लॉग इन

Fasting in pregnancy : मां बनने वाली हैं और नवरात्र का व्रत रखा है, तो जरूर रखें इन बातों का ध्यान

सभी विशेषज्ञ महिलाओं को प्रेगनेंसी में उपवास न करने की सलाह देते हैं। परंतु यदि कोई महिला फिर भी व्रत (Fasting in pregnancy) रखना चाहती है, तो उन्हें अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
प्रेगनेंसी में इस तरह रखें अपना ध्यान। चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 24 Mar 2023, 14:48 pm IST
ऐप खोलें

लंबे समय से व्रत रखते आ रहे लोगों के लिए अचानक से उपवास न रखना बहुत मुश्किल होता है। धार्मिक भावनाओं की वजह से लोग हर मुश्किल परिस्थिति में भी उपवास रखने के लिए तैयार रहते हैं। ठीक इसी प्रकार अक्सर महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान ऐसी दुविधा में फंस जाती हैं। हालांकि, आमतौर पर सभी विशेषज्ञ महिलाओं को प्रेगनेंसी में उपवास न करने की सलाह देते हैं। परंतु यदि कोई महिला फिर भी व्रत (Fasting in pregnancy) रखना चाहती है, तो उन्हें अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

ज्यादातर उपवास 1 से 2 दिन के होते हैं। ऐसे में शॉर्ट टर्म फास्टिंग ज्यादा नुकसानदेह नहीं होती। परंतु नवरात्र के इस महापर्व में गर्भवती महिलाओं की सेहत के लिए 9 दिन का व्रत रखना (Fasting in pregnancy) हानिकारक हो सकता है। छोटी सी लापरवाही मां और बच्चे दोनों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए इस दौरान अपने खानपान का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है।

हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल की डायरेक्टर आब्सटेट्रिक्स गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. आशा दलाल से बातचीत की। आइए जानते हैं वे प्रेगनेंसी में फास्टिंग (Fasting in pregnancy) के लिए क्या सुझाव देती हैं।

प्लांट बेस्ड आहार लेना चाहिए। चित्र: शटरस्टॉक

यह भी पढ़ें : नवरात्रि डाइट का सुपरफूड है केला, इस रेसिपी से तैयार करें कच्चे केले की हेल्दी बर्फी

दूसरी तिमाही में फास्टिंग हो सकती है जोखिम कारक

एक्सपर्ट कहती हैं कि “गर्भवती महिलाओं को अपने और अपने बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उपवास नहीं करना चाहिए। वहीं यदि आपको जेस्टेशनल डायबिटीज है, तो आपको विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। चाहे आप वजन कम करने के लिए उपवास कर रहीं हों या धार्मिक कारणों से यह व्यक्तिगत पसंद है। परंतु दूसरी तिमाही में उपवास करने से प्रीटर्म लेबर हो सकता है।”

उन्होंने आगे कहा कि “यदि कोई गर्भवती महिला लंबे समय का उपवास रखने जा रही हैं, जैसे कि नवरात्र के 9 दिनों का उपवास, तो आपको पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है। ऐसे में इसकी जानकारी आपके लिए अनिवार्य है। यदि व्रत रखने का सोच रही हैं, तो याद रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उपवास के दौरान अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहें।”

डिहाइड्रेशन से बचना है जरूरी

खून सारा पानी, दूध, लस्सी या फलों का जूस पिएं। साथ ही प्रोटीन और फैटी एसिड से भरपूर सूखा मेवा और मखाना का सेवन करें। वहीं फाइबर युक्त शकरकंद, आलू या साबुदाना जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। ऐसे खाद्य पदार्थ आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखते हैं।

साथ ही उपवास के दौरान डिहाईड्रेशन के लक्षण जैसे कि चक्कर आना या गहरे रंग का पेशाब होने पर फौरन ध्यान दें। क्योंकि यदि आप कम पानी पीती हैं, तो यूरिन इन्फेक्शन का खतरा भी बना रहता है। साथ ही थकान महसूस होने पर शरीर को पर्याप्त आराम दें।

प्रेगनेंसी में अपने कम्फर्ट का रखें ध्यान। चित्र: शटरस्‍टॉक

नवरात्र के 9 दिनों के लंबे फास्टिंग पर हैं, तो इस तरह प्लान करें डाइट

1. एक्सपर्ट के अनुसार प्रेगनेंसी में पूरे दिन भूखे नहीं रहना चाहिए। ऐसे में हर 4 से 5 घंटे पर कुछ न कुछ हेल्दी खाती रहें।

2. व्रत के घंटों के दौरान जितना हो सके उतना ज्यादा पानी पिएं। साथ ही अन्य हाइड्रेटिंग फूड्स का सेवन कर सकती हैं।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

3. व्रत के दौरान तेल की जगह खाद्य पदार्थों को बनाने में घी का इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद रहेगा।

4. एक उचित समय के बाद साबूदाना, कुट्टू, अमरनाथ, सामक जैसे खाद्य पदार्थों से बने शुद्ध व्यंजन का सेवन कर सकती हैं। क्योंकि फाइबर युक्त ये खाद्य पदार्थ आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखते हैं। साथ ही पर्याप्त पोषण प्रदान करते हैं।

5. स्वत ही दूध, पनीर, बटर दूध, लस्सी और दही का सेवन कर सकती हैं। यह आपको पूरे दिन तरोताजा रहने में मदद करेंगे। हालांकि, डेयरी प्रोडक्ट्स भी कई बार कब्ज का कारण बन जाते हैं, इसलिए दिन में एक बार ही इसका सेवन करें।

प्रेगनेंसी के समय अपनी पोषण का ख्याल रखें। चित्र:शटरस्टॉक

प्रेगनेंसी में उपवास तोड़ते समय न करें इन खाद्य पदार्थों का सेवन

कैफीन युक्त ड्रिंक्स से अपना उपवास न तोड़े। यह आपके शरीर को डिहाइड्रेटेड कर सकता है। वैसे भी गर्भावस्था में कैफीन का सेवन सीमित रखना चाहिए।

डॉक्टर के अनुसार एसिडिक और तैलीय खाद्य पदार्थों से व्रत न खोलें। यह एसिडिटी और हार्ट बर्न का कारण बन सकता है।

बहुत अधिक मीठे खाद्य पदार्थ और पेय से भी व्रत न खोलें क्योंकि ये आपको इंस्टेंट एनर्जी तो देते हैं परंतु लंबे समय तक सक्रिय नहीं रखते।

उपवास तोड़ते वक़्त इन खाद्य पदार्थों का सेवन करें

डॉक्टर के अनुसार गर्भावस्था में विटामिन, मिनरल्स, आयरन और कैल्शियम से युक्त खाद्य पदार्थों से व्रत खोलें।

उपवास तोड़ने के लिए धीरे-धीरे ऊर्जा प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थ जैसे की होल वीट पास्ता, ओट्स, बींस, दाल, अनसाल्टेड नट्स, होल मिल ब्रेड इत्यादि का सेवन करें।

इसके साथ ही भरपूर मात्रा में पानी पियें। क्योंकि फ्लुएड की कमी आपको कब्ज का शिकार बना सकती है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी होने से आपके हाई फाइबर फूड्स को आसानी से पचाया जा सकता है।

यह भी पढ़ें : एक्ने प्रोन स्किन को स्पॉटलेस बनाएंगे ये 4 तरह के फेस मास्क, नोट कीजिए बनाने और लगाने का तरीका

अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख