करता है। इससे स्पर्म आसानी से गर्भाशय में प्रवेश नहीं कर पाती है। ये युटर्स की लाइनिग को थिन करने का काम करता है। जो ओव्यूलेशन को रोकने में मददगार साबित होता है।
काम्बीनेशन पिल्स यानि मिनी पिल्स इसमें प्रोजेस्टिन और एस्ट्रोजन दोनों हार्मोंन पाए जाता हैं। ये गोलियां हार्मोंन लेवल को मेंटेन करके प्रेगनेंसी से बचाव करती हैं।
फर्स्ट और सेकण्ड जनरेशन गोलियां वज़न बढ़ाने का काम करती हैं। इसके अलावा जन्म नियंत्रण इंजेक्शन्स भी शरीर में मोटापा बढ़ाने का कारण साबित होते है। हांलाकि, हर व्यक्ति को गोलियां खाने के बाद वज़न बढ़ने की समस्या से नहीं गुजरना पड़ता है।
अब वैसी समस्या लोगों को नहीं घेर रही है। इन पिल्स के अलावा और भी कई कारण है, जो मोटापे की वजह साबित हो सकते हैं।
गलत इटिंग हेब्टिस के कारण भी वज़न धीरी धीरे बढ़ने लगता है। अगर आप रोज़ाना तला भुना खाना खाते हैं, तो वो आपके लिए अलार्मिंग सिचुएशन हो सकती है।
किसी बीमारी के कारण भी अचानक से वज़न बढ़ने लगता है। थायराइड जैसी समस्या अचानक से वेटगेन का कारण साबित होती है। इसके चलते अधिकतर लोग मोटापे का शिकार हो जाते हैं।
एक्सरसाइज न करना हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक साबित होता है। उम्र के साथ शरीर कई बीमारियों से घिर जाता है। ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने और विकारों से बचने के लिए व्यायाम करना आवश्यक है।
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कस्टमाइज़ करेंबर्थ कंट्रोल पिल्स का प्रभाव आपकी पीरियड साइकिल पर भी देखने का मिलता है। दरअसल, हार्मोंस में बदलाव होने के चलते हमारी पीरियड साइकिल डिसटर्ब होने लगती है। इसके अलावा ब्लड फ्लो में भी डिफरेंस पाया जाता है। ये ब्लड फ्लो सामान्य रक्तस्त्राव से अलग होता है।
कैंसर रिसर्च जर्नल की एक रिसर्च की मानें, तो ये गोलियां महिलाओं में कैंसर की बीमारी पनपने का भी एक कारण बनती हैं। ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, बर्थ कंट्रोल पिल्स का असर ब्रेस्ट पर भी दिखता है। इससे ब्रेस्ट के साइज में बदलाव नज़र आने लगता है। ऐसे में कई बार स्तन पर गांठ बनने का खतरा बना रहता है।
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