सर्दियों की शुरूआत के साथ ही वायरल फीवर, फ्लू, कफ की समस्या होनी भी शुरू हो जाती है, क्योंकि हमारी बॉडी बाहर के तापमान के मुताबिक अपना तापमान मैनेज नहीं कर पाती। ऐसे में शरीर का तापमान साधारण तापमान से ज्यादा हो जाता है। साथ ही खांसी-जुखाम और बदन दर्द जैसी समस्याएं भी होने लगती है। कई बार बुखार उतरने के बाद भी कुछ दिनों तक बदन दर्द (body ache during fever) की समस्या बनी रहती है। जिससे दिनभर थकावट और कमजोरी महसूस हो सकती है।
वैसे तो समस्या ज्यादा होनें पर डॉक्टर से संपर्क करना ही जरूरी होता है, लेकिन अगर लक्षण साधारण है, तो कुछ चीजों पर ध्यान देकर इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में आज हम ऐसी ही टिप्स पर बात करेंगे, जिन्हें फॉलो करके आप बदन दर्द की समस्या से जल्द राहत पा सकती हैं।
वायरल फीवर, फ्लू के कारण बदन दर्द होना आम बात है, लेकिन कई बार हमारें अन्य कारण भी बदन दर्द का कारण बन सकते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के एक लेख के मुताबिक आर्थराइटिस, मसल्स का ओवर यूज, वेक्सीन लेने या किसी वायरल समस्या के कारण भी बदन दर्द की समस्या हो सकती है। इसके अलावा शरीर पर जरूरत से ज्यादा बोझ डालना या आवश्यक आराम और पोषण में कमी भी इसके कारणों में शामिल है।
यह भी पढ़े – यहां हैं वे 8 सेक्सिस्ट कमेंट जो महिलाओं की प्रतिभा पर सवाल उठाते हैं, जानिए इनसे कैसे निपटना है
अगर आपको शरीर में अकड़न या कमजोरी महसूस होती है, तो घर पर ही हल्की-फुल्की स्ट्रेंचिंग एक्सरसाइज या वॉक जरूर करें। इससे आपकी मांसपेशियों को राहत मिलेगी और बॉडी के मूवमेंट से शरीर में गरमाहट भी बनी रहेगी।
जर्नल ऑफ अल्टरनेटिव एंड कॉम्प्लिमेंट्री मेडिसिन की रिसर्च के मुताबिक शरीर के दर्द में जल्द राहत देने के लिए मसाज लेना बेहद असरदार साबित हो सकता है।
मसाज के लिए किसी भी मसाज ऑयल या सरसों के तेल को गुनगुना करके अपने शरीर पर मसाज करें। इससे आपकी मसल्स रिलेक्स होंगी और शरीर को नई ताजगी भी मिलेगी।
बुखार उतरने के तुरंत बाद बिजी शेड्यूल शुरू कर देना शरीर पर भारी पड़ सकता है। क्योंकि बुखार के बाद शरीर में एनर्जी की कमी हो सकती है। ऐसे में शरीर पर ज्यादा प्रेशर डालना बदन दर्द की समस्या को ज्यादा बढ़ा सकता है।
बुखार के बाद भी पर्याप्त रूप से आराम लेना नहीं भूले, इसके लिए अपना स्लीप शेड्यूल हेल्दी बनाए और लंबे समय तक स्क्रीन वर्क से परहेज करें।
पबमेड सेंट्रल की 2006 में पब्लिश एक रिसर्च में सामने आया कि शरीर को हीट थिरेपी देना मासपेशियों को राहत देने में मदद कर सकता है। इसके लिए वार्मिंग बैग या मशीन की मदद से सिकाई लेना भी असरदार हो सकता है। मासिक धर्म या मासपेशियों की अकड़न के दौरान भी विशेषज्ञ हीट थिरेपी लेने की सलाह देते है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंबुखार के दौरान कई लोग नहाना अवॉइड करते है, लेकिन शरीर का तापमान नॉर्मल रखने के लिए गर्म पानी से नहाना आपको बुखार और बदन दर्द दोनों में फायदा दे सकता है।
गुनगुने पानी से नहाने से आपकी मसल्स को हीट थिरेपी मिलेगी, जिससे शरीर का तनाव कम होनें के साथ दर्द में भी राहत मिलेगी। पानी की गरमाहट दर्द में तुरंत राहत देने में भी मदद कर सकती है। आयुर्वेद में भी मांसपेशियों के दर्द में गर्म पानी के नहाना असरदार माना गया है।
यह भी पढ़े – आंखों के नीचे आ गई है सूजन, तो ये 6 उपाय कर सकते हैं आपकी मदद