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Mahashivratri 2023 : जानिए शिवरात्रि उपवास पर बॉडी डिटॉक्स के बारे में क्या कहते हैं सद्गुरू

शिवरात्रि में हर कोई आपनी आस्था के लिए व्रत करता है। लेकिन ये व्रत आस्था के साथ आपकी हेल्थ के लिए भी काफी फायदेमंद है। आइए सद्गुरू के विचारों में जानते हैं कैसे।
उपवास करना एक तरीके से शरीर की सफाई करना है। चित्र : अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 17 Feb 2023, 16:51 pm IST
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व्रत हिंदू धर्म में आस्था और धर्मिक कार्यकर्मों से जुड़ा है। यही वजह है कि महाशिवरात्रि पर भी बहुत सारे लोग उपवास रखते हैं। असल में व्रत आपकी आस्था के साथ-साथ आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी काफी फायदेमंद है। जैसे हमें 7 दिन काम करने के बाद 1 दिन की छुट्टी चाहिए होती है, वैसे ही हमारे शरीर की गतिविधि को भी आराम चाहिए होता है। उपवास हमारे शरीर को यही अवसर उपलब्ध करवाता है। अगर आप भी इस महाशिवरात्रि व्रत (Maha Shivratri Fast) करने वाली हैं, तो सद्गुरु (sadhguru about mahashivratri) के विचारों में जानिए कितना महत्वपूर्ण है शरीर और मस्तिष्क के लिए यह उपवास (Fasting benefits for body and soul)।

शरीर को भोजन से छुट्टी देने का पारंपरिक तरीका है उपवास

आध्यात्मिक स्पीकर और आदियोगी शिव के फॉलोवर सद्गुरू कहते हैं कि हमारे शरीर में मंडल नाम की एक चीज होती है। हर 40 से 48 दिन में शरीर एक चक्र से गुजरता है। इस चक्र में 3 से 4 दिन ऐसे होते हैं जब शरीर को भोजन की जरूरत नहीं होती है।

अगर आप अपने शरीर को समझते हैं, तो आपको ये पता चल जाएगा कि किस दिन आपके शरीर को भोजन की आवश्यकता नहीं है। उस दिन आप उपवास पर रह सकते हैं। उपवास का अर्थ है कि सिस्टम को अपना तालमेल ठीक करने के लिए समय देना। आपको हर महीने में कम से कम 2 बार 24 घंटे तक बिना कुछ खाए रहना चाहिए। आप उपवास के दिन केवल पानी पिएं। अगर उपवास करने में दिक्कत होती है, तो केवल हल्का भोजन लें जैसे कि सिर्फ फलों का रस।

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माइंडफुल ईटिंग है जरूरी

उपवास करना एक तरीके से शरीर की सफाई करना है। शरीर का जीवंत होना बहुत जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति मेडिटेशन करता है, तो उसके लिए जीवंत होना बहुत जरूरी है, नहीं तो उसे नींद आ जाएगी। शरीर को सतर्क और दर्द मुक्त रखना बहुत जरूरी है तभी आप किसी सही चीज पर ध्यान लगा पाएंगे।

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भोजन करना, कब करना और कितना करना है इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अगर शरीर को बिना किसी संतुलन के भोजन दिया गया, तो यह आप पर हावी हो सकता है।

उपवास का अर्थ है कि सिस्टम को अपना तालमेल ठीक करने के लिए समय देना। चित्र : अडोबी स्टॉक

यहां जानिए उपवास करने के और भी फायदे

1 शरीर डिटॉक्स होता है

शरीर उपवास के समय बिना किसी लाभ के ऊर्जा की खपत करने वाली सभी चीजों को बाहर निकालने की कोशिश करता है। इससे शरीर में जमा जो भी विषाक्त पदार्थ है वह बाहर निकल जाते हैं। जिससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और आपकी बॉडी बेहतर काम के लिए तैयार हो जाती है।

2 बेहतर होता है मूड

व्रत या उपवास यानी फास्टिंग को जब किसी सामुदायिक आयोजन जैसे शिवरात्रि के साथ जोड़ दिया जाता है, तो यह आपको फील गुड करवाते हैं। इसके बाद शरीर में एंडोर्फिन बढ़ जाता है। यह एक हार्मोन है, जो हमें उपवास के बाद अच्छा और खुश महसूस करवाता है।

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3 कोलेस्ट्रॉल को कम करता है उपवास

उपवास से वजन कम करने में मदद मिलती है। उपवास कोलेस्ट्रॉल के खतरे को भी कम करता है। एक दिन के अंतर पर किए गए व्रत के बाद कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। इससे ट्राइग्लरसाइड एक प्रकार का वसा और खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

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4 स्किन को करता है साफ

सिर्फ क्रीम और कॉस्मेटिक ही नहीं, खान-पान भी स्किन के लिए जरूरी है। ज्यादा तला और मसालेदार खाने से स्किन खराब दिखने लगती है और पींपल भी हो सकते है। उपवास रखने से शरीर की सफाई होती है। शरीर डिटॉक्सीफाई होता है तो शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते है। जिसका असर आपकी स्किन पर भी पड़ता है।

5 वजन नियंत्रित करता है

लोग आज कल इतना प्रोसेस्ड फूड, तला हुआ, मसाले वाला खाना खाते है जिससे मोटापे का शिकार हो जाते है। मोटापा हमारे शरीर में कई बिमारियों के साथ आता है और कई बिमारियों की वजह भी बनता है। वजन कम करने के लिए उपवास आपकी मदद करता है।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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