शरीर को स्वस्थ रखने के लिए मल्टीविटामिन जरूरी हैं। कभी-कभी मल्टीविटामिन की जरूरत भोजन से पूरी नहीं हो पाती है, तो हम सप्लीमेंट लेने लगते हैं। मल्टीविटामिन सप्लीमेंट में हर्ब्स, अमीनो एसिड और फैटी एसिड जैसे तत्व भी शामिल हो सकते हैं। आम तौर पर मल्टीविटामिन शरीर का एनर्जी लेवल बढ़ाता है। यह इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है। यह हार्ट हेल्थ और मसल्स हेल्थ को मजबूती देता है। यह कैंसर के खतरे को कम करता है। यह ब्रेन हेल्थ की कार्यक्षमता में भी सुधार करता है। मल्टीविटामिन हमारे लिए जरूरी क्यों हैं और इसके कार्य क्या हैं, ओज़िवा की क्लीनिकल न्यूट्रिशनिष्ट एंड डायटेटिक्स शिखा द्विवेदी इसके (Multivitamin FAQs) बारे में बता रही हैं।
मल्टीविटामिन कई सारे जरूरी पोषक तत्वों के गुलदस्ते की तरह होता है। यह एक डायटरी सप्लीमेंट है। सामान्य तौर पर यह विटामिन, मिनरल्स और कई बार कुछ और फायदेमंद तत्व भी इसमें मिले होते हैं। इससे शरीर की सेहत और तंदरुस्ती का ख्याल रखना आसान हो जाता है।
ऊर्जा के स्तर को बढ़ाना, संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं (Cognitive Function) को बेहतर बनाना, मजबूती देना, इम्युनिटी बूस्ट करना, स्फूर्ति बढ़ाना जैसे फायदे मल्टीविटामिन्स से मिल सकते हैं। मल्टीविटामिन शरीर के सुचारू संचालन के लिए एसेंशियल विटामिन्स तथा मिनरल्स को सुनिश्चित करता है। मजबूत हड्डियों के लिए विटामिन डी और कैल्शियम से लेकर दिल की सेहत के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड जरूरी हैं। संपूर्ण सेहत बनाए रखने के लिए कुछ खास विटामिन्स तथा मिनरल्स जैसे विटामिन सी, विटामिन बी, विटामिन ई, जिंक, बायोटिन कुछ खास स्वास्थ्य समस्याएं रोकने के लिए जरूरी होते हैं।
मल्टीविटामिन शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। यह शानदार परफॉर्मेंस, एनर्जी और ताकत के लिए जरूरी विटामिन तथा मिनरल्स देते हैं। कई बार केवल भोजन से जरूरी पोषण ले पाना मुश्किल हो सकता है। हो सकता है सेहतमंद महसूस करने के लिए पर्याप्त विटामिन और मिनरल्स नहीं मिल पा रहे हों, ऐसे में सप्लीमेंट पोषण की कमी को पूरा कर सकते हैं।महिलाओं की तुलना में पुरुषों के पोषण की जरूरतें अलग-अलग होती हैं। उम्र के साथ उनमें बदलाव करने की जरूरत होती है।
सही स्वास्थ्य पाने के लिए खासतौर से तैयार किए गए मल्टीविटामिन सेहत के लिए जरूरी पोषक तत्वों का स्रोत होते हैं।
ये कृत्रिम तत्वों तथा फिलर्स से मुक्त होने चाहिए। इनका सही चुनाव करना महत्वपूर्ण है। जिंक, आयरन, कैल्शियम, विटामिन डी3, विटामिन के2, विटामिन सी, विटामिन ई जैसे प्लांट बेस्ड सप्लीमेंट चुन सकती हैं। ये सभी आवश्यक मिनरल्स, पोषक तत्वों और आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बने होते हैं। आप ऐसे सप्लीमेंट चुनें, जिसमें ग्लूटेन,सोया, जीएमओ, आर्टिफीशियल स्वीटनर और एडेड शुगर नहीं होना चाहिए।
आहार में मल्टीविटामिन को शामिल करना बहुत आसान है। सामान्यतौर पर विटामिन्स तथा मिनरल्स हमेशा ही 1 या 2 रूपों में ही मिलता है। ज्यादातर कैप्सूल और टैबलेट के रूप में। आजकल मल्टीविटामिन्स गमीज़ के रूप में भी उपलब्ध हैं। गमीज़ खाने के अनुभव को बेहतर बना देता है। सबसे दिलचस्प बात है कि बड़ों को टैबलेट्स की जगह गमीज़ ही अच्छे लगते हैं। दरअसल, ये स्वादिष्ट फ्लेवर और आकर्षक आकार में आते हैं। इसकी वजह से बालों तथा त्वचा को पोषण देने के विकल्पों की तलाश कर रहे लोगों में यह काफी पसंद किए जाते हैं।
मल्टीविटामिन कब लेना चाहिए, इसके लिए यह याद रखना जरूरी है कि मल्टीविटामिन सप्लीमेंट हैं। ये संतुलित आहार का विकल्प नहीं हो सकते। इन्हें भोजन के साथ लेने पर ये बेहतर तरीके से काम करते हैं। यदि आप बिना कैलोरी का भोजन करना चाह रही हैं, तो वजन कम करने के तरीके और शारीरिक बनावट में बदलाव के लिए मल्टीविटामिन ज्यादा मददगार होते हैं।
ऊर्जा को कम करने के लिए बिना कैलोरी वाले भोजन में शारीरिक जरूरत से कम कैलोरी लेनी होती है। इससे शरीर संग्रहित ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित होता है। मल्टीविटामिन आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में मदद करता है। भले ही आप कम मात्रा में कैलोरी क्यों ना ले रही हों।
मल्टीविटामिन को प्रभावी तरीके से अवशोषित करने के लिए इन्हें भोजन के साथ लेना बेहतर (Multivitamin FAQs) होता है। अपनी दिनचर्या के अनुरूप कोई भी एक नियत समय चुन लें। इस आदत को ब्रेकफास्ट या डिनर की तरह लगातार जारी रखें। इस बात को याद रखें कि मल्टीविटामिन संतुलित आहार की जगह नहीं ले सकता है। यह सुरक्षा की एक एक्स्ट्रा लाइन जोड़ देता है। शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने तथा संपूर्ण सेहत के लिए रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज, 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद और नियमित रूप से 6-7 ग्लास पानी आपकी मदद कर सकते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंसप्लीमेंट और दवाओं का रिश्ता काफी नाजुक है। सर्तक रहना बहुत जरूरी है, क्योंकि कुछ सप्लीमेंट दवाओं को प्रभावित कर (Multivitamin FAQs) सकते हैं। अपनी दिनचर्या में किसी भी प्रकार की दवा शामिल करने से पहले खासकर यदि आप कोई दवा ले रही हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
हेल्दी फ़ूड की जगह मल्टीविटामिन को नहीं (Multivitamin FAQs) दिया जा सकता है। कोई भी मल्टीविटामिन या सप्लीमेंट लेने से पहले किसी डॉक्टर से बात करना जरूरी होता है। मल्टीविटामिन को उन दिनों के लिए सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए, जब आपका आहार बहुत कलरफुल और पौष्टिक ना हो।
यह कोई जादू की छड़ी नहीं है। यह पोषण की कुछ कमियों को पूरा कर सकते हैं, लेकिन ताज़े और मौसमी फल जैसे कि केला, संतरा, स्ट्रॉबेरी, कीवी, सेब आदि और सब्जियों जैसे कि पालक, ब्रोकली, गोभी, प्याज, एवोकाडो आदि की जगह नहीं ले सकते हैं।
नट्स तथा सीड्स जैसे कि बादाम, मूंगफली, सूरजमुखी के बीज और साबुत अनाज जैसे कि किनुआ, ओट्स, ब्राउन राइस तथा बीन्स तथा दालों से युक्त संतुलित आहार के फायदों का कोई दूसरा विकल्प (Multivitamin FAQs) नहीं हो सकता। मल्टीविटामिन सप्लीमेंट के रूप में तो काम कर सकता है, लेकिन संपूर्ण आहार की जगह कभी नहीं ले सकता।
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