छठ पूजा बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और देश के अन्य हिस्सों में उत्साह और उल्लास के साथ मनाई जाती है। दिवाली के तुरंत बाद, कार्तिक माह में छठ पूजा मनाई जाती है। मूलत: प्रकृति की उपासना पर आधारित इस उत्सव में सूर्य की उपासना की जाती है। वैज्ञानिक और हेल्थ एक्सपर्ट भी मानते हैं कि समग्र स्वास्थ्य के लिए सूर्य से मिलने वाला सनशाइन विटामिन (Sunshine vitamin) यानी विटामिन डी (Vitamin D) बहुत जरूरी है। 36 घंटे तक चलने वाले छठ पूजा के उपवास के बाद जब आप व्रत खोलते हैं, तब आपको सेहत के लिए कुछ चीजों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। एक आहार विशेषज्ञ इस लेख में बता रहीं हैं कि छठ पूजा के लंबे उपवास (Dos and don’ts after chhath puja fasting) के बाद आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
छठ के व्रत में व्रती 3 दिन बिना खाए पिए व्रत करते हैं। ऐसे में डिहाइड्रेशन होने की समस्या सबसे ज्यादा होती है। बिना खाना खाए मेटाबॉलिज्म भी धीमा पड़ जाता है। इसके बाद एकदम से बहुत सारा खाना खा लेना या कुछ मीठा पी लेना आपके मेटाबॉलिज्म को और ज्यादा खराब कर सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप यह जानें कि छठ के लंबे उपवास के बाद (Dos and don’ts after chhath puja fasting) आपको क्या करना है और क्या नहीं।
इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने बात की डॉ. राजेश्वरी पांडा नें, डॉ. राजेश्वरी पांडा मेडिकवर अस्पताल, नवी मुंबई में पोषण और आहार विज्ञान विभाग की एचओडी है। डॉ. राजेश्वरी पांडा बताती हैं कि फास्टिंग के बाद आचानक से कुछ भी भारी नहीं खाना चाहिए। शुरुआत हमेशा हल्की करनी चाहिए।
इस व्रत को भूखे प्यासे रहकर किया जाता है। इसलिए शरीर में तरल पदार्थों की कमी होना समान्य बात है। इसके लिए सबसे पहले आपको हाइड्रेट होने की जरूरत है। खुद को हाइड्रेट करने से शुरुआत करें। अपने शरीर से खोए हुए तरल पदार्थ और इलैक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति के लिए पानी, नारियल पानी या फलों के रस से शुरुआत करें। इनका सेवन करने से आपके शरीर को अच्छे से हाइड्रेशन में मदद मिल सकती है।
डॉ. राजेश्वरी पांडा बताते हैं कि व्रत को खोलने के बाद अचानक से कुछ डीप फ्राइड या मसालेदार न खाएं। इससे आपकी पाचन शक्ति पर गलत असर पड़ता है। मसालेदार खाना पचाने में समय लगता है। इससे आपको समस्या हो सकती है।
आपको आसानी से पचने योग्य खाद्य पदार्थ जैसे फल, उबली हुई सब्जियां या हल्के सूप का सेवन करना चाहिए। आसानी से पचने योग्य खाद्य पदार्थों का सेवन आपके पाचन तंत्र को धीरे-धीरे समायोजित करने में मदद कर सकता है।
जब आप कुछ हल्का खा लें, तो थोड़ी देर रुक जाएं। एकदम से बहुत सारा खाना खाने की कोशिश न करें। हालांकि आपको उस समय भूख लगती है, लेकिन फिर भी आपको सारा पेट एक बार में नहीं भरना है। धीरे-धीरे साबुत अनाज और कार्बोहाइड्रेट का सेवन शुरू करें। लगातार ऊर्जा प्रदान करने के लिए चावल, क्विनोआ या साबुत अनाज की ब्रेड जैसे खाद्य पदार्थों को धीरे-धीरे कम मात्रा में शामिल किया जा सकता है।
लंबी फास्टिंग आपको थकाती भी है। याद रखें इस दौरान आपने अपने शरीर को उचित पोषण नहीं दिया है। इसके बावजूद आप व्यस्त रही हैं। इसलिए फास्टिंग के बाद आराम भी उतना ही जरूरी है, जितना सही आहार। अपने लिए समय निकालें और आराम करें। इससे आपके पाचन तंत्र को ठीक से काम करने और आपके शरीर को रिफ्रेश होने में मदद मिलेगी।
व्रत तोड़ने के तुरंत बाद भारी, चिकना या अत्यधिक मसालेदार भोजन से दूर रहें। ये आपके पाचन तंत्र के बहुत भारी हो सकता है।
उपवास के बाद मीठा खाने का मन करता है, लेकिन शुरुआत में मीठे खाद्य पदार्थों को सीमित करना बेहतर है क्योंकि वे रक्त शर्करा के स्तर में अचानक वृद्धि का कारण बन सकते हैं।
उपवास के बाद आपका शरीर उन चीजों को संभालने में सक्षम नहीं है, जो उसे ड्रेन करती हैं। स्मोकिंग और अल्कोहल दोनों ही आपके शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं। वहीं मांसाहार को पचाने के लिए आपके शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। 36 घंटे के उपवास के बाद आपका मेटाबॉलिज्म इसके लिए तैयार नहीं होता। ऐसा करने पर आपको सूजन या पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
चाय या कॉफी जैसे उत्तेजक पदार्थों को दोबारा शुरू करने से पहले अपने शरीर को अधिक समय दें। उपवास के बाद वे आपके सिस्टम को अलग तरह से प्रभावित कर सकते हैं। ये आपके शरीर में और अधिक डिहाइड्रेशन का कारण बन सकते हैं। कुछ लोगों को थकान उतारने के लिए चाय की जरूरत होती है। जबकि इस समय आपके शरीर को चाय या कॉफी से ज्यादा सही पोषण और आराम की जरूरत है।
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