वैश्विक महामारी कोविड – 19 भारत में अपना आक्रामक रूप धारण कर चुकी है। हर दिन लाखों की संख्या में व्यक्ति संक्रमित हो रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपना और अपने अपनों का ख्याल रखें। इसके बावजूद अगर आपका पार्टनर कोविड-19 से संक्रमित हो गया है, तो आपके लिए जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
यदि आपके घर में कोई कोरोना संक्रमित है, तो आपका पूरा परिवार इसकी चपेट में आ सकता है। कई अध्ययन यह बताते हैं कि हाउसहोल्ड ट्रांसमिशन ही कोरोना वायरस के फैलने का सबसे बड़ा कारण है। यहां समस्या सबसे ज्यादा शारीरिक दूरी की आती है। अमूमन घर के एक लोग एक ही वातावरण और टूल्स शेयर कर रहे होते हैं। जो संक्रमण का सबसे मजबूत कारण है।
यदि आपके घर में एक से अधिक कमरे हैं, तो संक्रमित व्यक्ति को अलग कमरे में रखें। हो सके तो उन्हें किसी ऐसे कमरे में रखें, जहां बाथरूम भी अटैच्ड हो और पालतू जानवर को भी उनसे अलग ही रखें।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय में संक्रामक रोगों की सहायक प्रोफेसर और इन्फेक्शियस डिजीज सोसायटी ऑफ अमेरिका की प्रवक्ता डॉ. राचेल बेंडर इग्नासियो कहती हैं कि ”आइसोलेटेड रूम का दरवाज़ा हमेशा बंद रहना चाहिए, जिससे कि परिवार के अन्य सदस्य आराम से पूरे घर में घूम सकें। साथ ही, ऐसा करने से बच्चों को भी आसानी से दूर रखा जा सकेगा।
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी के एक वरिष्ठ विद्वान डॉ. अमेश अदलजा कहते हैं, “जब कई लोग एक साथ छोटी सी जगह में रहते हैं, तो संक्रमण से बचना बहुत मुश्किल हो सकता है।”
जब कोई व्यक्ति बीमार होता है, तो उसकी खानपान की आवश्यकताएं सामान्य व्यक्तियों की तुलना में बढ़ जाती हैं। खासतौर से कोविड पॉजिटिव होने पर खाने के प्रति अरुचि होने लगती है। इसके बावजूद आपको उनके खानपान में ताजा, घर का बना हुआ खाना शामिल करना होगा।
किसी कारणवश अगर आपको खाना बाहर से मंगवाना पड़ रहा है, तो खाने को घर के बाहर ही रखने को कहें।
सीडीसी का कहना है कि कोविड – 19 पॉजिटिव व्यक्ति के खाने के बर्तन भी अलग करने चाहिए। जिसे अन्य परिवार के लोगों के संक्रमित होने का खतरा कम किया जा सके। ऐसे में आपको उनका खाना अलग बर्तन में परोसना चहिए और उनके बर्तन अलग से गर्म पानी में धोने चाहिए।
ध्यान रहे ये दोनों काम करते समय आपको हैंड ग्लव्स और मास्क पहनने की ज़रुरत है और इसके बाद अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोना चाहिए।
बेंडर इग्नासियो के अनुसार “कोरोनो वायरस के बारे में अच्छी बात यह है कि यह आसानी से साबुन और पानी से मर जाता है। साथ ही, बीमार व्यक्ति के कपड़ों को फर्श पर न रखें क्योंकि, इससे फर्श की सतह भी संक्रमित हो सकती है।”
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कस्टमाइज़ करेंइसलिए, उनके कपड़ों को सीधा गर्म साबुन के पानी में डालें और धो दें। घर के बाकी कपड़ों को अलग धोएं और संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों को अलग। यदि आप वाशिंग मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसे बाद में सैनिटाइज करना न भूलें।
याद रखें, हम सभी को मानवीय संपर्क की आवश्यकता है। बीमार व्यक्ति के साथ फिजिकल कांटेक्ट रखना थोड़ा मुश्खिल हो सकता है। मगर आप उनसे इमोशनल कॉन्टैक्ट रख सकते हैं। उन्हें वीडियो कॉल करें, चैटिंग या रेगुलर कॉल के ज़रिये उनसे संपर्क बनाये रखें। ऐसे कठिन समय में उनके मानसिक स्वास्थ्य को सही रखने के लिए आप ऑनलाइन विकल्पों का सहारा ले सकती हैं।
डॉ. अमेश अदलजा कहते हैं कहते हैं कि ”कोरोना संक्रमित व्यक्ति के लिये हर समय अपने घर में ही मास्क पहनना काफी कठिन हो सकता है। इसलिए, उनसे फिजिकल इंटरेक्शन को सीमित करना ही एकमात्र विकल्प है।”
बेंडर इग्नासियो का कहना है कि ”अगर घर का एक व्यक्ति बीमार है, तो घर के बाकी लोगों को भी खुद को एसिम्टोमैटिक या प्री-सिम्टोमैटिक समझना चाहिए। भले ही वे ठीक महसूस क्यों न कर रहे हों। इसके अलावा, पूरे घर को दो सप्ताह तक संभावित रूप से संक्रमित माना जाना चाहिए।”
यह समझना महत्वपूर्ण है “कि किसी को भी उस घर को छोड़ने से वायरस को बाहर लाने की संभावना है।” इसलिए संक्रमित व्यक्ति के परिवार को कम से कम 2 हफ़्तों तक क्वारनटाइन ही रहना चाहिए। जिससे कि और लोगों के इन्फेक्शन का कारण न बने।
ये थोड़ा मुश्किल लग सकता है, मगर इस समय की जरूरत है। शारीरिक द्रव्य कोरोनावायरस के प्रसार का सबसे सशक्त तरीका है। इसमें गहन चुंबन और पेनिट्रेशन दोनों शामिल हैं। रिश्ते में आत्मीयता बढ़ाने के अन्य विकल्पों पर ध्यान दें। बातें करें, अच्छी यादें शेयर करें ये आपकी बॉन्डिंग बढ़ाने में मदद करेंगे।
पिछले साल चीन में कोरोनावायरस से ग्रस्त लोगों पर हुए एक अध्ययन में 38 लोगों को शामिल किया गया। इनमें से 6 लोगों के स्पर्म के सैंपल में कोरोनावायरस पाया गया। जबकि वे ठीक होकर हॉस्पिटल से घर आ चुके थे। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के ठीक होने के 15 दिन बाद भी उससे सेक्स नहीं किया जाना चाहिए।
जिस कमरे में संक्रमित व्यक्ति रहता है और घर के अन्य कमरों की सफाई के लिए अलग-अलग झाड़न और पोंछे आदि का इस्तेमाल करें। डोर नॉब, फर्श, बाथरूम की दीवारों आदि को हर रोज सेनिटाइज करें।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि – यदि संभव हो तो कोरोना संक्रमित व्यक्ति को एक अलग बाथरूम का प्रयोग करना चाहिए। यदि आप एक बाथरूम साझा करते हैं, तो सीडीसी सलाह देता है कि देखभाल करने वाला, किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग करने के तुरंत बाद बाथरूम में न जाए।
ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि अगर व्यक्ति खांस या छींक रहा है, तो वायरस की बूंदें हवा में मौजूद हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है, जो व्यक्ति बीमार है, उसे बाहर निकलने से पहले बाथरूम को कीटाणुरहित करना चाहिए। दरवाजे के नल, नल के हैंडल, शौचालय, काउंटर टॉप्स, लाइट स्विच और किसी भी अन्य सतह को साफ करना जरूरी है, जिसे उसने छुआ है।
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