scorecardresearch

ग्रोइंग पेन भी हो सकता है आपके बेबी के रात भर न सो पाने का कारण, जानिए ऐसे में क्या करना है

अगर बच्चे सारी रात केवल इस वजह से नहीं सो पाते हैं कि उनके पैरों में दर्द है। तो उन्हें ग्रोइंग पेंस की समस्या हो सकती है।
Published On: 19 Aug 2021, 11:00 am IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
growing pain bachcho ko pareshan kar deta hai
बच्चों के पैरों की मांसपेशियों में होने वाले दर्द को ग्रोइंग पेन कहा जाता है। चित्र: शटरस्टॉक

मेरी 2 साल की भतीजी अक्सर रात को रोने लगती है क्योंकि उसके पैरों में काफी दर्द होता है। फिर काफी देर से सहलाने के बाद ही आराम पहुंचता है। लेकिन ऐसा अक्सर होने की वजह से मेरे भैया भाभी ने डॉक्टर से सलाह लेना ठीक समझा। डॉक्टर ने चेकअप करने के बाद बताया ये ग्रोइंग पेन (growing pains) है। इस ग्रोइंग पेन की वजह से अक्सर बच्चे परेशान रहते हैं।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ 

कोलंबिया एशिया अस्पताल पीडियाट्रिशियन डॉक्टर सुमित गुप्ता का कहना है कि अधिकतर माता पिता सोचते हैं कि ग्रोइंग पेन एक बहुत आम बात है। जब बच्चा बड़ा होता है तो उसके साथ ग्रोइंग पेन समस्या हो सकती है। जो कि सही नहीं। देखा जाए तो बच्चे की ग्रोथ का इन ग्रोइंग पेन (Growing pain) से कोई कनेक्शन नहीं। 

एन एच एस (NHS) के एक शोध में कहा गया है कि विटामिन डी की कमी से बच्चों में ग्रोइंग पेन की समस्या किसी ना किसी रूप में होने लगती है जो कम गंभीर से लेकर ज्यादा गंभीर तक हो सकती है। हालांकि कुछ रिसर्च इस बात से सहमत नहीं हैं।

तो क्या है ग्रोइंग पेन का कारण 

बच्चों को इस प्रकार का ग्रोइंग पेन अक्सर शाम या रात के समय महसूस होता है। किसी को कम तो किसी को ज्यादा महसूस हो सकता है। बच्चों की किशोरावस्था तक यह दर्द धीरे-धीरे खत्म हो जाता है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जो कभी कभी किसी गंभीरता की ओर इशारा करते हैं।

khelne ka bad bachche iss tarah ke dard ki shikayat karte hai
खेलने-कूदने के बाद अकसर बच्चे इस तरह के दर्द की शिकायत करते हैं। चित्र: शटरस्टॉक

यहां हैं ग्रोइंग पेन के लक्षण

  1. जब सिर्फ एक पैर में दर्द हो
  2. रोजाना रात के समय दर्द होना
  3. पीठ में और कंधों में दर्द होना
  4. किसी पुरानी चोट पर दर्द होना
  5. अचानक से जॉइंट पेन होना
  6. वजन कम होना
  7. भूख में कमी
  8.  बुखार आ जाना

यह भी पढ़ें- श्रोणि में दर्द से हैं परेशान तो ये 5 एक्सरसाइज करेंगी पेल्विक फ्लोर को मजबूत बनाने में मदद

बच्चे को ग्रोइंग पेन से राहत दिलाने के लिए अपनाएं ये उपाय 

अगर आपके बच्चे को ग्रोइंग पेन की समस्या है तो आप निम्न तरीकों को अपना कर उनका दर्द कम कर सकती हैं : 

  1. उनकी टांगों की मसाज करें।
  2. लेग मसल्स की स्ट्रेच करें और यह अधिक छोटे बच्चो के लिए मुश्किल हो सकता है।
  3. जो पैर दुख रहा है वहां एक गर्म कपड़े को स्किन पर रख दें और अधिक गर्म न करें क्योंकि बच्चे का पैर जल भी सकता है और इसे सोते समय न करें।

जब आपके बच्चे का पैर किसी चोट आदि के कारण दुखता है या उसे ग्रोइंग पेन के साथ साथ बुखार और जोड़ों में सूजन आ जाती है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले कर जाएं।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

यह भी पढ़ें – अंडों को फ्रिज में रखना चाहिए या बाहर? क्या है अंडों को स्टोर करने का सही तरीका

डॉक्टर से कब कंसल्ट करने की जरूरत है

कभी बच्चों को किन्हीं और कारणों से भी दर्द हो रहा होता है और पेरेंट्स उसे ग्रोइंग पेन समझ कर हल्के में ले रहे होते हैं। यहां कुछ स्थितियां दी गईं हैं जिनके कारण बच्चों को गंभीर दर्द का सामना करना पड़ सकता है।

ग्रोइंग पेन की वजह से बच्चा रहता है परेशान।चित्र -शटरस्टॉक
ग्रोइंग पेन की वजह से बच्चा रहता है परेशान।चित्र -शटरस्टॉक
  1. ऑसगुड स्ल़ॉटर डिज़िज (Osgood-Schlatter disease) 
  2. जुवेनाइल इडियोपेथिक आर्थराइटिस (Juvenile Idiopathic Arthritis)
  3. इंफेक्शन और टाक्सिसिटी (toxicity) 
  4. ट्यूमर (Tumor)
  5. रेस्टलेस लेग सिंड्रोम (Restless Leg Syndrome)
  6. पोस्ट्युरल या आर्थोपेडिक (postural or orthopaedic defects) 
  7. नॉक-नी (knock-knee)
  8. स्कॉलीओसिस (scoliosis) 
  9. ट्रिप्लेन एड़ियां (triplane wedges) 
  10. हाइपरमोबाइल जॉइंट्स (Hypermobile joints)
  11. ऑर्नी जॉइंट्स (orknee joints) 

यदि आपके बच्चे को उपरोक्त में से कोई सी भी परेशानी के लक्षण दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
संबंधित विषय:
लेखक के बारे में
मोनिका अग्रवाल
मोनिका अग्रवाल

स्वतंत्र लेखिका-पत्रकार मोनिका अग्रवाल ब्यूटी, फिटनेस और स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर लगातार काम कर रहीं हैं। अपने खाली समय में बैडमिंटन खेलना और साहित्य पढ़ना पसंद करती हैं।

अगला लेख