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क्या आई मेकअप से आंखें कमजोर हो जाती हैं? एक्सपर्ट से जानते हैं इस सवाल का जवाब

ड्रेस का मैचिंग आई शैडो आपकी आंखों को और ज्यादा खूबसूरत बना सकता है, जबकि आईलाइनर उन्हें और उभार देता है। पर क्या आप जानती हैं कि ये दोनों आपकी आंखों की रोशनी कम कर सकते हैं!
Published On: 14 Oct 2022, 02:06 pm IST
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मेकअप एप्लिकेटर्स क्लीन के लिए हाथ का इस्तेमाल नहीं करें। चित्र शटरस्टॉक

ट्रेंड कर रहे स्मोकी, कैटी और कट क्रीज आई मेकअप के इस दौर में कहीं आप अपनी आंखों की सेहत को तो नहीं खो रहीं। मेकअप आपकी आंखों को जितना खूबसूरत बनाता है उससे कहीं ज्यादा इसे प्रभावित भी करता है। यदि आप नियमित रूप से आई मेकअप कर रही हैं, तो यह आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। ऐसे में आई मेकअप करने से पहले कुछ आवश्यक जानकारी होना जरूरी है। आपकी आंखों के स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है रेगुलर आई मेकअप (can makeup cause blurry vision), आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

आंखों के मेकअप को लेकर अक्सर महिलाएं यह सवाल करती हैं कि क्या आई मेकअप केवल आंखों की बाहरी स्किन को प्रभावित करता है? या इसका प्रभाव आंखों के अंदर भी पड़ सकता है। तो इस बात का उचित जवाब ढूंढने के लिए हमने पारस हॉस्पिटल, गुरुग्राम के एचओडी और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषि भारद्वाज से बात की। उन्होंने इस बारे में कुछ जरूरी बातें बताई हैं, जिसकी जानकारी सभी महिलाओं को होनी चाहिए। तो चलिए जानते हैं मेकअप और आई से जुड़े कुछ जरूरी फैक्ट्स।

आखों की देखभाल के लिए अपनाएं ये टिप्स. चित्र : शटरस्टॉक
आखों की देखभाल के लिए अपनाएं ये टिप्स. चित्र : शटरस्टॉक

डॉ ऋषि भारद्वाज इस बात पर सहमति जताते हैं कि रेगुलर आई मेकअप न केवल आपकी आंखों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। बल्कि लंबे समय तक इनका इस्तेमाल आपके विज़न को भी प्रभावित करता है। ज्यादा आईमेकअप केमिकल युक्त प्रोडक्ट के इस्तेमाल से होते हैं। जिनका लोड सिर्फ बाहरी स्किन पर ही नहीं पड़ता, बल्कि ये आंखों के अंदरूनी हिस्से को भी प्रभावित करते हैं।

यहां जानें मेकअप किस तरह आंखों को करता है प्रभावित

1. इंफेक्शन होने की संभावना बनी रहती है

डॉ ऋषि भारद्वाज बताते हैं, “मेकअप प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल आंखों के लिए नुकसानदेह होते हैं। मेकअप लगाते वक्त बरती गई लापरवाही आपकी आंखों के इनर एरिया में होने वाले बैक्टीरियल इन्फेक्शन का कारण बन सकती है। मस्कारा, आईलाइनर, आईशैडो जैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल आंखों को बैक्टीरिया और जर्म्स का घर बना सकता है।”

वे आगे कहते हैं, “यदि आप नियमित रूप से लंबे समय तक इन मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर रही हैं, तो आपके लिए बैक्टीरियल इनफेक्शन का जोखिम ज्यादा हो सकता है। यदि आप एक बार आई इन्फेक्शन का शिकार हो चुकी हैं, तो दोबारा अपने पुराने आई मेकअप का इस्तेमाल न करें। आंखों पर इस्तेमाल होने वाले मेकअप प्रोडक्ट्स को कभी भी शेयर न करें क्योंकि यह इन्फेक्शन को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक ट्रांसफर कर सकता है।”

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अपनी आखोन का ख्याल रखें। चित्र : शटरस्टॉक

2. मेइबोमियन ग्लैंड हो सकती है ब्लॉक

मेइबोमियन ग्लैंड आपके आईलिड के बिल्कुल किनारे पर होती है। आईलैशेस के नीचे की लाइनिंग काफी सेंसिटिव होती है। परंतु आई लाइनर और आर्टिफिशियल आई लेंस का प्रयोग भी सबसे ज्यादा इन्हीं पर किया जाता है। मेइबोमियन ग्लैंड एक प्रकार का ऑइली सब्सटेंस रिलीज करता है जिसकी वजह से आपकी आंखों में आंसू आते हैं।

पर जरूरत से ज्यादा और लंबे समय तक मेकअप का इस्तेमाल ग्लैंड के अंदर जाकर इन्हें ब्लॉक कर देता है और ऑयली सब्सटेंस बाहर नहीं आ पाते। जिस वजह से आंखों के किनारे सूजन की समस्या हो सकती है। ड्राई आई, इरिटेशन, धुंधलापन और आंखों के लाल होने जैसी समस्याएं भी इससे पैदा हो सकती हैं।

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3. लेंसेज का साथ मेकअप है और भी ज्यादा खतरनाक

आजकल आंखों को खूबसूरत दिखाने के लिए महिलाएं तरह-तरह के कलरफुल लेंसेज का इस्तेमाल कर रही हैं। ऐसे में मेकअप और लेंस दोनों को एक साथ लगाने से आंखों के प्रभावित होने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है। जब आप मेकअप करती है और फिर लेंस लगाती है, तो मेकअप के महीन कण आपकी आंखों के अंदर चले जाते हैं। लैंस के पीछे इनके लंबे समय तक दबे रहने के कारण आंखों में इरिटेशन और इन्फेक्शन होने का जोखिम बढ़ जाता है।

यदि आप इसका इस्तेमाल कर रही हैं, तो मेकअप ब्रश को बिल्कुल फ्रेश रखें। ताकि मेकअप के पार्टिकल आपकी आंखों के अंदर न जाएं। हमेशा मेकअप करने के बाद लेंस लगाने से पहले आंखों के अंदर के एरिया को साफ कर लें।

kya contact lenses ko din bhar pahanna safe hai!
क्या कॉन्टेक्ट लैंस को दिन भर पहनना सेफ है? चित्र: शटरस्टॉक

इसके अलावा लगातार आई मेकअप का इस्तेमाल करने से आपकी आंखों में

एलर्जी रिएक्शन
इंफेक्शन
आईलैशेस का झड़ना
ब्लरी विजन
ड्राई आइस
कॉर्निया पर स्क्रैच आना
ब्लेफेराइटिस की समस्या हो सकती है।

अगर आप आई मेकअप का इस्तेमाल कर रहीं हैं, तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें

सबसे पहले जितना हो सके उतना आंखों पर मेकअप लगाने से बचें। यदि लगा भी रही हैं, तो नियमित रूप से आंखों पर मेकअप न करें। साथ ही मेकअप लगाते हुए इन बातों का ध्यान जरूर रखें :

सोने से पहले मेकअप हटाना कभी न भूलें।

आई मेकअप प्रोडक्ट्स और आई ब्रश को किसी भी कीमत पर शेयर न करें।

आंखों पर ज्यादा पुराने मेकअप का इस्तेमाल न करें।

आई ग्लैंड का ध्यान रखते हुए ऑयल फ्री प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।

apni ankho ko aram dena bahut zaruri hai
समय-समय पर अपनी आंखों को आराम देना बहुत जरूरी है। चित्र: शटरस्‍टाॅक

मेकअप करते वक्त पूरी तरह सावधानी बरतने की कोशिश करें। ताकि मेकअप आंखों के अंदर न जाए।

आई मेकअप ब्रश को हर बार मेकअप करने के बाद साफ करें।

इन दिनों तरह-तरह के आई लैंस बाजार में हैं। इनके इस्तेमाल के प्रति पूरी तरह सतर्क रहें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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