क्या आप इस बात को मानते हैं कि दुनिया में दो तरह के लोग हैं, एक जिन्हें खाने के बाद नींद आती है, और दूसरे जिन्हें खाना खत्म करते ही वॉशरूम जाने की जल्दी होती है। अगर आप पहली श्रेणी में आते हैं, तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं, आपकी सेहत बिल्कुल अच्छी है। पर अगर आप उनमें से हैं, जिन्हें खाने के तुरंत बाद टॉयलेट जाना पड़ता है, तो आपको स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देने की जरूरत है।
हम ऐसा क्यों कह रहे हैं? केवल हम और आप ही नहीं, गैस्ट्रोलॉजिस्ट और जेन मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मुम्बई की डायरेक्टर डॉ रॉय पाटनकर, का मानना है कि असमय टॉयलेट जाने की आदत आगे चलकर आपके स्वास्थ्य को मुश्किल में डाल सकती है। इसीलिए आपके लिए यह जानना जरूरी है कि खाने के तुरंत बाद आपको शौच के लिए जाने की आवश्यकता क्यों पड़ती है।
क्या आपको मालूम है कि आपके बाथरूम जाने का समय आपके खानपान पर निर्भर करता है। मसालेदार खाना और कच्चे सलाद का सेवन आपको बार-बार टॉयलेट जाने पर मजबूर कर सकता है। अधिक फाइबर युक्त भोजन से आपको लूज़ मोशन की समस्या हो सकती है। वहीं ज्यादा स्पाइसी खाना खाने से आपको चिड़चिड़ेपन की शिकायत होती है। ऐसे खाने से परहेज करें, अगर आपको बार बार टॉयलेट जाने की समस्या है। अपने खान पान पर ध्यान देना देना जरूरी है।
यह आम तौर पर बहुत से लोगों में देखा जाता है। कुछ विशेष खाने के पदार्थो से एलर्जी और पचने में दिक्कत होने के कारण बार-बार बाथरूम जाने की समस्या उत्पन्न होती है। आपको किसी विशेषज्ञ से इस समस्या पर सुझाव लेना चाहिए। मछली, नट्स, ओर अंडे से एलर्जी के कारण आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ सकता है। डॉक्टर से मिलकर अपनी एलर्जी के बारे में जानने की कोशिश करें।
यह रोग आंतों में होता है, इसमें पेट में दर्द, बेचैनी व मल त्यागने में परेशानी होती है। यह आपके खाने की गति को कोलोन के द्वारा बढ़ा देता है। जिसके परिणाम स्वरूप आपको खाने के बाद बार-बार टॉयलेट जाने की समस्या होती है।
डॉ पाटनकर का कहना है कि “खाने के बाद मल की समस्या का कारण शुगर मलब्सॉर्पशन भी हो सकता हैं। शुगर मलब्सॉर्पशन में छोटी आंत शुगर जैसे कि फ्रुक्टोज़ और सोर्बिटल को ठीक से पचा नही पाती। क्या आपको मालूम है कि बहुत से खाद्य पदार्थ जैसे कि बेरी, प्याज, लहसुन इत्यादि बहुत मुश्किल से पच पाते हैं। जिसकी बजह से आपको मल की समस्या हो सकती है। जिन्हें आई बी एस की समस्या है, उनके लिए चीनी खतरनाक हो सकती है। इसीलिए आने सेहत के प्रति सावधानी बरतें।”
अगर आप इम्यून सिस्टम से जुड़ी बीमारी से ग्रसित हैं, तो ऐसे में आपके शरीर को ग्लूटेन की आवश्यकता होती है। जैसे कि गेहूं, बारले, राई, इत्यादि जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इसके कारण आपकी छोटी आंत क्षतिग्रस्त हो सकती है और आप माल के समस्या का शिकार हो सकते हैं। अपने खाने में स्वस्थ आहार को सम्मिलित करें।
डॉ पाटनकर का कहना है कि ” अगर आपको यह परेशानी नियमित रूप से रोजाना हो रही है तो तुरंत अपने डॉक्टर से राय लें।”
आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक रहना चाहिए। साथ ही स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं पर गौर करना जरूरी है। अगर आपको अपने स्वास्थ्य में किसी तरह का बदलाव नजर आए, तो उसे जल्द से जल्द किसी डॉक्टर को दिखाएं। अगर आपके मल में बलगम और खून दिखे या आपके वजन में गिरावट दिखे, तो समझ जाएं कि यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अगर आपके पारिवारिक इतिहास में किसी को आंत में कैंसर रह चुका है, तो आप इसके लक्षण को अनदेखा न करें। यह आपको मुसीबत में डाल सकता है। आपके लिए स्वस्थ आहार लेना अनिवार्य है, ऐसा न करना आपके पाचन तंत्र को कमजोर कर सकता है।
यह भी पढ़े : इन 3 कारणों से आपके लिए किसी भी व्यक्ति या काम से ज्यादा जरूरी है नींद