चाहे आपके सामने स्नैक्स के कितने भी हेल्दी ऑप्शंस रख दिए जाएं, परंतु कई बार इन सबके बावजूद आपको रिफाइंड और प्रोसेस्ड चिप्स और अन्य तरह-तरह के स्नैक्स की क्रेविंग्स होती है। असल में हमें इन खाद्य पदार्थों की क्रेविंग्स नहीं हो रही होती है, बल्कि हमें साल्ट क्रेविंग्स होती है। एडेड शुगर युक्त चिप्स, फ्रेंच फ्राइज और अन्य पैकेज्ड स्नैक्स बेहद एडिक्टिव हो सकते हैं। वहीं यह खाद्य पदार्थ सेहत के लिए तमाम रूपों में हानिकारक होते हैं।
साल्ट क्रेविंग्स को अवॉयड करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, इसके पीछे के कारणों का पता होना। यदि आपको भी अक्सर साल्ट क्रेविंग्स होती है, तो यह लेख आपके लिए है। न्यूट्रीशनिस्ट और हेल्थ कोच नेहा रंगनी ने साल्ट क्रेविंग्स (Causes of Salt Cravings) के कुछ सामान्य कारण बताए हैं, और इन कारणों में सुधार करने की सलाह देती है। इसके साथ ही उन्होंने कुछ हेल्दी स्नैक्स के नाम सुझाए हैं जिन्हें आप साल्ट क्रेविंग होने पर ले सकती हैं (healthy snacks idea)।
आपके शरीर में मौजूद फ्लूइड कई महत्वपूर्ण मिनरल्स को कैरी करते हैं। ये मिनरल्स आपके शरीर को ठीक से काम करने में मदद करते हैं। सामान्य टेबल नमक में पाया जाने वाला सोडियम इन्ही मिनरल्स में से एक है। यदि आप बुखार या अत्यधिक पसीना आने जैसे लक्षणों का अनुभव कर रही हैं, तो ये मिनरल, जिन्हें इलेक्ट्रोलाइट्स भी कहा जाता है, असंतुलित हो सकते हैं।
जब आप डिहाइड्रेटेड हो जाती हैं, तो आपके रक्त में सोडियम बहुत अधिक बढ़ जाता है। लेकिन अन्य समय में, डिहाइड्रेशन के कारण आपके सोडियम का स्तर बहुत कम हो सकता है, जिसे हाइपोटोनिक डिहाइड्रेशन कहा जाता है।
तनावग्रस्त होने पर आपको साल्ट क्रेविंग्स क्यों होती है? कुछ लोग सोचते हैं कि नमकीन भोजन खाने से आपको अच्छा महसूस होगा। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नमक आपके हाइपोथैलेमस को डोपामाइन जारी करने के लिए प्रेरित करता है।
अन्य विशेषज्ञों का कहना है, कि जीवित रहने के लिए नमक की आवश्यकता होती है, इसलिए आपका मस्तिष्क जीवन-सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया के रूप में नमक साल्ट क्रेविंग्स को उत्तेजित करता है। ऐसा कहा जा रहा है कि, तनाव के जवाब में नमक की क्रेविंग्स का प्रभाव केवल जानवरों में प्रदर्शित किया गया है, मनुष्य पर इसकी पुष्टि करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
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हैवी एक्सरसाइज या किसी भी शारीरिक गतिविधि को करते हुए यदि आपको अत्यधिक पसीना आता है, तो यह इस बात का संकेत होता है, कि आपके शरीर से अत्यधिक सोडियम बाहर निकल चुका है। ऐसे में खुद के शरीर में वापस से सोडियम बैलेंस बनाना बहुत जरूरी है। अन्यथा इस स्थिति में सॉल्ट की क्रेविंग हो सकती है।
माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो कई लक्षणों का कारण बन सकती है, जिनमें सबसे प्रमुख सिरदर्द है। शोध में पाया गया है कि जो लोग माइग्रेन के सिरदर्द का अनुभव करते हैं, उन्हें नमकीन या मीठा भोजन खाने की इच्छा हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इनमें से किसी भी प्रकार का भोजन खाने से कुछ लोगों में सिर दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
रिसर्च के अनुसार यह भी सुझाव है, कि यदि आप अधिक स्वास्थ्यप्रद भोजन करते हैं और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ से बचते हैं, जिसमें बहुत अधिक मात्रा में सोडियम और चीनी शामिल हो सकते हैं, तो वापसी के रूप में आपको अधिक माइग्रेन सिरदर्द हो सकता है। इस कारण से, साल्ट की क्रेविंग्स हो सकती है।
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कस्टमाइज़ करें“जब आप दोपहर के भोजन के लिए सिर्फ सलाद खाती हैं, तो ऐसा करके आप दोपहर और शाम की विफलता के लिए खुद को तैयार कर रही हैं। यदि आप बहुत देर तक बिना खाए रहती हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा शक्ति को बनाए रखने के लिए फ्यूल की तलाश करता है।
इस स्थिति में आपको रिफाइंड ग्रेन्स, नमक और चीनी की लालसा होती है। इस तरह भूखा रहने से आपमें नमकीन खाने की लालसा पैदा होगी। इस स्थिति को अवॉइड करने के लिए भूख लगने पर शरीर को उचित मात्रा में पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ दें, ताकि आपको साल्ट क्रेविंग परेशान न करें।
मखाना, राइस क्रैकर्स, मिलेट क्रैकर्स, खाखरा, रोस्टेड साल्टेड चना, मिलेट कुरमुरा, बेक्ड वेजी चिप्स। इन सभी में सेंधा नमक का इस्तेमाल करें। इन स्नैक्स में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं, इनका सेवन आपकी साल्ट क्रेविंग्स को पूरा करने के साथ ही आपके शरीर को फायदे भी प्रदान करेंगे।
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