क्या आप आजकल बहुत जल्दी थक जाती हैं? पिछले कुछ समय से पीरियड्स के समय हैवी या औसत से कम फ्लो महसूस कर रहीं हैं और अगर चक्कर आने का भी जवाब हां है, तो यकीनन आपको अपना हीमोग्लोबिन चैक करवाने की जरूरत है। हीमोग्लोबिन की कमी आपके डेली रुटीन के साथ-साथ आपके प्रजनन स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है। इसलिए जरूरी है कि हीमोग्लोबिन की कमी, और उसे दूर करने वाले आहार के बारे में भी आप सब कुछ जानें।
भारतीय महिलाओं में आमतौर पर हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) की कमी देखी जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान डॉक्टर अक्सर महिलाओं को ऐसी चीजें खाने की सलाह देते हैं, जिससे शरीर में आयरन की कमी को दूर किया जा सके। जहां पुरुषों को औसतन प्रति 100 मिलीलीटर में 13.5 से 17.5 ग्राम हीमोग्लोबिन तथा महिलाओं को प्रति 100 मिलीलीटर में 12 से 15.5 ग्राम हीमोग्लोबिन की जरुरत पड़ती है। दूसरे पोषक तत्वों की भांति शरीर में हीमोग्लोबिन की भी संतुलित मात्रा होना बेहद आवश्यक है।
हीमोग्लोबिन आयरन तत्व से बना होता है, जो कि ऑक्सीजन को रेड ब्लड सेल्स तक पहुंचाता है। इसकी कमी के कारण महिलाओं को कई तरह की बीमारियों से जूझना पड़ता है। महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षण इस प्रकार है।
हमारे शरीर में आयरन की कमी होना सामान्य बात है। आयरन की कमी के कारण महिलाओं को प्रेग्नेंसी या पीरियड्स के दौरान कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। आयरन की कमी के कारण ही शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है।
महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण चक्कर आना, थकान, हाथ पैर ठंडे रहना, अनियमित या हैवी पीरियड्स, सांस लेने में तकलीफ और चेस्ट पेन आदि दिक्कतें आती हैं।
हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करने के लिए डॉक्टर आयरन की गोली या सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं। हालांकि, कुछ प्राकृतिक चीजों से भी इस कमी को हेल्दी तरीके से पूरी किया जा सकता है।
स्वास्थ्य के लिहाज से आंवला एक सुपरफूड माना जाता है, इसमें कैल्शियम, आयरन और विटामिन-सी समेत कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। अंग्रेजी में इसे इंडियन गूसबेरी कहा जाता है। आयरन को अच्छा स्रोत होने के कारण यह एनीमिया के रोगियों के लिए लाभदायक है। आंवले को कच्चा, उबालकर या कई तरह की रेसिपीज बनाकर खाया जा सकता है। इससे तैया अचार और मुरब्बा खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है।
सर्दियों के मौसम में गुड़ खाना स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है। वहीं, यह आयरन का भी अच्छा स्रोत होता है। यदि आप आयरन की कमी से जूझ रही हैं तो गुड़ को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। आप शक्कर की जगह भी गुड़ का इस्तेमाल कर सकती हैं।
आयरन की कमी होने पर डॉक्टर अक्सर पालक खाने की सलाह देते हैं। दरअसल, पालक आयरन समेत कई पोषक तत्वों का खजाना होता है। पालक का उपयोग कच्चा और पकाकर दोनों तरीके से किया जा सकता है। सलाद के रूप में कच्चा पालक काफी टेस्टी लगता है।
इसके सेवन से हीमोग्लोबिन की कमी आसानी से पूरी की जा सकती है। बता दें कि पालक फाइबर, कैल्शियम, विटामिन-ए, बी और बीटा-कैरोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है। एनीमिया के मरीजों के लिए भी यह फायदेमंद है।
आमतौर पर पालक के अलावा आयरन की कमी को दूर करने के लिए चुकंदर खाने की सलाह दी जाती है। इसमें आयरन समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे सलाद या जूस के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
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