जब आप प्रोटीन शब्द सुनती हैं, तो आपके दिमाग में क्या आता है? संभव है कि आपको लगता होगा कि प्रोटीन शरीर को मोटा बना देता है। या ऐसा भी लगता होगा कि प्रोटीन की जरूरत बॉडी बिल्डर को पड़ती है। इसकी जरूरत पुरुषों को अधिक होती है। यहां पर आप गलत हैं। महिलाओं को प्रोटीन की उतनी ही आवश्यकता होती है जितनी पुरुषों को। हेल्दी शरीर को बनाए रखने के लिए प्रोटीन जरूरी है। यह मांसपेशियों के विकास और मांसपेशी की मरम्मत में भी मदद करता है। यदि आप सुगठित शरीर बनाना चाहती हैं, तो प्रोटीन सबसे महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट है। जानते हैं महिलाओं के लिए प्रोटीन कितना जरूरी (protein for women’s health) है।
प्रोटीन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए जरूरी है। प्रोटीन का सेवन उम्र, एक्सरसाइज लेवल, कैलोरी सेवन और कई अन्य कारकों के आधार पर भिन्न हो सकता है। शरीर सभी आवश्यक अमीनो एसिड नहीं बना सकता है। इसलिए भोजन या सप्लीमेंट के रूप में प्रोटीन का सेवन जरूर करना चाहिए। वसा और कार्ब्स के विपरीत प्रोटीन को संग्रहीत नहीं किया जा सकता है। इसलिए नियमित प्रोटीन सेवन की जरूरत पड़ती है।
महिलाओं के लिए प्रोटीन शरीर में कोशिकाओं से लेकर मांसपेशियों तक विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए जरूरी है। यह शरीर की प्रत्येक कोशिका में मौजूद होता है। यह कोशिकाओं की मरम्मत और रीजुवेनेशन में मदद करता है। प्रोटीन एक मैक्रोन्यूट्रिएंट है, जो सभी ऊतकों और अंगों के निर्माण और नियंत्रण को उचित रूप से संचालित करने के लिए जरूरी है। यह नियमित मांसपेशियों के संकुचन के लिए ऊर्जा के उत्पादन में भी मदद करता है।
बालों, त्वचा और नाखूनों को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए बहुत अधिक प्रोटीन की जरूरत होती है। ये सभी स्ट्रकचरल प्रोटीन केराटिन से बने होते हैं। इसका उत्पादन करने के लिए शरीर को जरूरी बिल्डिंग ब्लॉक्स प्रदान करने पड़ते हैं। कोलेजन भी एक प्रोटीन है, जो त्वचा के वजन का 70% हिस्सा होता है। यह शरीर का सबसे प्रचलित प्रोटीन है। यह संयोजी ऊतकों में पाया जाता है, जो जोड़ों को स्थिर और गतिशील रखने में हमारी मदद करता है। प्रोटीन की कमी से समय से पहले झुर्रियां पड़ सकती हैं।
महिलाओं के लिए प्रोटीन मांसपेशियों के पुनर्निर्माण में मदद करता है। इसमें अमीनो एसिड की मात्रा अधिक होती है और मांसपेशियों की ऐंठन दूर होती है। यह एस्ट्रोजन प्रदर्शन को बढ़ाता है और मांसपेशियों में सुधार करता है। तनाव, कुपोषण और कुछ चिकित्सीय स्थितियां हार्मोनल स्तर को प्रभावित करती हैं। इसके लिए पर्याप्त प्रोटीन सेवन की आवश्यकता होती है। यह लीन मसल्स का निर्माण करता है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस और सरकोपेनिया जैसी बीमारियों से बचाव होता है। महिलाओं को अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है, जिसमें मांसपेशियों को बढ़ाने के लिए आहार प्रोटीन शामिल होता है। प्रोटीन में अमीनो एसिड शरीर में मांसपेशियों के ऊतकों का निर्माण और मरम्मत करता है।
प्रोटीन महिलाओं को पेट भरा हुआ महसूस कराता है। इससे उन्हें कम कैलोरी लेनी पड़ती है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रोटीन ड्रिंक से शरीर के वजन, फैट मास और हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है। महिलाओं के वजन घटाने के लिए सर्वोत्तम प्रोटीन पाउडर में कम से कम 20 ग्राम प्रोटीन और 10 ग्राम से कम कार्बोहाइड्रेट और कम से कम 3 ग्राम फाइबर प्रति स्कूप होना चाहिए।
अधिकांश लोग कैल्शियम और विटामिन डी को मजबूत, स्वस्थ हड्डियों का मुख्य आधार मानते हैं और यह सही है। प्रोटीन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब कैल्शियम और विटामिन डी सीमित होते हैं, तो प्रोटीन हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है। हाई प्रोटीन डाइट से बॉन मिनरल डेंसिटी का हाई लेवल और हड्डियों के नुकसान की दर कम होती है।
प्रोटीन किसी भी संतुलित आहार का एक अनिवार्य घटक है। वयस्क महिलाओं को प्रति दिन लगभग 46 ग्राम की आवश्यकता हो सकती है। यदि आप बहुत कम सेवन करती हैं, तो कमजोरी, थकावट या मांसपेशियों की हानि हो सकती है। दैनिक प्रोटीन की जरूरत महिला की गतिविधि, उम्र, मसल्स मास, शरीर के आकार और समग्र स्वास्थ्य पर निर्भर भी करती है।
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