Breast Cancer Awareness Month : रिकवरी के बाद दोबारा न हो ब्रेस्ट कैंसर, इसलिए याद रखें ये 5 बातें
बढ़ता ब्रेस्ट कैंसर एक गंभीर विषय बन चुका है। ऐसे में इसके प्रति जागरूक होना और सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। महिलाएं ही नहीं, पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है। क्योंकि ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों में भी होता है। हालांकि अब मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है, कि ब्रेस्ट कैंसर का भी उपचार संभव है। कई लोग इससे ठीक होकर वापस हेल्दी जिंदगी जीते हैं। पर इसके लिए अपना ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। ब्रेस्ट कैंसर से रिकवरी यह दोबारा न लौटें (breast cancer recurrence), इसलिए जानें कि कैसे रखना है अपना ख्याल।
इसके लिए हेल्थ शॉट्स ने ऑरा क्लिनिक, सेक्टर 31 गुड़गांव की डायरेक्टर एवं क्लाउड नाइन हॉस्पिटल, गुड़गांव की सीनियर कंसल्टेंट डॉ रितु सेठी से इस विषय पर बात की।
हेल्दी लाइफस्टाइल है कुंजी
डाॅ रितु सेठी कहती हैं, “आपकी कुछ आदतें भी ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकती हैं। इसलिए इस बात की जानकारी होना बहुत जरूरी है कि आपको अपनी कौन सी आदतों को रखना है और किनसे पीछा छुड़ाना है। यदि आप ब्रेस्ट कैंसर से जंग जीत चुकी हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप बेफिक्र हो जाएं। यदि आपके अंदर कैंसर के जीन पाए जाते हैं, तो आपको कैंसर दोबारा भी हो सकता है। इसीलिए यदि किसी महिला को एक बार ब्रेस्ट कैंसर हो चुका है, तो उन्हें इसके प्रति अन्य लोगों की तुलना में अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है।”
यहां हैं वे टिप्स जो रिकवरी के बाद दोबारा ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं
1. शराब का सेवन सीमित रखें
यदि आप अधिक मात्रा में शराब पी रही हैं, तो आपके अंदर ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना भी ज्यादा होती है। ऐसे में अपने शराब के सेवन को जितना हो सके उतना कम कर दें और अगर छोड़ सकती हैं, तो यह और भी बेहतर है।
2. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें
बढ़ता वजन ब्रेस्ट कैंसर की संभावनाओं को बढ़ा सकता है। इसलिए जितना हो सके उतना शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की कोशिश करें। ऐसे मे आपका वजन नियंत्रित रहेगा और ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना भी कम हो जाएगी।
3. ब्रेस्टफीडिंग है जरूरी
डॉ ऋतु सेठी कहती है कि यदि कोई महिला अभी-अभी मां बनी है और वह बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग नहीं करवाती हैं, तो उनके ब्रेस्ट में गांठ पड़ने की संभावना काफी ज्यादा होती है। जिस वजह से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। इसलिए बच्चों को कम से कम 6 महीने तक मां का दूध जरूर पिलाएं।
4. एक संतुलित आहार है जरूरी
शरीर में जरूरी पोषक तत्वों का होना ब्रेस्ट कैंसर की संभावना को कम कर देता है। जैसे कि मेडिटेरियन डाइट इस समस्या से निजात पाने में आपकी मदद कर सकती हैं। वहीं फल, सब्जी, अनाज और नट जैसे खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें। इसी के साथ हेल्दी फैट भी इसमे आपकी मदद कर सकता है।
एक बार कैंसर हो चुका है, तो दोबारा बरतें अधिक सावधानी
यदि आप ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थीं और इससे बाहर आ चुकी हैं। तो ऐसी स्थिति में आपको इसके प्रति अधिक सचेत हो जाना चाहिए। डाॅ रितु सेठी कहती हैं, “ब्रेस्ट कैंसर से जंग जीतने के बाद इसके दुबारा होने की संभावना बनी रहती है, ऐसे में आपको अपने स्तन का अधिक ख्याल रखना चाहिए।”
हालांकि, 100% में से 90% महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से रिकवर कर जाती हैं। इसके साथ ही इसका आपके लाइफ स्पैन पर भी कोई असर नहीं पड़ता। नियमित रूप से अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें और डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सभी टेस्ट को समय पर करवाएं। और पता करें कि आपको कैंसर दुबारा तो नही आ रहा। यदि आ भी रहा है तो इसे इनिशियल स्टेज पर ही रोका जा सके।
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