सिर दर्द एक आम समस्या है। कभी-कभी थकान, नींद न पूरी होने या तनाव के कारण भी सिर दर्द हो सकता है। यही वजह है कि हम सिर दर्द को सबसे ज्यादा हल्के में लेते हैं। जबकि कई बार सिर दर्द किसी गंभीर स्थिति का भी संकेत हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप सिर दर्द के बारे में सब कुछ जानें।
इस विषय पर विस्तार से बात करने के लिए हमने डॉ. नीरज शर्मा से बात की। वे बताती हैं, “जब भी आपको सिरदर्द शुरू हो या बार-बार होने लगे, तो पहले आपको यह सोचना चाहिए कि क्या आपकी दिनचर्या (daily routine) में कोई बदलाव तो नहीं है? जिस वजह से यह सिर दर्द शुरू हुआ है। कई लोगों को कुछ खाने जैसा मीठा, मक्खन या कुछ खास तरह की चीज़ें खाने से सिरदर्द शुरू हो जाता है। कभी-कभी उपवास रखने या लंबे समय तक भूखे रहने के कारण भी सिर दर्द हो सकता है। अगर इस तरह के बदलाव सिर दर्द का कारण हैं, तो ज्यादा घबराने की बात नहीं है।”
वे आगे कहती हैं, “लेकिन यदि आपको सिर दर्द के साथ-साथ हाथ पैर में झुनझुनाहट होना, चक्कर आना, बेहोशी होना, हाथ पैरो में कमजोरी महसूस हो रही है, उल्टी आ रही है, सिर दर्द के साथ बुखार है या सिर दर्द की तीव्रता कम या अधिक होती रहती है, तो सारे लक्षण यह दर्शाते हैं कि आपका सिर दर्द नॉर्मल नहीं है।”
हालांकि यह काफी कम लोगों में पाया जाता है, लेकिन यदि ऐसे लक्षण लम्बे समय से दिखाई दे रहे हैं, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। समय रहते सिर दर्द का इलाज करवाया जाना जरूरी है।
डॉ. नीरज शर्मा के अनुसार सिरदर्द को हम सामान्यत: 4 प्रकार से समझ सकते हैं।
माइग्रेन में होने वाला दर्द सिर के एक तरफ होता है, जिस वजह से इसे अधकपारी भी कहते हैं। इसमें मरीज को सिर में कोई चीज चुभने जैसा दर्द होता है। इसकी वजह का अभी सही तरीके से कुछ पता नहीं चल सका है, लेकिन कुछ चीजें माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है। जैसे – बहुत ज्यादा या कम सोना, शोर, तनाव, चिंता और हार्मोनल बदलाव।
इस प्रकार का सिरदर्द काफी कम लोगों में ही हो सकता है। इसमें सिर के किसी एक तरफ तीव्र दर्द होता है। इसमें आंखों में खिंचाव और पलकें भारी होने जैसा महसूस हो सकता है। साथ ही इसमें आंखों के आस-पास भी दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द 15 मिनट से लेकर 3 घंटे तक रह सकता है।
तनाव की वजह से होने वाला सिरदर्द सबसे आम है। इस प्रकार के सिर दर्द में व्यक्ति अपने सिर के दोनों तरफ तेज दर्द महसूस करता है।
साइनस में सिरदर्द सिर के आगे के हिस्से में और चेहरे पर होता है। इस प्रकार का सिरदर्द तब होता है, जब नाक, सिर, नाक व आंखों में साइनस कैविटी हो जाती है। यह सिरदर्द तब और अधिक तीव्र हो जाता है, जब सुबह उठने के बाद इंसान आगे की ओर झुकता है या सिर को झुकाता है।
डॉ. शर्मा के मुताबिक उपरोक्त के अलावा भी कई बार कुछ अन्य कारणों से सिर दर्द हो सकता है। जैसे –
अमूमन सिर दर्द के कारणों को समझकर उनसे बचना सिर दर्द का उपचार माना जाता है। जैसे अगर आपको थकान है, तो एक अच्छी नींद आपका सिर दर्द दूर कर सकती है। पर कई बार सिर दर्द गंभीर कारणों से हो सकता है। इसलिए जब यह तय सीमा से अधिक बढ़ जाए तो आपको डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। यहां ऐसी ही कुछ स्थितियां दी गईं हैं –
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