अगर आपको बहुत जल्दी थकान महसूस होती है या छोटे-मोटे काम करने से ही आपकी सांस फूलने लगती है, तो आपको इसे नजरअंदाज करना बंद करना होगा। क्योंकि इसके पीछे कोई बीमारी भी हो सकती है। हालांकि बढ़ती उम्र के साथ थकावट होना और सीढ़ियां चढ़ने पर सांस फूलना एक आम समस्या है। लेकिन यदि आपके साथ यह कम उम्र में हो रहा है, तो आपको एनीमिया की शिकायत समेत कई समस्याएं हो सकती हैं।
कई बार आपने ऐसा अनुभव किया होगा कि अपने घर की दूसरी फ्लोर तक चढ़ने में आपकी हालत खराब हो गई। सांस फूलने के अलावा दिल की धड़कन तेज हो जाना और थक कर बैठ जाना आपके अस्वस्थ होने के लक्षणों को दर्शाता है। अगर आप लंबी सीढ़ियां चढ़ने पर थक रही हैं, तो यह एक आम बात हो सकती है। पर यदि दूरी बहुत कम है और तब भी आपको यह समस्या हो रही है, तो आपको किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने की आवश्यकता है।
सीढ़ियां चढ़ते समय सांस फूलने की समस्या क्यों होती है,यह समझने और इसके उपाय जानने के लिए हमने डॉ के शनमुगम, सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट से संपर्क किया।
डॉ के शनमुगम बताते हैं, “जब हम अचानक से तेज चलना, दौड़ना, सीढ़ियां चढ़ना जैसी भारी गतिविधि करते हैं, तो हमारी मांसपेशियां काम करने की अचानक गति के लिए तैयार नहीं होती हैं और इस प्रकार, हमारे फेफड़े हमारे शरीर को अधिक हवा की आपूर्ति करने के लिए ओवरटाइम काम करते हैं।
यह तब चिंता का विषय हो सकता है, अगर आप युवा और स्वस्थ हैं। लेकिन सामान्य चलने और कम-तीव्रता वाली चाल के साथ सांस लेने में परेशान हो रहे हैं। तो यह कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता, दिल का दौरा, दिल की विफलता, फुफ्फुसीय अन्त: शल्यता, ख़राब फेफड़े या फेफड़ों की बीमारी का संकेत हो सकता है।”
हम किस प्रकार की जीवन शैली और दिनचर्या का पालन कर रहे हैं, यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक होता है। डॉ के शनमुगम के अनुसार कभी-कभी सीढ़ियां चढ़ने पर सांस की तकलीफ होने का अनुभव थकान के कारण भी हो सकता है। लेकिन यदि आप इस समस्या से लगातार परेशान हैं, तो आपको जल्द से जल्द चिकित्सा सलाह लेने की आवश्यकता है।
वे आगे कहते हैं,”यदि आपकी गतिहीन जीवन शैली है और आप शारीरिक गतिविधियों में अधिक शामिल नहीं हैं, तो आपको छोटे-छोटे कार्यों में भी सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। जो लोग अधिक वजन वाले हैं, वे भी डीकंडीशनिंग से संबंधित इसका अनुभव कर सकते हैं।”
डॉ के शनमुगम बताते हैं कि कुछ ऐसे लक्षण आपको देखने के लिए मिल सकते हैं, जो आपके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इनमें आपको आपातकालीन चिकित्सा प्राप्त करने की आवश्यकता हो सकती है। इन लक्षणों में, सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न, मतली या पसीना आना, या आपको सांस की तकलीफ के साथ एलर्जी की प्रतिक्रिया महसूस हो रही हो, तो भी इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर की सलाह ले।
डॉ के शनमुगम के अनुसार, यदि समस्या ज्यादा गंभीर नहीं है तो आप अपनी दिनचर्या में कुछ परिवर्तन करके और एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करके इस समस्या से राहत पा सकती हैं। जैसे :
1.इस स्थिति से बचने और शरीर के वजन को प्रबंधित करने के लिए धूम्रपान बंद करें, स्वस्थ आहार लें और कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करें।
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कस्टमाइज़ करें2.प्राणायाम का अभ्यास कर सकते हैं। यह शरीर में ऑक्सीजन परिसंचरण में सुधार करता है, फेफड़ों को मजबूत करता है और शरीर और दिमाग को आराम देता है।
3.बो पोज़, कैमल पोज़, व्हील पोज़ जैसे योग आसन फेफड़ों की क्षमता में सुधार कर सकते हैं, लेकिन इनका अभ्यास विशेषज्ञों की देखरेख में किया जाना चाहिए।