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क्या आपके स्वास्थ्य के लिए हेल्दी है शुगर फ्री पिल्स का सेवन, आइए पता करते हैं

अगर आप डायबिटीज से बचने और चाय में मिठास बनाए रखने के लिए शुगर फ्री पिल्स का सेवन कर रहीं हैं, तो इसे पढ़ना आपके लिए जरूरी है।
Published On: 21 Aug 2021, 01:30 pm IST
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मानव शरीर पर आर्टिफिशियल स्वीटनर के दुष्प्रभाव। चित्र: शटरस्टॉक

भागदौड़ भरी जिंदगी और व्यस्त जीवनशैली ने लोगों की जिंदगी बदल कर रख दी है। उसके बाद कोविड-19 और लॉकडाउन ने रही सही कसर भी पूरी कर दी। आंकड़े बताते हैं कि कोविड-19 संक्रमण (Covid-19) और लॉकडाउन (Lockdown) के कारण डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों की संख्या बढ़ी है। वहीं उन लोगों की भी संख्या कम नहीं है जो डायबिटीज की बाॅर्डरलाइन पर हैं। इससे बचने के लिए लोग मीठे का परहेज कर रहे हैं और उसकी जगह शुगर फ्री (Sugar Free Pills) गोलियों से अपनी चाय या कॉफी में मिठास बढ़ा रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं अब तो बाजार में शुगर फ्री मिठाइयां (Sugar free sweets) भी उपलब्ध होने लगी हैं। पर क्या शुगर फ्री टेबलेट्स आपके डायबिटीज से मुक्त रहने की गारंटी हैं? आइए जानते हैं कि आपके लिए कितनी हेल्दी हैं शुगर फ्री गोलियां।   

डायबिटी और दुनिया भर के आंकड़े

डब्ल्यूएचओ (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरी दुनिया में लगभग 400 मिलियन लोग इस बीमारी का शिकार हैं। इस खतरनाक बीमारी में इंसुलिन लेवल असंतुलित हो जाता है। कोरोनावायरस भी उन लोगों के लिए घातक हो सकता है, जो पहले से ही डाबयिटीज के शिकार (Diabetic) हैं। साथ ही इस संक्रमण से ग्रस्त होने के बाद बहुत से लोगों ने शुगर लेवल बढ़ जाने की शिकायत की है। तो क्या उन्हें शुगर फ्री पिल्स का सेवन करना चाहिए?

covid ke bad bhi logo ko diabetes hone lagi hai
कोविड संक्रमण के बाद भी लोग डायबिटीज की शिकायत कर रहे हैं। चित्र: शटरस्टॉक

क्या हैं शुगर फ्री पिल्स 

कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल में डाइटीशियन डॉ. अदिति शर्मा का मानना है कि “अधिकांश लोग यह सोचते हैं कि शुगर फ्री की गोलियां खाने से वह शुगर से बचे रहेंगे। उन्हें डायबिटीज नहीं होगी और यह उनके लिए हेल्दी भी होगा। लेकिन यह बात पूरी तरह से सही नहीं है। 

दरअसल खूबसूरत पैकेजिंग में लपेट कर बेचे जा रहे ये आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (कृत्रिम  मिठास) होते हैं। जो आपको डायबिटीज से बचने का विकल्प लग सकते हैं, लेकिन इनके अधिक सेवन से दिल के रोग और हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है।”

उनकी सलाह है कि शुगर के मरीजों को शुगर फ्री गोलियों की जगह गुड़, देसी खांड या ब्राउन शुगर, शहद जैसे प्राकृतिक विकल्पों की ओर रुख करें। पर ध्यान रहे कि अधिकता हर चीज की बुरी है।

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चेक करें लेबल

किसी भी शुगर फ्री गोली को खरीदने से पहले उस की डिब्बी पर उसमें प्रयोग किए जाने वाली सामग्री की लिस्ट को जरूर देखें। यदि आपको सैकरिन, एस्पार्टेम, रेबियाना व सुक्रोज जैसे नाम लिस्ट में मिलते हैं, तो समझ जाएं कि ये आपके लिए हानिकारक हैं।

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क्यों खतरनाक हैं ये कृत्रिम स्वीटनर्स

कृत्रिम स्वीटनर हमारे शरीर के स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक हैं। इन्हें हानिकारक इनमें प्रयोग किए जाने वाले केमिकल बनाते हैं। जहां तक संभव हो इन आर्टिफिशियल स्वीटनर्स के प्रयोग से बचें।

shugar phree goliyon ke sevan se dil kee beemaaree ka khatara bhee hota hai
शुगर फ्री गोलियों के सेवन से दिल की बीमारी का खतरा भी होता है। चित्र-शटरस्टॉक

शुगर फ्री पिल्स के साइड इफेक्ट

  1. कृत्रिम शुगर का लंबे समय तक प्रयोग आपको कैंसर जैसे रोग प्रदान कर सकता है।
  2.  शुगर फ्री से वजन कम नहीं होता, लेकिन तमाम विज्ञापनों के माध्यम से लोगों में इस तरह की बातें फैली हुई हैं कि शुगर फ्री गोलियों के सेवन से आप फिट रहती हैं। 
  3. शुगर फ्री का सेवन आपकी भूख पर भी प्रभाव डालता है। इससे आपका  मेटाबॉलिज्म भी धीरे-धीरे कम होने लगता है। 
  4. इसके अधिक सेवन से नींद न आना, घबराहट ,चिड़चिड़ापन, सिर में दर्द या जोड़ों में दर्द जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।

तो लेडीस, बेहतर होगा कि आप बाज़ार के इन छलावों में न आएं और अपने लिए मिठास के प्राकृतिक किंतु सीमित विकल्प चुनें। 

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
मोनिका अग्रवाल
मोनिका अग्रवाल

स्वतंत्र लेखिका-पत्रकार मोनिका अग्रवाल ब्यूटी, फिटनेस और स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर लगातार काम कर रहीं हैं। अपने खाली समय में बैडमिंटन खेलना और साहित्य पढ़ना पसंद करती हैं।

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