2019 में दुनिया में दस्तक देने वाला कोविड थमने का नाम नहीं ले रहा है। बढ़ते समय के साथ-साथ वातावरण में कोविड के नए वैरिएंट भी लगातार देखने को मिल रहे हैं और इससे लोगों के बीच दहशत का माहौल भी लगातार बना हुआ है। इसी बीच विश्व के 55 से अधिक देशों में कोविड के नए वैरिएंट ‘पिरोला’ (New Covid Variant Pirola) ने दस्तक दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने कोविड के इस नए वैरिएंट को ‘वायरस अंडर मॉनिटरिंग’ कैटेगरी में रखा है और आम लोगों को इससे सतर्क रहने की सलाह दी है। जबकि सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने भी नए वैरिएंट BA.2.86 से सतर्क रहने की सलाह दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपने सितंबर के महामारी विज्ञान अपडेट में इस वायरस की पुष्टि की है। WHO ने कहा कि वह SARS-CoV-2 के सात वेरिएंट पर नजर रख रहा है, जिसमें BA.2.86 या पिरोला भी शामिल है। इस सब-वेरिएंट को पहली बार जुलाई के अंत में डेनमार्क में रिपोर्ट किया गया था।
ग्लोबल जीनोम सिक्वेंसिंग डेटाबेस को तैयार करने वाली संस्था GISAID ने बताया कि कोविड के इस नए वैरिएंट के 30 से अधिक म्यूटेशन देखने को मिले है, इसलिए इस वैरिएंट के फैलने का भी काफी ज्यादा खतरा है।
कोविड के इस नए वैरिएंट के बारे में अमेरिहेल्थ, एशियन अस्पताल में संक्रामक रोग विशेषज्ञ और सलाहकार चिकित्सक डॉ.चारु दत्त शर्मा बताते है कि ‘ पिरोला वेरिएंट भी ओमिक्रॉन फैमिली का ही हिस्सा है, जिसके 30 से अधिक म्यूटेशन हैं इसलिए इस पर नजर रखनी होगी और यह बड़ी संख्या में मामलों का कारण बन सकता है। वहीं, डॉ. शर्मा में यह भी अंदाजा जताया है कि इस वायरस के फैलने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि दुनिया भर में पिरोला के केवल कुछ मामले सामने आएं है । इसी के साथ भारत में पिरोला के किसी भी मामले की रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञ कह रहे हैं कि इस वेरिएंट के लक्षण अन्य COVID-19 वेरिएंट के शुरुआती लक्षणों के समान हैं:
– नाक बहना
– बुखार आना
– खांसी
– थकान
– छींक आना
कोविड की अधिक जानकारी लेने लिए हेल्थशॉट्स ने न्यूबर्ग लेबोरेटरीज़ की डॉ.भाविनी शाह से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि कोविड वायरस भी अन्य किसी वायरस की तरह ही है, इसलिए ये ऐसे ही बरकरार रह सकता है । इसलिए कुछ समय के अंतराल में इसके वैरिएंट सामने आना स्वाभाविक है।
लेकिन डॉ.शाह के मुताबिक़ इस नए वैरिएंट और सब-वैरिएंट से हमें डरने के बजाय बचाव करना चाहिए । साथ ही उन्होंने कहा कि यदि हम आम बचाव भी रखते हैं तो हमें इससे डरने की उतनी आवश्यकता नहीं हैं।
इस नए वैरिएंट के बारे में WHO ने बताया कि इस वायरस को देख कर माना जा रहा है कि इसमें पिछले वैरिएंट के दौरान लगाई गई वैक्सीन और एंटीबॉडी या बूस्टर डोज़ को भी चकमा दे सकती है। इसलिए हमें सभी तरह की सुरक्षा ले के ही रहना होगा। साथ ही पिछले दिनों कई देशों में इसके केस देखने को मिले है, इसलिए इस वायरस से सतर्क रहने की जरूरत है।
अगर आपको भी ऐसे ही कोई लक्षण देखने को मिलते है तो आप सबसे पहले अपना चेकअप कराएं और यदि आप पॉज़िटिव निकलते है तो कुछ सुरक्षा रखे, तो इन बातों का ध्यान रखें।
यदि आपको कोविड-19 के संक्रमण के संकेत हैं, तो आपको घर पर आत्म-आइसोलेशन करना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको अन्य लोगों से दूर रहना चाहिए, अपने कमरे को अलग करना चाहिए और आपके साथी जिन्होंने आपके संपर्क में आए हैं, उन्हें भी आइसोलेशन में रहने की सलाह देनी चाहिए।
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