अनुष्का शर्मा से लेकर और बहुत सारी सेलिब्रिटीज ने कोरोनावायरस महामारी के दौरान बच्चे को जन्म दिया। कोविड काल में जन्मने के दौरान इन्हें कोविड बेबीज भी कहा जा रहा है। पर इनकी देखभाल का खास ख्याल रखा जाना जरूरी है। क्योंकि ये ऐसे समय में जन्में हैं जब पूरी दुनिया शारीरिक ही नहीं, कई मानसिक परेशानियों से भी गुजर रही है। अगर आपके बेबी की भी यह पहली सर्दी है, तो हम बेबी केयर के लिए कुछ खास टिप्स आपको बता रहे हैं।
सर्दियों का मौसम आते ही हर मां अपने नवजात शिशुओं को ढेर सारे कपड़े पहनाकर, सिर पर ऊन की टोपी लगाकर उन्हें कंबल में लपेट कर रखती हैं। उन्हें डर रहता है कि उनके नन्हें-मुन्ने बच्चे को कहीं सर्दी न लग जाए। बच्चे बहुत ज्यादा नाज़ुक होते हैं और चूंकि इस समय बच्चों के इम्यून सिस्टम का विकास हो रहा होता है, तो वे अधिक बीमार पड़ सकते हैं।
यदि आप एक नव प्रसूता है और ये आपका पहला प्रसव अनुभव है, तो आपको नहीं पता होगा कि सर्दियां एक नवजात के लिये बेहद मुश्किल होती हैं। गर्म कपड़ों के अलावा भी उसके पालन पोषण में बहुत सारी सावधानियां बरतनी चाहिए।
इसीलिए, हम यहां नवजात शिशुओं को सर्दी से बचाए रखने के कुछ उपाय बता रहे हैं| इन उपायों को करने से आपके बच्चों को कभी सर्दी नहीं लगेगी।
सर्दियों में बच्चे की मालिश रोज़ करें। मालिश करने से उसके स्वास्थ्य और मांसपेशियों को कई फायदे हो सकते हैं। आप अपने बच्चे की मालिश के लिए ऑलिव ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। ये बच्चे के शरीर को गर्मी तो देगा ही साथ ही इससे उसकी त्वचा पर नमी बनी रहेगी और वह रूखी नहीं होगी।
रोज़ मालिश करने से शरीर के भीतर खून का बहाव बढ़ता है। इसलिए ठण्ड में आप अपने बच्चे की मालिश करना न भूलें।
बच्चे के कमरे का तापमान गर्म ही रखें। यदि आप अपने बच्चे के कमरे में हीटर का उपयोग करती हैं, तो एक बार यह जरूर जांच लें कि तापमान बच्चे के अनुकूल हो। ध्यान रहे कि सर्दियों में हीटर बच्चे के ज्यादा करीब न हो, हमेशा अपनी देख-रेख में ही हीटर का उपयोग करें।
बच्चे को ठंड न लग जाए इसके लिए अक्सर मांए सुलाते समय एक मोटा सा कम्बल बच्चे पर डाल देती हैं। पर आपके बच्चे को इससे घुटन भी हो सकती है। भारी ब्लैंकेट से बच्चे को सांस लेने में तकलीफ़ हो सकती है। इसलिए आप अपने बच्चे के लिए हल्के ब्लैंकेट का इस्तेमाल करें।
यदि बच्चे को नहलाने के बाद आप उसका पूरा खयाल नहीं रखेंगी, तो उसको बहुत जल्दी ही सर्दी-जुकाम हो सकता है। ठंड के मौसम में आप अपने बच्चे को कभी-कभी नहलाएं। इन दिनों आप हमेशा गुनगुने पानी का उपयोग करें और पहले खुद पानी को छूकर चैक कर लें।
साथ ही बाथरूम व कमरे के तापमान में संतुलन बनाए रखें। नहलाने के बाद बच्चे के शरीर में तौलिया लपेटें और गर्म तेल की मालिश कर सुला दें।
शिशु के शरीर पर हल्के हाथों से राई के तेल की मालिश करें और सुबह की गुलाबी धूप में उसे रखें। ऐसा करने से आपके शिशु को कभी सर्दी नहीं होगी।
रात को सोते समय तुलसी का रस उसके नाक, कान और माथे पर मलें। तुलसी के रस के सेवन से सर्दी कभी नही लगती। आप तुलसी के रस की एक बूंद शहद के साथ मिलाकर उन्हें चटा भी सकती हैं।
सुबह- सुबह बच्चे को शहद चटाएं। ऐसा करने से भी उसे ठण्ड नहीं लगेगी।
कोई भी नुस्खा या नई चीज बच्चे पर ट्राय करने से पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें।
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