अगर आप इस कोरोना काल में घर से बाहर नहीं निकल रही हैं, तो निश्चित ही आप सनशाइन विटामिन से महरूम हो रहीं होंगी। सारा दिन इनडोर रहने के कारण आपके शरीर को सूर्य की किरणें और उससे मिलने वाला विटामिन डी नहीं मिल पा रहा होगा। हाथ-पैरों में दर्द, जोड़ाें में दर्द और बेन फॉगिंग जैसी समस्याएं विटामिन डी की कमी के संकेत हो सकते हैं।
विटामिन डी को आसानी से सूर्य की किरणों के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। यह हमारे शरीर के लिए काफी आवश्यक है। मजबूत हड्डियों के लिए हमें विटामिन डी जरूरत होती है, क्योंकि यह शरीर को आहार से कैल्शियम का उपयोग करने में मदद करता है।
परंपरागत रूप से, विटामिन डी की कमी रिकेट्स से जुड़ी हुई है, एक बीमारी जिसमें हड्डी के टिशू को ठीक से खनिज नहीं मिल पाता। इसमें नरम हड्डियों और स्केलेटन जैसी विकृति होती है।
विटामिन डी की हमारी बॉडी को जितनी आवश्यकता है उससे काफी कम मात्रा में हम इसका सेवन करते है। विटामिन डी प्राप्त करने के लिए आपको अपने आहार में सबसे पहले टूना,साल्मन जैसी मछलियों को शामिल करने की जरूरत है।
मशरूम, दूध, सोया मिल्क, दही, सीरियल, ऑरेंज, अंडे, विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं। विटामिन डी की कमी न हो इसके लिए अपने डायट चार्ट में इन फूड्स को जरूर शामिल करें।
आज महामारी के समय में सभी अपने घरों में कई महीनों से बंद हैं। ऐसे में शरीर के लिए जरूरी धूप और विटामिन डी नहीं मिल पा रहा।
ऐसे में कोशिश करे कि थोड़ा समय अपनी बालकनी में सुबह की धूप में गुजारें। यह आपको विटामिन डी की कमी से निजात दिलाने में मदद करेंगी।
आपका पाचन तंत्र कभी-कभी पर्याप्त रूप से विटामिन डी को अवशोषित नहीं कर पाता है। कुछ मेडिकल समस्याएं, जिनमें क्रोनिक डिजीज़, सिस्टिक फाइब्रोसिस और सीलिएक रोग शामिल हैं, जो आपके द्वारा खाए गए भोजन से विटामिन डी को अवशोषित करने की आपकी आंत की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, विटामिन डी की कमी के लक्षणों में हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में कमजोरी, थकान और मनोदशा में बदलाव शामिल हैं। जबकि कई कारक उन लक्षणों को प्रभावित कर सकते हैं, यदि आपने हाल ही में अपनी जीवन शैली नहीं बदली है, तो ऐसी स्थितियां विटामिन डी की कमी के संकेत हो सकते हैं।
डॉ विनीश माथुर डायरेक्टर – डिवीजन ऑफ स्पाइन,इंस्टीट्यूट ऑफ मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर एंड आर्थोपेडिक्स मेदांता,गुरुग्राम के अनुसार बताया गया है कि, जोड़ों का दर्द कैल्शियम और विटामिन डी के सेवन से संबंधित होता है! यह याद रखा जाए कि सन एक्सपोजर से विटामिन डी हमारे शरीर में स्वयं ही बनता है। इसीलिए शाम की या सुबह की धूप ठंड हो या गर्मी 20 से 25 मिनट के लिए भी जरूर लेनी चाहिए। यह आपके शरीर में विटामिन डी की मात्रा को बनाए रखेगा।
डॉ माथुर के अनुसार “आज कल लोग अपनी लाइफस्टाइल के अनुसार घर पर रहना अधिक पसंद करते है जिस कारण 60-70% लोग विटामिन डी की कमी से ग्रस्त पाए जाते है।”
साथ ही डॉ माथुर यह सलाह भी देते है कि, आप अपने ट्रीटमेंट के अनुसार ही विटामिन डी का सेवन करे क्योंकि अधिक विटामिन डी भी आपके शरीर के लिए नुकसानदायक साबित होती है।
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