बच्चा हो या बड़ा छोले-भटूरे (Chhole Bhature) का नाम सुनते ही सभी के मुंह में पानी आ जाता है। इसका स्वाद इतना लज़ीज होता है कि फिटनेस फ्रीक्स भी खुद को इससे दूर नहीं रख पाते। यकीनन आप भी यह जानती होंगी कि छोले-भटूरे का जायका आपकी जीभ के लिए जितना मज़ेदार होता है, आपकी सेहत के लिए उतना ही नुकसानदेह (chole bhature side effects)। क्योंकि भटूरों को घी में तला जाता है और मसालेदार छोले के साथ खाया जाता है। जो आपकी हेल्थ के लिए अच्छे नहीं होते है। तो चलिए पता करते हैं कि एक प्लेट छोले भटूरे में कितनी कैलोरी होती है और इसका आपकी सेहत पर क्या असर होता है।
डॉ. एलिन कैनडी, सर एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में नुट्रिशन एंड डायटेटिक्स (Nutrition & Dietetics) विभाग की प्रमुख हैं। वे बताती हैं कि बाहर से मिलने वाली एक प्लेट छोले भटूरे में लगभग 500-600 कैलोरी होती हैं। क्योंकि इन्हें तेल में देर तक तला जाता है, इसलिए ये आपकी हार्ट हेल्थ के लिए भी खराब माने जाते हैं।
हालांकि जब आप इसे घर पर बनाती हैं, तो इसकी कैलोरी को आप थोड़ा कम कर सकती हैं। पर तब भी ये स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा नहीं साबित नहीं होते। चने प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, लेकिन भटूरे के साथ बनने वाले छोले का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें तेज़ मसाले डाले जाते हैं। जिसकी वजह से यह अपने पोषक तत्व खो देते हैं।
डॉ. कैनडी कहती हैं कि छोले भटूरे खाने से हमारे स्वास्थ्य पर भी काफी प्रभाव पड़ता हैं। क्योंकि मैदा आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह होता है-
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि ज्यादा मैदा खाने वालों का पेट खराब ही रहता है। क्योंकि इसमें फाइबर बिल्कुल भी नहीं पाया जाता है, जिससे कब्ज की शिकायत होने लगती है।
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अधिक मैदा खाने वालों का वजन काफी तेजी से बढ़ने लगता है। इतना ही नहीं, यह ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी बढ़ा देता है। इसके साथ ही सांस लेने में भी दिक्कत होती है। अगर आप भी इन समस्याओं से परेशान हैं तो अपने खाने में से मैदा हटा दें।
मैदा तैयार करते समय इसमें मौजूद प्रोटीन निकल जाता है। इस वजह से यह एसिडिक हो जाता है। जो हड्डियों से कैल्शियम को कम करता है। इसलिए मैदे का अधिक सेवन करने वालों की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
मैदे में ग्लूटेन की मात्रा अधिक पायी जाती है, और ये फूड एलर्जी का कारण बनता है। पेट में मैदा फूलने लगता है। जिससे भूख कम हो जाती है।
नियमित मैदे का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है। इससे लोग बार-बार बीमार होने लगते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंमैदा खाने से ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक होता है। अगर आप भी बहुत अधिक मैदे का सेवन करते हैं, तो आपके शरीर में इंसुलिन कम बनने लगेगा और आप डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं।
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