शरीर को हेल्दी बनाए रखने के लिए डाइट में सभी विटामिन्स और मिनरल्स को एड करना ज़रूरी है। इससे बॉडी कई शारीरिक समस्याओं के जोखिम से बची रहती है। अन्य पोषक तत्वों के समान विटामिन बी 12 भी हमारे शरीर के लिए बेहद ज़रूरी है। इसकी कमी से न केवल मूड स्विंग की समस्या बढ़ जाती है बल्कि पीरियड साइकिल भी अनियमित होने लगती है। शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बनाने वाला विटामिन बी 12 खून की कमी को पूरा करता है। जानते हैं कि इसकी कमी से किस प्रकार पीरियड साइकिल होती है प्रभावित (How Vitamin B 12 affect your periods)।
विटामिन बी 12 (Vitamin B 12) वॉटर साल्यूबल विटामिन है जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स को प्रोडयूस करता है। शरीर में इसकी कमी को पूरा करने के लिए आहार में मांस, मछली और डेयरी उत्पादों को शामिल करना चाहिए। बतौर सप्लीमेंट भी विटामिन बी 12 (Vitamin B 12) का सेवन किया जा सकता है। विटामिन बी 12 नर्वस सिस्टम को भी उचित बनाए रखता है। विटामिन बी 9 यानि फोलेट के साथ मिलकर ये शरीर में आयरन के फंक्शन को सुचारू कर देता है। इससे बॉडी में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है।
बॉडी के इंटरनल सिस्टम को मज़बूत रखने के लिए शरीर में विटामिन बी 12 (Vitamin B 12) की मात्रा का नियमित होना आवश्यक है। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ ऑफिस ऑफ डाइटरी सप्लीमेंट के अनुसार रोजमर्रा के जीवन में महिलाओं और पुरूषों को 2.4 एमसीजी विटामिन बी 12 की आवश्यकता होती है।
इसके अलावा वे महिलाएं जो गर्भावस्था से गुज़र रही हैं, उन्हें विटामिन बी 12 की मात्रा का सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद करना चाहिए। इसकी मात्रा शरीर में घट जाने से ब्लड में रेड ब्लड सेल्स कम हो जाते हैं। जिससे शरीर में खून की कमी बढ़ने लगती है और शरीर एनीमिया का शिकार हो जाता है। वे महिलाएं जिनकी पीरियड साइकिल अनियमित रहती हैं। उन्हें विटामिन बी 12 का सेवन अवश्य करना चाहिए।
पेसिफिक सेंटर फॉर नेचुरोपेथिक मेडिसिन के अुनसार विटामिन बी 12 (Vitamin B 12) को कोबालामिन (cobalamin) भी कहा जाता है। इस पोषक तत्व की प्राप्ति के लिए डाइट में अंडे, मांस और अनाज को शामिल करना आवश्यक है। वे महिलाएं जिन्हें पीरियड के दिनों में रक्त स्त्राव की कमी रहती है। उन्हें विटामिन बी 21 का सेवन अवश्य करना चाहिए। शरीर में इस पोषक तत्व की कमी होने से पीरियड साइकिल डिस्टर्ब होने के अलावा डिप्रेशन और थकान जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। इसके सेवन से मांसपेशियों की मज़बूती बनी रहती है।
अनियमित पीरियड साइकिल की समस्या की रोकथाम के लिए विटामिन बी 12 (Vitamin B 12) का सेवन आवश्यक है। दरअसल, विटामिन बी 12 की उचित मात्रा से शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा नियंत्रित रहती है। इससे इरेगुलर पीरियड साइकिल रेगुलर होती है। साथ ही लो बल्ड फ्लो की समस्या से भी बच सकते हैं। एनीसबीआई के रिसर्च के अनुसार मासिक चक्र के दौरान महिलाएं 80 मिलीलीटर ब्लड खो देती हैं। इससे शरीर में खूब की मात्रा कम हो जाती है।
यूं तो कई विटामिन और मिनरल इसके लिए मददगार साबित होते हैं। इसके लिए शरीर में खासतौर से विटामिन बी 12, फोलिक एसिड और आयरन का होना आवश्य है। इससे हैवी फ्लो की समस्या भी हल हो जाती है।
शरीर में विटामिन बी 12 (Vitamin B 12) की भरपूर मात्रा पाए जाने से बार बार मूड सि्ंवग की समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा मेंटल हेल्थ से जुड़ी अन्य समस्याओं की रोकथाम के लिए भी आवश्यक है। इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल न्यूरोसाइंसेस एंड साइकोलॉजी के अनुसार 18 से लेकर 25 साल तक की आयु के लोगों में तनाव की समस्या पाई जाती है। युवाओं में होने वाली इस समस्या से बचने के लिए विटामिन बी 12 का सेवन ज़रूरी है।
ओरेगोन युनिवर्सिटी ऑफ अमेरिका के अनुसार वे महिलाएं, जिनके चेहरे पर झुर्रियां, पिगमेंटेशन और एक्ने की समस्या बढ़ने लगती है। उन लोगों को विटामिन बी 12 का सेवन अवश्य करना चाहिए। दरअसल, इससे शरीर में कोलेजन की मात्रा बढ़ने लगती है। जो स्किन संबधी समस्याओं को कम कर देता है। साथ ही स्किन सेल्स में बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा त्वचा का माइश्चर भी बरकरार रहता है।
शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी के चलते बार बार थकान की समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, बॉडी में ऑक्सीजन की कमी होने से आलस्य और सिरदर्द जैसी समस्याएं भी बढ़ने लगती है। इन समस्याओं को पूरा करने के लिए आरबीसी का होना ज़रूरी है। इसका सामान्य स्तर होने से नींद न आने की समस्या भी हल हो जाती है।
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